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June 16, 2025

महाराष्ट्र साइबर ने 6 साल में 700 करोड़ की ऑनलाइन ठगी रोककर फ्रीज की रकम, जल्द मिलेगा रिफंड

महाराष्ट्र साइबर सेल (Maharashtra Cyber Cell) ने ऑनलाइन ठगी के बढ़ते मामलों के बीच एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। साल 2019 से 2025 के बीच सेल ने करीब 700 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की रकम को फ्रीज कर लिया है, जिससे यह राशि ठगों के हाथों में जाने से बच गई। यह कार्रवाई राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग हेल्पलाइन नंबर 1930 और 1945 पर मिले लाखों शिकायतों के आधार पर की गई है। महाराष्ट्र साइबर की मानें तो फ्रीज की गई रकम बैंकों, डिजिटल वॉलेट और पेमेंट गेटवे के जरिए ट्रैक की गई। रकम फिलहाल कानूनी प्रक्रिया के अधीन है और अदालत की अनुमति के बाद पीड़ितों को रिफंड मिल सकेगा। हम आपको बता दें कि रिफंड की प्रक्रिया लंबी और जटिल है, लेकिन सरकार और साइबर सेल की कोशिश है कि यह जल्द पूरी हो। Online Fraud

मुंबई, पुणे और ठाणे बने ऑनलाइन साइबर ठगी के बड़े हॉटस्पॉट Cyber Crime Hotspot

महाराष्ट्र साइबर सेल की रिपोर्ट के अनुसार, मुंबई अब राज्य में साइबर अपराध का सबसे बड़ा केंद्र बन चुका है। साल 2024 में सिर्फ मुंबई से 54,836 साइबर अपराध की शिकायतें दर्ज हुईं। दूसरे नंबर पर पुणे रहा, जहां से 26,332 शिकायतें आईं, जबकि ठाणे तीसरे स्थान पर रहा, जहां 23,148 शिकायतें दर्ज की गईं। इसके अलावा नवी मुंबई और पिंपरी चिंचवड़ में भी साइबर ठगी के मामलों में तेजी आई है। साइबर अपराध रोकने के लिए सेल लगातार बैंकों और वित्तीय संस्थाओं के साथ रियल टाइम में समन्वय बनाकर काम कर रहा है। जैसे ही किसी संदिग्ध लेनदेन की जानकारी मिलती है, तुरंत उस पर ‘होल्ड’ या ‘लियन’ लगा दिया जाता है, जिससे ठग उस राशि को निकाल न सकें। Cyber Crime Latest News ऑनलाइन साइबर ठगी

हर दिन आ रही Maharashtra Cyber Fraud की 8000 शिकायतें

पूरे महाराष्ट्र से औसतन 8000 कॉल्स साइबर हेल्पलाइन नंबर पर आती हैं, और Cyber Department 100 प्रतिशत मामलों में तुरंत कार्रवाई कर रहे हैं। शिकायत मिलते ही संबंधित बैंक और कानून प्रवर्तन एजेंसियों को अलर्ट कर दिया जाता है। महाराष्ट्र साइबर के अधिकारियों ने बताया कि रिफंड की प्रक्रिया को तेज़ करने के लिए केंद्र और राज्य सरकार मिलकर नई रणनीति पर काम कर रहे हैं। कोर्ट में लंबित मामलों को प्राथमिकता दी जा रही है ताकि पीड़ितों को समय पर राहत मिल सके। एक अधिकारी ने कहा, “हमारी कोशिश है कि कानूनी प्रक्रिया को सरल बनाया जाए और पीड़ितों को जल्दी से जल्दी न्याय मिले।”

लोगों को जागरूक रहने की सलाह

महाराष्ट्र साइबर सेल ने आम जनता से अपील की है कि वे किसी भी अनजान लिंक, कॉल या मैसेज से सावधान रहें और अपने बैंकिंग और पर्सनल डेटा को किसी से साझा न करें। ठगी का शिकार होने पर तुरंत 1930 या 1945 नंबर पर संपर्क करें। How to report on Cyber Crime

ऑनलाइन साइबर ठगी से कैसे बचें? (How to stay safe from Cyber Crime)

अनजान नंबरों से आई कॉल पर कभी भी ओटीपी या बैंक डिटेल न साझा करें। सोशल मीडिया पर फर्जी ऑफर या लॉटरी से जुड़े संदेशों से बचें। किसी वेबसाइट पर पेमेंट करने से पहले उसकी प्रमाणिकता जांचें। अपने मोबाइल और कंप्यूटर में एंटीवायरस का इस्तेमाल करें। अगर ठगी हो जाए तो तुरंत 1930 पर कॉल करें या www.cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें। महाराष्ट्र साइबर सेल की यह पहल न सिर्फ ठगों के खिलाफ एक सख्त संदेश है, बल्कि देशभर में साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने वाला एक सफल मॉडल भी बन चुका है। आने वाले समय में अगर कानूनी प्रक्रिया और तेज़ की जाती है, तो हजारों पीड़ितों को उनका पैसा वापस मिलने की उम्मीद है। साइबर सेल की तत्परता और तकनीकी समन्वय की यह रणनीति बाकी राज्यों के लिए भी प्रेरणा बन सकती है।

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