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कॉर्पोरेट्स घरानों के दिग्गजों से मिले महाराष्ट्र के सीएस उद्धव ठाकरे, निवेश और CSR को लेकर की चर्चा

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महाराष्ट्र की सत्ता संभालते ही मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे एक्शन में दिख रहे है, मंगलवार को ठाकरे सरकार ने महाराष्ट्र की अर्थव्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए कॉर्पोरेट्स घरानों के दिग्गजों के साथ मैराथन बैठक की, महाराष्ट्र के बड़े उद्योग घरानों में ऐसा कोई नहीं था जो ठाकरे सरकार की इस बैठक में शामिल नहीं था, फेहरिश्त की बात करें तो रतन टाटा, मुकेश अंबानी, उदय कोटक, आनंद महिंद्रा, आदी गोदरेज, हर्ष गोयंका, मानसी किर्लोस्कर, आनंद पिरामल, अशोक हिंदुजा, सज्जन जिंदाल, गौतम सिंघानिया, दीपक पारेख, पिरोजशा गोदरेज समेत तमाम लोग इस बैठक में शामिल थे।

CSR से होगा महाराष्ट्र की समस्यायों का निपटारा

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, देश के बड़े उद्योगपतियों के साथ
तीन घंटे तक चलने वाली इस बैठक में महाराष्ट्र में निवेश और कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी यानि सीएसआर के तहत महाराष्ट्र की समस्यायों का किस तरह से निपटारा हो इस मुद्दे पर गहन चर्चा भी की गयी। मंगलवार को राज्य के विशेष अतिथीगृह सह्याद्री में कॉर्पोरेट्स के साथ संवाद करते समय मुख्यमंत्री ने कई वादे भी किये साथ ही इन कॉर्पोरेट्स घरानों के CSR के निवेश के बारें में भी विस्तार से जाना।

राज्य में बेहतर औद्योगिक माहौल बनाने को लेकर चर्चा

सीआईआई के सहयोग से इस बैठक का आयोजन किया गया था, इस बैठक में उद्योगमंत्री सुभाष देसाई, पर्यटन, पर्यावरण, राजशिष्टाचार मंत्री आदित्य ठाकरे, परिवहन व संसदीय कार्यमंत्री अनिल परब, मुख्य सचिव अजोय मेहता, उद्योग विभाग के प्रधान सचिव व मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव भूषण गगराणी मौजूद रहे।उद्धव ठाकरे बैठक में राज्य के औद्योगिक विकास और बेहतर औद्योगिक माहौल बनाने को लेकर भी बातचीत की, इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि हम किसी भी उद्योगपतियों को प्रदेश में अपने कारोबार को लेकर परेशान नहीं होने देंगे, बैठक में उन्होंने उद्योगपतियों से महाराष्ट्र में निवेश बढ़ाने की भी अपील की। ठाकरे सरकार ने उद्योगों में आनेवाली समस्याओं का फ़ास्ट ट्रैक पर निपटारा करने की भी बात कही।

खेती, शिक्षा, रोजगार में योगदान देने की अपील की

मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने उद्योगपतियों से कहा कि हमारी सरकार किसी भी विकासकामों को स्थगिती नहीं देगी, जबकि महत्वपूर्ण प्रकल्पों को अधिकाधिक जल्द गति से पूर्ण करने का नियोजन है, यह सरकार केवल hamare नहीं है, आप sabki है, इसलिए CSR का इस्तेमाल खेती, शिक्षा, रोजगार इस क्षेत्र में महाराष्ट्र में बड़ा बदलाव लाने के लिए योगदान दें। विशेष रूप से बीएमसी और सरकारी स्कूलों में उत्तम और तकनिकियुक्त शिक्षा देने, टेलिमेडिसिन जैसी यंत्रणा के माध्यम से दुर्गम भागों में अच्छी वैद्यकीय सुविधा देने के लिए उद्यमियों से मदद मांगी।

देश की इकॉनमी में महाराष्ट्र हमेशा अग्रणी

देश की जीडीपी में महाराष्ट्र राज् का महत्वपूर्ण योगदान है। इसमें उद्योग क्षेत्र सबसे ऊपर है। साल 2025 तक तक राज्य की अर्थव्यवस्था को ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। हम आपको बता दें कि राज्य में उद्योग बढ़ाने के लिए सरकार सतत प्रयास करते रहती है। इसी के अंत तक नवंबर में एक बार फिर मैग्नेटिक महाराष्ट्र परिषद का आयोजन किया जाएगा। पिछली बार इसका आयोजन साल 2018 में किया गया था। बहरहाल देश के बड़े कारोबारी सीएम से मुलाकात तो किये लेकिन महाराष्ट्र का कितना विकास करेंगे ये आने वाले कुछ महीनों में पता चल ही जायेगा।