साल 2020 के स्वच्छ सर्वेक्षण की सूची जारी की गयी है। गुरुवार को भारत सरकार ने इस सर्वेक्षण का ऐलान किया है। देश के नागरिकों में स्वच्छता को लेकर भागीदारी बढ़ाने के लिए स्वच्छ सर्वेक्षण की शुरुआत की गई थी। इस स्वच्छता सर्वेक्षण में लगातार चौथे साल मध्य प्रदेश के जिले इंदौर ने टॉप पर अपनी जगह बनाई है। दूसरे नंबर पर गुजरात का शहर सूरत है और महाराष्ट्र के नवी मुंबई को तीसरा स्थान मिला है। बीते 28 दिनों में स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 को पूरा किया गया है।
गुरुवार को आयोजित होने वाले ‘स्वच्छ महोत्सव’ में स्वच्छता सर्वेक्षण रिपोर्ट के अलावा स्वच्छ सर्वेक्षण इनोवेशन, स्वच्छ सर्वेक्षण सोशल मीडिया और गंगा के किनारे बसे नगरों की भी रिपोर्ट जारी की गई। केन्द्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा आयोजित ‘स्वच्छ महोत्सव’ नाम के इस कार्यक्रम में कुल 129 शहरों को पुरस्कार दिए गए। करीब एक महीने चले इस सर्वे के दौरान एक करोड़ 70 लाख नागरिकों ने स्वच्छता ऐप पर पंजीकरण किया है। सोशल मीडिया पर 11 करोड़ से अधिक लोग इससे जुड़े।
एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने कहा चौका मारा है, अब छक्के की बारी
प्रधानमंत्री नरेंंद्र मोदी ने स्वच्छ महोत्सव कार्यक्रम के तहत उन लोगों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की जिन्होंने स्वच्छ भारत अभियान में अहम भूमिका निभाई। बता दें, सबसे पहले सर्वेक्षण में देश के सबसे स्वच्छ शहर का पुरस्कार मैसूर को मिला था। उसके बाद से इंदौर लगातार तीन साल तक (2017, 2018, 2019) में शीर्ष स्थान पर रहा था। इस रैंकिंग के बाद बधाइयों का सिलसिला शुरू हो गया है। एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने ट्वीट कर बधाई देते हुए लिखा कि “आज मध्यप्रदेश के लिए गर्व और प्रसन्नता का क्षण है। सर्वेक्षण में देश के सबसे स्वच्छ शहर में प्रथम स्थान के सम्मान के लिए इंदौरवासियों, अधिकारियों एवं स्वच्छता योद्धाओं को बधाई।
बीएमसी देश की सबसे बड़ी महानगर पालिका लेकिन सर्वेक्षण से बाहर
देश की सबसे बड़ी और सबसे धनी महानगर पालिका है मुंबई की बीएमसी, सबसे ज्यादा अगर किसी के पास स्वच्छता को लेकर बजट है तो वो है बीएमसी महानगर पालिका लेकिन करोड़ों खर्च करने के बाद भी स्वच्छता सर्वेक्षण की लिस्ट में मुंबई ने स्थान हासिल नहीं किया। वहीं साल 2020 के स्वच्छ सर्वेक्षण में यूपी के वाराणसी को गंगा किनारे बसे शहरों में सबसे साफ पाया गया है। वाराणसी को बेस्ट गंगा टाउन का खिताब दिया गया। इस मौके पर आवास एवं शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ट्वीट किया कि प्राचीन पवित्र शहर वाराणसी गंगा नदी के किनारे सबसे साफ शहर है। हम आपको बता दें कि वाराणसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है।
ये हमारी और आपकी सामूहिक ज़िम्मेदारी है कि हम अपने शहर को साफ़ सुथरा रखें, अगर इसमें कोई कमी आती है तो इसके लिए हम सब जिम्मेदार है, शहरों को स्वच्छ रखने का उत्तरदायित्व सिर्फ नगर निगमों और निकाय का ना होकर अगर शहर और उस इलाके का हर नागरिक बीड़ा उठा ले तो सिर्फ हमारा घर, हमारा मोहल्ला ही नहीं पूरा का पूरा शहर स्वच्छ हो जाएगा।