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May 23, 2025
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Waqf Amendment Bill Protest: काली पट्टी बांधकर अदा की ईद की नमाज

Waqf Amendment Bill Protest: देश में धूमधाम से ईद-उल-फितर (ईद मुबारक) मनाया जा रहा है। रविवार को दिल्ली में ईद-उल-फितर का चांद दिखाई देने के बाद सोमवार यानी 31 मार्च 2024 को पूरे देश में यह पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। देश के प्रमुख शहरों में मुसलमान अपने-अपने इलाकों की मस्जिदों और ईदगाहों में एकत्र हो रहे हैं और ईद (Eid Mubarak) की विशेष नमाज अदा की गई। हालांकि देश के कई हिस्सों में वक्फ बोर्ड संशोधन विधेयक (Waqf Amendment Bill Protest) के विरोध में नमाजियों ने काली पट्टियां बांधीं। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने इस विरोध का आह्वान किया था। रमजान की आखिरी नमाज़ में भी इसी तरह का विरोध देखा गया था।

Waqf Amendment Bill का कर रहे है विरोध

दिल्ली, लखनऊ, भोपाल समेत देश के कई शहरों में लोग हाथों में काली पट्टी बांधकर ईद की नमाज पढ़ने पहुंचे। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने वक्फ बोर्ड संशोधन बिल के सांकेतिक विरोध के लिए नमाज के दौरान हाथों में काली पट्टी बांधने का आवाहन किया था। यही कारण है कि बच्चों से लेकर बूढ़े तक काली पट्टी पहनकर नमाज अदा करने पहुंचे। वक्फ बिल को लेकर देशभर में कई जगहों पर विरोध देखने को मिल रहा है। तमाम इस्लामिक संगठन इस बिल का विरोध करते नजर आ रहे हैं। इस नमाज में बड़ी संख्या में बच्चे भी शामिल थे। इनके हाथों में काली पट्टी और प्रोटेक्ट फिलिस्तीन के बैनर-पोस्टर भी थे। बोर्ड का कहना है कि अगर यह बिल पारित हो गया तो मस्जिद, दरगाह, मदरसे, कब्रिस्तान और कई अन्य संस्थान उनके हाथ से चले जाएंगे।

Waqf Amendment Bill: वक्फ संशोधन विधेयक क्या है?

नए बिल के अनुसार जमीन पर दावा करने वाला ट्रिब्यूनल के अलावा रेवेन्यू कोर्ट, सिविल कोर्ट या हाई कोर्ट में अपील कर सकेगा। अब वक्फ ट्रिब्यूनल के फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील की जा सकेगी। जब तक किसी ने वक्फ को दान में जमीन नहीं दी हो, उस पर भले ही मस्जिद बनी हो पर वह वक्फ की संपत्ति नहीं होगी। वक्फ बोर्ड में 2 महिलाओं और अन्य धर्म के 2 सदस्यों को एंट्री मिलेगी। इन्हीं सब बदलावों का विरोध किया जा रहा है।

Nainital: झीलों के शहर नैनीताल में सूख रही प्रसिद्ध Naini झील 

Nainital Naini Lake
Nainital Naini Lake
Nainital: गर्मी शुरू होने से पहले ही उत्तराखंड के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल Nainital की Naini झील का जलस्तर पिछले 5 साल के सबसे निचले स्तर 4.7 फीट तक पहुंच गया है। विशेषज्ञों के अनुसार, इसी तरह जलस्तर गिरता रहा तो मई-जून से पहले ही Naini झील सूख सकती है। बकौल रिपोर्ट्स, नैनीताल में अक्टूबर-2024 से अबतक बारिश-बर्फबारी औसत से 90% कम हुई है। उत्तराखंड के Nainital को झीलों का शहर कहा जाता है, जिसकी झीलों के किनारे सुकून के दो पाल बिताने देश-विदेश से पर्यटक बड़ी तादाद में पहुंचते हैं। लेकिन झीलों की रानी Naini झील पर अब संकट के बादल मंडरा रहे हैं। नैनीताल समेत पहाड़ों में लंबे समय से बारिश नहीं होने से विश्व प्रसिद्ध Naini झील और नदियों का जलस्तर तेजी से घट रहा है। नैनी झील का जलस्तर कम होने से झील की सुंदरता पर ग्रहण लग रहा है। झील के चारों तरफ बड़े-बड़े Delta उभरने लगे हैं।

कम वर्षा और Global Warming की मारी Naini झील

दरअसल बीते अक्टूबर माह से अब तक Nainital में बारिश और बर्फबारी औसत की अपेक्षा 90 प्रतिशत से कम हुई है, जिसके चलते नैनीताल समेत आसपास के क्षेत्रों में सूखे जैसे हालात बनने लगे हैं। कम बारिश का नैनीताल पर इतना गहरा असर पड़ा है कि विश्वप्रसिद्ध Naini झील का जलस्तर बीते 5 साल में सबसे कम स्तर पर जा पहुंचा है। साल 2020 में Naini झील का जलस्तर 6 feet 10 inch था। 2021 में यह स्तर घटकर 4 feet 4 inch पर आ गया था। साल 2022 में अच्छी बरसात के चलते इसमें कुछ सुधार हुआ और यह 7 feet 9 inch तक बढ़ गया। लेकिन उसके बाद के वर्षों में कम होती वर्षा के चलते Naini झील का जलस्तर साल 2023-24-25 में घटकर क्रमश: 4.8,4.9 और 4.7 हो गया। अगर यही हालात रहे तो आने वाले दिनों में Nainital में स्थानीय लोगों के सामने पेयजल संकट खड़ा हो जाएगा। इतना ही नहीं, मई जून में गर्मियों के दौरान पर्यटन सीजन में पर्यटकों को भी पेयजल की किल्लत से जूझना पड़ सकता है। वर्तमान में Naini झील का जल स्तर 4.9 फिट है। झील के जलस्तर को संतुलित बनाए रखने के लिए जल संरक्षण विभाग के द्वारा Nainital के जल संस्थान में Roasting System लागू किया गया है। विभाग द्वारा केवल 12 MLD पानी की ही सप्लाई की जा रही है, ताकि Naini झील के गिरते जलस्तर पर नियंत्रण रखा जा सके।

Naini के किनारों पर अतिक्रमण

Naini झील के Catchment Area में लगातार हो रहे अतिक्रमण और सूखते प्राकृतिक जल स्रोतों का बेहतर रखरखाव ना होने के चलते प्राकृतिक जल स्रोत सूखने लगे हैं। शहर की ऊंचाई वाले क्षेत्रों में स्थित जल स्रोतों और Catchment झील से पानी साल भर रिस कर Naini झील में आता था। दूसरी तरफ Nainital की आबादी और यहां आने वाले पर्यटकों को पीने के पानी की आपूर्ति झील के पानी से होती है, जिस वजह से झील पर दबाव रहता है, जो झील के जलस्तर में गिरावट का कारण है। इस बार बारिश और बर्फबारी बहुत कम हुई है, जिसके चलते झील का जलस्तर मार्च माह में ही 4 फीट तक जा पहुंचा है जो आने वाले समय के लिए एक चिंता का कारण बन सकता है। सरोवर नगरी Nainital में Naini झील का जलस्तर तेजी से घट रहा है, जिसको लेकर पर्वावरणविद भी चिंतित हैं। इस समस्या की वजह मौसम की बेरुखी व कम बारिश और बर्फबारी मानी जा रही है, जिस कारण Nainital के प्राकृतिक जल स्रोत रिचार्ज नहीं हो रहे हैं, जिसका साफ असर Naini झील पर देखने को मिल रहा है। बारिश का नैनीताल पर इतना गहरा असर पड़ा है कि झील का जलस्तर बीते 5 साल में सबसे कम स्तर पर जा पहुंच गया है। अगर यही हालात रहे तो आने वाले दिनों में नैनीताल में स्थानीय लोगों के सामने पेयजल संकट खड़ा हो जाएगा। इतना ही नहीं मई-जून में गर्मियों के दौरान पर्यटन सीजन में पर्यटकों को भी पेयजल की कमी से जूझना पड़ सकता है। Naini झील का रखरखाव करने वाले सिंचाई विभाग के अधिकारियों की मानें, तो नैनीताल झील में पिछले चार सालों में मार्च माह में सबसे कम है।
झील की स्थिति को सुधारने के लिए जल संचयन, वर्षा जल संचयन और झील के आसपास के क्षेत्र में वृक्षारोपण जैसे उपायों पर ध्यान देने की आवश्यकता है। इसके अलावा, झील के प्रबंधन में सुधार और जल संसाधनों के दुरुपयोग को रोकने के लिए एक व्यापक योजना बनाने की आवश्यकता है। सबसे बड़ी बात, जो केवल Naini झील ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व को सोचने की ज़रूरत है, Global Warming की Warning को समझना! प्रकृति बार-बार, हर तरीक़े से चेतावनी दे रही है, कि बस, अब तो संभल जाओ, अब तो जागो, वरना धरती पर जीवन का नामोनिशान मिट जाएगा। लेकिन हम हर चेतावनी को हल्के में ले रहे हैं।

ओडिशा ट्रेन हादसे में एक की मौत, 8 घायल, बैंगलोर-कामाख्या के 11 डिब्बे पटरी से उतरे

Bangalore Kamakhya express Accident
Bangalore Kamakhya express Accident
Odisha Train Accident: ओडिशा में Bangalore-Kamakhya Express दुर्घटनाग्रस्त हो गयी है। दुर्घटनाग्रस्त कामाख्या एक्सप्रेस में कटिहार रेल मंडल के 204 यात्री सवार थे। इन यात्रियों की सुविधा के लिए किशनगंज और बारसोई में हेल्पलाइन सेंटर खोला गया है। बैंगलोर-कामाख्या एसी सुपरफास्ट एक्सप्रेस के 11 डिब्बे पटरी से उतर गए। Odisha Train Accident: Odisha Cuttak के नेरगुंडी स्टेशन के पास रविवार को 12551 Bangalore Kamakhya एसी सुपरफास्ट एक्सप्रेस के 11 डिब्बे पटरी से उतर गए, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और 8 घायल हो गए। पूर्व तट रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (CPRO) अशोक कुमार मिश्रा ने बताया कि SMVT बेंगलुरु-कामाख्या एसी एक्सप्रेस के 11 डिब्बे सुबह 11:54 बजे मंगुली के पास निरगुंडी में पटरी से उतर गए।
ट्रेन के 11 डिब्बे पटरी से उतरने के बाद राहत और बचाव कार्य तेज कर दिए गए हैं। Odisha Fire Service और NDRF की मदद से Resque Operation चलाया गया। पुलिस के अधिकारी भी राहत और बचाव कार्य में मदद पहुंचा रहे हैं। Odisha में चल रही Heat Wave के कारण कुछ यात्रियों की हालत ख़राब हो गई, जिन्हें मौके पर बने अस्थाई Medical Camp में फ़ौरी तौर पर राहत दी गई।

Bangalore Kamakhya ट्रेन हादसे की होगी जांच

Bangalore Kamakhya सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन हादसे पर बोलते हुए, ईस्ट कोस्ट रेलवे के CPRO अशोक कुमार मिश्रा ने कहा, “12551 कामाख्या सुपरफास्ट एक्सप्रेस के कुछ डिब्बों के पटरी से उतरने की सूचना मिली। अभी तक हमें सूचना मिली है कि 11 एसी डिब्बे पटरी से उतरे हैं। 1 यात्री की मौत हुई है और कुछ घायल हुए हैं। जहां तक हमें सूचना मिली है, दुर्घटना राहत ट्रेन, आपातकालीन चिकित्सा उपकरण भेजे गए हैं। डीआरएम खुर्दा रोड, जीएम/ईसीओआर और अन्य उच्च स्तरीय अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं। जांच के बाद हमें Bangalore Kamakhya Express के पटरी से उतरने का कारण पता चलेगा। हमारी पहली प्राथमिकता मार्ग पर प्रतीक्षा कर रही ट्रेनों को डायवर्ट करना और बहाली का काम शुरू करना है।
ट्रेन हादसे पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने X पर एक पोस्ट डाला है। उन्होंने लिखा, “मुझे ओडिशा में 12551 कामाख्या एक्सप्रेस से जुड़ी घटना की जानकारी है। सीएमओ ओडिशा सरकार और रेलवे के संपर्क में है। हम प्रभावित हर व्यक्ति से संपर्क करेंगे।

Chaitra Navratri: स्त्री के आदिशक्ति जगतजननी मां दुर्गा रूप का उत्सव

Chaitra Navratri 2025
Chaitra Navratri 2025
Chaitra Navratri: पूरे देश भर में आज, 30 मार्च से आदिशक्ति मां दुर्गा की आराधना का पावन पर्व Chaitra Navratri का शुभारंभ बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है। श्रद्धालु आज से पूरे 9 दिनों तक व्रत उपवास और पूजा पाठ के द्वारा मां दुर्गा की आराधना के साथ नव वर्ष की शुरुआत करेंगे।
Chaitra Navratri: सनातन सभ्यता अति प्राचीन है। आदि काल में भारत भूमि पर तैंतीस कोटि देवी देवताओं का वास रहा है, जिनके स्वभाव, संस्कार, दृष्टि, वृत्ति व कर्म सदैव स्व-धर्म यानी आत्मिक शांति, सुख, प्रेम, पवित्रता, सदाचार, सहयोग व सद्भाव की रही है। सनातन संस्कृति की जननी हिंदू सभ्यता है, जिसमें हमारे पूर्वज देवी-देवताओं के पवित्र, सतोगुणी कर्म व जीवन प्रणाली का स्मरण करने हेतु अनेक पर्व-त्यौहार व उत्सव मनाए जाते हैं। चैत्र शुक्ल प्रतिपदा, यानि Chaitra Navratri विशेष उत्सव है, जिसे हिंदू नववर्ष के रूप में मनाया जाता है। कहते हैं, इसी दिन से आदि पिता ब्रह्मा ने सृष्टि रचने का कार्य प्रारंभ किया। जिस प्रकार सूर्योदय से पूर्व काल को अमृत वेला कहते हैं, वैसे पूरे साल के लिए हमारी वृति, वातावरण, आचरण, प्रवृत्ति व पर्यावरण को नए सिरे से स्वस्थ, स्वच्छ, संतुलित, सुखद, समृद्ध व शक्तिशाली बनाने की शुभ वेला भी यह तिथि यानि Chaitra Navratri है।

Chaitra Navratri से नव वर्ष की शुरुआत

यह भी मान्यता है कि Chaitra Navratri: स्त्री के आदिशक्ति जगतजननी मां दुर्गा रूप का उत्सव हिंदू नववर्ष में Navratri आदि पर्वों का मूल उद्देश्य है, श्रद्धालुओं को दैवी गुणों, सनातनी संस्कृति, सात्विक खानपान, स्वस्थ जीवनशैली की ओर प्रेरित करना, लोगों को आध्यात्मिक मार्ग पर अग्रसर कराना, मानव जीवन और समाज में दया, करुणा, मैत्री, स्नेह, एकता, भाईचारा व वसुधैव कुटुंबकम जैसे सकारात्मक गुण, शक्ति, वैश्विक मूल्य, आदर्श, सनातनी संकल्प व श्रेष्ठ संस्कारों को बढ़ावा देना। संपूर्ण ब्रह्मांड की उत्पत्ति का मूल कारण शक्ति (Chaitra Navratri 2025) ही है, जिसे ब्रह्मा विष्‍णु व महेश तीनों ने मिलकर मां नवदुर्गा के रूप में सृजित किया। इसलिए मां दुर्गा में ब्रह्मा विष्‍णु एवं शिव तीनों की शक्तियां समाई हुई हैं। जगत की उत्पत्ति, पालन एवं लय, तीनों व्यवस्थाएं जिस शक्ति के आधीन संपादित होती हैं वही हैं पराम्बा मां भगवती आदिशक्ति।
Chaitra Navratri का आध्यात्मिक और वैज्ञानिक दृष्टि से अत्यंत महत्व है। नवरात्र देवी भगवती की उपासना के माध्यम से आत्मिक शक्ति, मानसिक शांति और शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ाने का एक दुर्लभ अवसर होता है। Navratri के 9 दिनों में आहार-विहार का संयम व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने और आंतरिक शक्तियों को जाग्रत करने का कार्य करता है। देवी दुर्गा इच्छा, ज्ञान और क्रिया शक्ति की प्रतीक हैं। वह संपूर्ण ब्रह्मांड की आधारभूत और क्रियात्मक शक्ति के रूप में आराधित होती हैं। Navratri का माहात्म्य सर्वोपरि इसलिए भी है, क्यूंकि इसी कालखंड में देवताओं ने दैत्यों से परास्त होकर आद्या शक्ति की प्रार्थना की थी और उनकी पुकार सुनकर देवी मां का आविर्भाव हुआ। उनके प्राकट्य से दैत्यों के संहार करने पर देवी मां की स्तुति देवताओं ने की थी। Navratri राक्षस महिषासुर पर देवी मां दुर्गा की विजय का प्रतीक है, जो नकारात्मकता के विनाश और जीवन में सकारात्मकता के पुनरुद्धार का प्रतीक है।
निराकार परमेश्वर, जो न स्त्री है न पुरुष, को जब सृष्टि की रचना करनी होती है तो वे आदि पराशक्ति के इच्छा रूप में ब्रह्मांड की रचना, जननी रूप में संसार का पालन और क्रिया रूप में पूरे ब्रह्मांड को गति तथा बल प्रदान करते हैं। नवरात्र मां के अलग-अलग रूप के अविलोकन करने का दिव्य पर्व है। माना जाता है कि Navratri में किए गए प्रयास, शुभ-संकल्प बल के सहारे देवी दुर्गा की कृपा से सफल होते हैं। काम, क्रोध, मद, मत्सर, लोभ आदि जितनी भी राक्षसी प्रवृतियां हैं, उसका हनन करके उनपर विजय पाने के प्रतीकात्मक रूप में Navratri का उत्सव मनाया जाता है।

स्त्री के शक्ति और जननी रूप की आराधना का पर्व Navratri

व्यक्ति जीवनभर या पूरे वर्षभर में जो भी कार्य करते-करते थक जाता है, तो इससे मुक्त होने के लिए इन नौ दिनों में शरीर की, मन की, और बुद्धि में शुद्धि के लिए, सत्व शुद्धि के लिए व्रत-तप कर पवित्र होने का पर्व है Navratri! नवरात्र का उत्सव बुराइयों से दूर रहने का प्रतीक है। यह लोगों को जीवन में उचित एवं पवित्र कार्य करने और सदाचार अपनाने के लिए प्रेरित करता है। इस पर्व पर सकारात्मक दिशा में कार्य करने पर मंथन करना चाहिए, ताकि समाज में सद्भाव के वातावरण का निर्माण हो सके। Navratri आहार की शुद्धि के साथ मंत्र की उपासना का भी काल है।
देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों की आराधना का यह पर्व हमें मातृशक्ति की उपासना तथा सम्मान की प्रेरणा देता है। समाज में नारी के महत्व को प्रदर्शित करने वाला यह पर्व हमारी संस्कृति एवं परंपरा का प्रतीक है। मां ही आदिशक्ति हैं, मां ही सर्वगुणों का आधार हैं, राम-कृष्ण, गौतम, कणाद आदि ऋषि-मुनियों, वीर-वीरांगनाओं की जननी हैं। नारी इस सृष्टि और प्रकृति की ‘जननी’ है। नारी के बिना तो सृष्टि की कल्पना भी नहीं की जा सकती। जीवन के सकल भ्रम, भय, अज्ञान और अल्पता का भंजन एवं अंतःकरण के चिर-स्थायी समाधान करने में समर्थ है विश्वजननी कल्याणी ललिता राजराजेश्वरी पराशक्ति श्री मां दुर्गा जी की उपासना का यह दिव्य पर्व (Chaitra Navratri) चैत्र नवरात्र!

Gujarat Titans Beat Mumbai Indians by 36 Runs in IPL 2025

The Gujarat Titans (GT) secured their first victory in the IPL 2025 season against Mumbai Indians (MI) by 36 runs at the Narendra Modi Stadium in Ahmedabad on Saturday. GT, led by Shubman Gill, showcased an impressive all-round performance, leaving MI winless after two matches this season.
GT was invited to bat first and posed a competitive score of 196/8. Sai Sudharsan continued to be in a fine form, scoring 63 runs off 41 balls, supported by Shubman Gill’s 38 runs off 27 deliveries. The duo gave GT a strong start, accumulating 78 runs for the opening wicket. Furthermore, Jos Buttler contributed a quick 39 runs off 24 balls before falling to Mujeeb Ur Rahman. Despite losing wickets in the death overs, Sherfane Rutherford’s 18 runs off 11 runs helped GT finish on a high note.
Mumbai’s bowlers struggled in the initial stage but made an excellent comeback in the final overs. Trent Boult and Mujeeb Ur Rahman were instrumental in restricting Gujarat under the 200-mark, scalping crucial wickets during the closing stages.

Mumbai’s Chase

Mumbai Indians’ chase of 197 runs started off on a shaky start as Mohammed Siraj dismissed both Rohit Sharma (8 off 4) and Ryan Rickelton (6 off 9) early in the innings. Suryakumar Yadav (48 off 28) and Tilak Varma (39 off 36) steadied the match with a partnership of 62 runs. However, Prasidh Krishna (2/18 in four overs) broke their momentum, dismissing both batters at critical junctures.
Hardik Pandya’s return to Ahmedabad was far from ideal as he managed only 11 runs before Kagiso Rabada got his wicket. MI’s lower order failed to accelerate against GT’s skilful bowling attack, eventually finishing at 160/6 in their allotted overs.
The GT’ bowlers delivered under pressure, with Prasidh Krishna and Mohammed Siraj leading the charge. Their economical spells ensured MI never gained control of the chase. GT’s fielding also played a pivotal role, with Shubman Gill and Rahul Tewatia taking key catches to dismiss MI’s top scorers.
This victory marked Gujarat Titans’ first win of IPL 2025 after their narrow defeat against Punjab Kings earlier this week. Meanwhile, Mumbai Indians remain winless and will need to regroup quickly to turn their campaign around.

Ayodhya Gears Up for Grand Ram Navami Celebrations with Comprehensive Arrangements

Cleaning Stages Set for Sanity

In addition to cleanliness, 34 mobile toilets have been installed to cater to the large crowds, and temporary sanitation facilities are being set up throughout the fairgrounds. An enforcement team, working with the local police, will monitor and remove any encroachments to maintain the smooth flow of foot traffic.

CM Yogi to Personally Supervise Service

As part of Ayodhya’s preparations, the city is also taking steps to manage the accommodation needs of the devotees. Hotels, dharamshalas, and homestays are already at full capacity, with alternative accommodations also nearing their limits. The anticipated large crowds are primarily due to the historical significance of this year’s Ram Navami celebrations, following the inauguration of the Ram Temple.

Surya Tilak: Sun’s Rays to Illuminate Ramlala on April 6

Another highlight of this year’s festivities will be the Surya Tilak event on April 6. At precisely noon, the sun’s rays will be directed onto Ramlala’s forehead, thanks to an innovative mechanism developed by the Central Building Research Institute (CBRI). This spectacular event will be streamed live, allowing devotees worldwide to witness this divine moment.
With meticulous preparations underway, Ayodhya is ensuring that the Ram Navami celebrations will not only be a religious occasion but also an experience marked by comfort, safety, and devotion.

Myanmar Earthquake: राहत के लिए भारत का Operation Brahma,

Operation Brahma India
Operation Brahma India
Myanmar में 7.7 तीव्रता के भीषण भूकंप से भारी तबाही हुई है जिसमें 1000 से अधिक लोगों की मौत होने की ख़बर है। भारत ने Myanmar Earthquake पीड़ितों के लिए Operation Brahma के तहत राहत सामग्री और आवश्यक सहायता भेजी है। भारतीय वायुसेना का सी-130 विमान 15 टन राहत सामग्री लेकर Yangon पहुंचा। भारतीय नौसेना के INS Satpuda और INS Savitri, Myanmar के Yangon Port पोर्ट पहुंचे, 40 टन मानवीय सहायता लेकर! भूकंप से तबाह Myanmar में भारत ने एक फिर ‘First Responder’ की भूमिका निभाई है।

भारतीय विदेश मंत्री S Jaishankar ने दी जानकारी

विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने X पर पोस्ट कर बताया, Operation Brahma के तहत भारतीय नौसेना के जहाज INS सतपुड़ा और INS सावित्री 40 टन मानवीय सहायता लेकर यांगून के लिए रवाना हुए हैं। विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल (Randhir Jaiswal) ने बताया कि इस ऑपरेशन का नाम ‘ब्रह्म’ (Brahma) इसलिए रखा गया क्योंकि यह निर्माण और पुनर्निर्माण का प्रतीक है। उन्होंने कहा, “जब Myanmar सरकार और वहां की जनता को इस आपदा के बाद फिर से खड़ा होने में मदद कर रहे हैं, तो ‘Brahma’ से बेहतर कोई नाम का नहीं है। भारत से पहली राहत फ्लाइट 15 टन राहत सामग्री लेकर सुबह 3 बजे हिंडन एयरबेस (Hindon Airbase) से रवाना हुई और सुबह 8 बजे यांगून पहुंची। 80 विशेषज्ञ बचाव कर्मियों की NDRF (National Disaster Response Force) टीम भी Myanmar भेजी गई। Kolkata में रिजर्व टीम तैयार रखी गई है जिसे जरूरत पड़ने पर भेजा जाएगा। MEA प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने कहा कि भारत हमेशा First Responder की भूमिका निभाता रहा है। Myanmar में जब Cyclone Yagi आया था, तब भी भारत ने राहत अभियान चलाया था। विदेश मंत्रालय ने बताया कि Operation Brahma के तहत उत्तर प्रदेश (UP) के आगरा से 118 सदस्यों वाला Field Hospital म्यांमार जाएगा। भारतीय नौसेना के दो जहाज Myanmar भेज दिए गए हैं। इसके अलावा आपदा राहत सामग्री के साथ दो और जहाज भेजे जाएंगे।

Myanmar में भूकंप से भारी तबाही

राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (National Center for Seismology) के अनुसार, म्यांमार में आए 7.7 तीव्रता के भूकंप (Myanmar Earthquake) ने भारी तबाही मचाई है। 1000 से अधिक मौतें, 1670 घायल, Myanmar की सैन्य सरकार ने जानकारी साझा की। लेकिन Geological Survey का अनुमान है कि मृतकों की संख्या 10,000 पार कर सकती है। Thailand में भी भूकंप का असर दिखाई दिया। Bangkok में एक निर्माणाधीन इमारत धराशायी हो गई जिसमें 8 लोगों की मौत हो गई और 100 से ज्यादा लोगों के दबे होने का अंदेशा है।
Thailand के राजा महा वजिरालोंगकोर्न (Maha Vajiralongkorn) ने भूकंप पीड़ितों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। CNN की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा कि सभी घायलों का इलाज ‘Royal Patronage’ के तहत किया जाएगा।
Myanmar में शुक्रवार को 7.7 की तीव्रता वाला भीषण भूकंप आया। इस भूकंप ने देश में भारी तबाही मचाई है, जिससे अब तक 1000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। म्यांमार में घर ढह गए, बुनियादी ढांचा चरमरा गया, और लोग बेसहारा हो गए हैं। इस संकट की घड़ी में भारत ने एक बार फिर साबित किया कि वह अपने मित्र राष्ट्रों के लिए सबसे पहले मदद का हाथ बढ़ाने वाला देश है। भारत ने तुरंत म्यांमार की मदद के लिए ‘Operation Brahma’ शुरू कर दिया है। इसके तहत भारत ने बड़े पैमाने पर सहायता Myanmar पहुंचाई है। यह केवल दोनों देशों के बीच गहरे रिश्तों को तो दिखाता ही है, साथ ही पड़ोसी देशों को ये संदेश भी देता है कि भारत हमेशा अपने पड़ोसियों के साथ खड़ा रहेगा।

Maharashtra Govt’s New Circular: Faster Action on Public Issues

In an effort to promptly address public grievances and issues highlighted through various media platforms, the Government of Maharashtra has issued an important circular today. Through this circular, the government aims to enhance its operational efficiency by taking cognizance of significant news related to governance and providing better services to citizens, as informed by Principal Secretary and Director General of Information and Public Relations, Mr. Brijesh Singh.
On Friday, a government resolution (GR) was issued and it stated that the Directorate General of Information and Public Relations (DGIPR) will identify and address factually incorrect news in print, electronic, and digital media.

Key Features and Objectives

  • Government departments will promptly take note of reports published in various media outlets.
  • This initiative will help in resolving public complaints and issues more effectively.
  • Media reports will assist in improving service delivery mechanisms and ensuring speedy resolution of problems.

Purpose of the Circular

  1. Strengthening dialogue with the media.
  2. Enhancing the citizen-government relationship.
  3. Implementing a transparent communication process.
  4. Facilitating regular exchange of information.

Implementation Process

  1. Appointment of nodal officers in each department.
  2. Immediate attention to media reports.
  3. Weekly action reports.
  4. Monthly review meetings.

Expected Outcomes

  1. Swift resolution of complaints by promptly addressing media reports.
  2. Increased citizen satisfaction.
  3. Enhanced administrative efficiency.
  4. Strengthened governance and public image.

Immediate Attention to Media Reports

“Through this circular (GR), the government aims to enhance its operational efficiency by taking cognisance of significant news related to governance and providing better services to citizens,” said Brijesh Singh, Director General of Information and Public Relations.
“It is a significant step towards transparent and accountable governance. It will ensure that information and issues highlighted by the media are promptly addressed, leading to the establishment of a more effective mechanism for resolving public grievances,” Singh added.

UP Ram Navami Meat Ban: योगी सरकार का सख्त फैसला, धार्मिक स्थलों के पास मांस बिक्री पर बैन

Yogi Adityanath Reviews Health Services to Boost Healthcare in Uttar Pradesh
Yogi Adityanath Reviews Health Services to Boost Healthcare in Uttar Pradesh
UP Ram Navami Meat Ban: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार (Uttar Pradesh) ने अवैध बूचड़खानों को बंद करने और धार्मिक स्थलों के 500 मीटर के दायरे में मांस की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने का सख्त आदेश जारी किया है। नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव अमृत अभिजात ने सभी जिलाधिकारियों, पुलिस आयुक्तों और नगर आयुक्तों को बूचड़खानों को तत्काल बंद करने और धार्मिक स्थलों के पास मांस बिक्री पर प्रतिबंध लागू करने के निर्देश दिए हैं।

Ram Navami: राम नवमी पर विशेष सख्ती, 6 अप्रैल को पशु वध और मांस बिक्री पूरी तरह प्रतिबंधित

2014 और 2017 में जारी आदेशों का हवाला देते हुए योगी सरकार ने स्पष्ट किया है कि अवैध पशु वध और धार्मिक स्थलों के पास मांस बिक्री पूरी तरह प्रतिबंधित होगी। इस फैसले को प्रभावी बनाने के लिए जिलाधिकारियों की अध्यक्षता में जिला स्तरीय समितियों का गठन किया गया है। इनमें पुलिस, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, पशुपालन विभाग, परिवहन विभाग, श्रम विभाग, स्वास्थ्य विभाग और खाद्य सुरक्षा प्रशासन के अधिकारी शामिल होंगे। Ram Navami – UP government bans sale of meat.

UP Ram Navami Meat Ban:धार्मिक स्थलों के 500 मीटर के दायरे में मांस बिक्री पर बैन

6 अप्रैल 2025 को राम नवमी के दिन विशेष प्रतिबंध लागू होगा, इस दिन पशु वध और मांस की बिक्री पूरी तरह बंद रहेगी। यूपी नगर निगम अधिनियम 1959 और खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2006 एवं 2011 के प्रावधानों के तहत, योगी सरकार ने अधिकारियों को उल्लंघन करने वालों पर कड़ी दंडात्मक कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। UP Ram Navami Meat Ban

Karnataka: Elderly Couple Dies by Suicide After Losing ₹50 Lakh to Cyber Fraud

Elderly Couple Dies by Suicide
Elderly Couple Dies by Suicide
A very shocking incident has come to light from Karnataka’s Belagavi district. An older couple from Beedi village died by suicide after being defrauded of over ₹50 lakh. The cybercriminals posed as officials from the Delhi Crime Branch and the telecom department. The couple, identified as DS Nazareth (82) and his wife Flaviana (79), reportedly fell victim to these fraudsters.

What happened?

The couple left behind a suicide note. Nazareth, in the note said the scam began when he received a call from a man named Sumit Birra. The man on the call claimed to be a telecom department official. Nazareth further wrote, Birra falsely informed that a SIM card in his name was being misused for illegal activities.
What followed was even worse, soon the call was transferred to Anil Yadav. He introduced himself as a Delhi Crime Branch officer. Yadav allegedly pressured Nazareth into disclosing his financial details compelling him and warned of legal action if he failed to meet his demands.

Forced to transfer ₹50 lakh

The couple, being scared of the repercussions, initially transferred ₹5 lakh. However, the fraudsters continued their extortion, demanding more money. The couple was then forced to transfer over ₹50 lakh. However, despite the payments, the threats did not stop, pushing the couple into despair and leading to suicide.

Discovery of the bodies

The neighbours found Flaviana lying lifeless on the bed when the incident came to light on Thursday. Later, Nazareth’s body was discovered in the underground water tank of their home. According to Police reports, Nazareth died by slitting his throat. Injuries were also found on Nazareth’s wrist. Meanwhile, Flaviana is suspected to have consumed poison.

Suicide Note and Investigation

The two-page handwritten suicide note stated that no one should be blamed for their decision. However, it named Sumit Birra and Anil Yadav as the individuals behind the cyber fraud. Nazareth also mentioned he had borrowed money from friends and requested that the loans be repaid by selling his wife’s gold bangles and earrings.
In the note he wrote, “Now I am 82 years old, and my wife is 79. We have no one to support us, We do not want to live at the mercy of anyone, so we have taken this decision.”.
Authorities have seized the suicide note, Nazareth’s mobile phone, and the knife used in the act as part of their investigation. A case of cyber fraud and abetment to suicide has been registered under the IT Act, and efforts are underway to trace the accused and track the bank accounts used in the scam.

Police Statement

Belagavi Superintendent of Police Bhimashankar Guled said, “According to messages accessed from Nazareth’s phone, the cybercriminals asked him to contact the crime branch and he complied. Prima facie, it appears that these ‘crime branch’ people threatened the couple and extorted more money out of them”.
“We have accessed their bank accounts and are still calculating the total amount extorted. This is a serious matter, and a detailed investigation is underway,” said a senior police official from Nandgad.

Hindi Manch

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