Anju Singh
बोलो, अब कब बोलोगे…
कब बोलोगे...
इन दिनों देश कुछ अजीबो-गरीब हालात से गुजर रहा है। आर्थिक, सामाजिक, राजनैतिक सभी स्तर पर उथल-पुथल मची हुई है। लगभग किंकर्तव्यविमूढ़ की स्थिति बन गई है। हम एक ऐसे दौर से गुजर रहे हैं, जिसकी हमने कभी कल्पना भी नहीं की थी। एक अज्ञात सूक्ष्म वायरस ने समूचे विश्व को अपनी गिरफ्त...
क्या हमें पता है आजादी के मायने?
१५ अगस्त की सुबह रोहन स्कूल जाने के लिए बहुत उत्साहित था। सवेरे तैयार होकर स्कूल पंहुचा। प्रिंसीपल सर ने बड़ी शान से तिरंगा फहराया, सबने मिलकर राष्ट्रगीत गाया। आजादी के मतवाले शहीदों को श्रध्दांजली अर्पित की गई और नन्हा रोहन हाथ में तिरंगा लेकर घर लौटा। स्कूल में छुट्टी थी, पापा का दप्तर...
क्या सचमुच आजाद हुए है हम?
आज १५ अगस्त है। हमारे देश को आजाद हुए पुरे ७१ वर्ष हो गए। पुरा हिंदुस्तान आजादी का जश्न मना रहा है। जगह-जगह तिरंगा फहराया जाएगा। देशभक्ति के गीत गाए जाएंगे। चारो और हरा और केसरिया रंग फैला नजर आएगा। दफ्तरों, स्कूलो में छुट्टी और टेलिविजन पर देशभक्ति से ओत-पोत कार्यक्रमो और फिल्मों की भरमार होगी।...
जो शहीद हुए हैं उनकी जरा याद करो कुर्बानी…
बीते ७ अगस्त का दिन हमारे देश के लिए बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण रहा। दो वजहों से यह दिन इतिहास में हमेशा यादगार रहेगा। पहला, इस दिन हमारे देश के एक महान नेता और डी.एम. के पार्टी प्रमुख श्री. करुणानिधि का गंभीर बीमारी के चलते ९४ वर्ष की आयु में दुखद निधन हो गया। उनकी मौत ने सारे देश...
शेल्टर होम या हेल होम…… हम फिर भी खामोश रहेंगे!
अभी बिहार शेल्टर होम में मासूम अनाथ बच्चियों के साथ अमानवीय तरीके से बलात्कार का मामला सामने आया ही था कि उत्तर प्रदेश ने भी उस रेस में शामील होने का फैसला कर लिया। जी हाँ, उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में स्थित एक शेल्टर होम में भी अनाथ लड़कियों से वेश्यावृत्ति कराए जाने की रिपोर्ट सामने आई है।...
CSR: बलात्कारी नही, नरभक्षी… कब तक यूँ ही खामोश रहेँगे हम ??
इस तस्वीर में ऐसी क्या खास बात है? शायद आप सभी इस चेहरे से नावाकिफ होंगे। ये बिहार के एक बाहुबली ब्रिजेश सिंह है जो कई मासूम और नाबालिक अनाथ बच्चियों के साथ बलात्कार के मामले में गिरफ्तार हुए हैं। अब एक बार फिर इस तस्वीर को देखिए। क्या इसके चेहरे की हँसी किसी शैतान...
बलात्कार नारी का या इंसानियत का?
एक बार फिर से सारा देश उबल रहा है, कैंडल मार्च, सोशल मीडिया पर अत्याचार के खिलाफ खड़े होने की अपील, लोगों के ट्वीट्स और राजनीतिक पार्टियों के आरोप प्रत्यारोप, फिर वही सब, फिर फिर...लेकिन क्यों?, अब तक तो हमारे समाज को इन बातों का आदी हो जाना चाहिए था। क्या निर्भया कांड के...