शुरू हुई यमुना की सफाई, एलजी का दावा तीन साल में निर्मल होगी Yamuna
दिल्ली में यमुना नदी बस तीन वर्ष में साफ हो जाएगी ऐसा दावा दिल्ली के उपराज्यपाल (LG) वीके सक्सेना ने किया है। उन्होंने रविवार को यमुना नदी की सफाई की पूरी योजना बताई। इस योजना में चार मुख्य बातें हैं। एलजी का कहना है कि इससे दिल्ली में बहने वाली यमुना तीन साल में साफ हो जाएगी। एलजी ऑफिस ने रविवार को बताया, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में यमुना की सफाई का वादा किया था। इस वादे को पूरा करने के लिए काम शुरू हो गया है। कूड़ा उठाने वाली मशीनें, पानी के पौधे काटने वाली मशीनें, और नदी की गाद साफ करने वाली मशीनें आज से नदी की सफाई में लग गई हैं।’
एलजी ने बताया कि यमुना की सफाई सिलसिलेवार तरीके से की जाएगी। शुरुआत में कचरा और गाद निकाला जाएगा। साथ ही, नजफगढ़ नाले और सप्लीमेंट्री नाले समेत सभी बड़े नालों की सफाई शुरू होगी। सभी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP) पर नजर रखी जाएगी। देखा जाएगा कि वो कितना पानी साफ कर रहे हैं। नए एसटीपी बनाने और छोटे-छोटे एसटीपी लगाने की योजना भी बनाई जाएगी। इस काम को समय पर पूरा किया जाएगा। इस योजना को कामयाब बनाने के लिए दिल्ली जल बोर्ड (DJB), सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग, नगर निगम (MCD), लोक निर्माण विभाग (PWD) और दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) जैसे सभी विभागों को मिलकर काम करना होगा। नदी की सफाई के काम पर हर हफ्ते नजर रखी जाएगी।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में बना बड़ा मुद्दा
Clean Yamuna दिल्ली विधानसभा चुनावों में यमुना की सफाई एक बड़ा मुद्दा था। पीएम मोदी ने एक चुनावी रैली में वादा किया था कि वो यमुना को साफ करने की हर मुमकिन कोशिश करेंगे। उन्होंने आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार पर भी निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि आप सरकार ने यमुना की सफाई के लिए कुछ नहीं किया और लोगों की आस्था का अपमान किया है। इससे पहले, बीजेपी ने भी कहा था कि नई सरकार केंद्र के साथ मिलकर यमुना रिवर फ्रंट विकसित करेगी और नदी को फिर से जीवंत करने के लिए यमुना कोष स्थापित करेगी। दिल्ली चुनाव में भाजपा ने 70 में से 48 सीटें जीतीं। इस तरह 26 साल बाद भाजपा दिल्ली में फिर से सत्ता में लौटी। 2013 से सरकार चला रही आप को सिर्फ 22 सीटें मिलीं।