भारत ने बुधवार को आतंकवाद पर बड़ी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान और पीओके में स्थित 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया। ऑपरेशन सिन्दूर को लेकर भारत ने प्रेस ब्रीफिंग की है जिसमे विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने इसे आतंक के खिलाफ नपी-तुली कार्रवाई बताया। यह कार्रवाई पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। यह ऐक्शन भारत में भेजे जाने वाले आतंकियों को रोकने के लिए की गई। विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि भारत की कार्रवाई को आतंक पर रोक के संदर्भ में देखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह आतंक के खिलाफ नपी-तुली कार्रवाई है। विदेश सचिव 22 हमले के अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाना जरूरी समझा गया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की तरफ से हमले को लेकर कोई स्पष्ट कदम नहीं उठाया गया। उन्होंने कहा कि भारत की तरफ से जिम्मेदारी के साथ एक्शन लिया गया। यह आतंक के आधार को खत्म करने के लिए भारत का जवाब था। इसमें भारत ने अपने अधिकार का प्रयोग किया है।
पाकिस्तान को ठहराया हमले का जिम्मेदार
विक्रम मिसरी ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जिक्र किया। मुंबई हमलों के बाद से बड़ा आतंकी हमला था। उन्होंने कहा कि यह हमला बर्बरतापूर्ण था। मिसरी ने पाकिस्तान को सीमापार आतंकी हमले का दोषी ठहराया। इसके साथ ही हमले के पीछे सांप्रदायिक दंगे की मंशा की बात कही। विदेश सचिव ने टीआरएफ के जिम्मेदारी लेने की बात कही। पाकिस्तान के साथ आतंकियों के संबंध उजागर हुए। मिसरी ने कहा कि हमलावरों की पहचान हुई। उन्होंने कहा कि हमलों की रूपरेखा पाकिस्तान के सीमापार आतंकवाद से जुड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान दुनियाभर में आतंक के शरणस्थल के रूप में पहचान बना चुका है।
Press Briefing on Operation Sindoor by Two Lady Officers
पीसी की शुरुआत में 2001 के संसद पर आतंकी हमले के वीडियो से हुई।आर्मी की तरफ से कर्नल सोफिया कुरैशी और एयरफोर्स की तरफ से स्क्वॉड्रन लीडर व्योमिका सिंह ने भारतीय डिफेंस फोर्स की तरफ से किए जाने वाले ऑपरेशन की जानकारी दी। प्रेस कॉन्फ्रेस में की शुरुआत विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने की। कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा कि यह ऑपरेशन पहलगाम में हुए वीभत्स आतंकी हमलों के जवाब में किया गया। इस कार्रवाई में 9 आतंकी कैपों को तबाह किया गया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में पिछले 3 दशक से आतंकवाद इंफ्रास्ट्रक्चर बना रहा है। उन्होंने कहा कि हमला रात 1.05 से 1.30 बजे के बीच किया गया। यह ऑपरेशन 25 मिनट तक चला। इन टारगेट का चयन विश्वसनीय सूचना के आधार पर किया गया। यह सुनिश्चित किया गया कि इसमें आम लोगों को नुकसान ना पहुंचे।