उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के सख्त आदेश पर पुलिस का बड़ा एक्शन हुआ है। 48 घंटे में 20 एनकाउंटर, ‘ऑपरेशन लंगड़ा’ और ‘ऑपरेशन खल्लास’ से यूपी में अपराधियों- बदमाशों में ख़ौफ़ की स्थिति पैदा हो गई है। मेरठ से लखनऊ तक अपराधियों के ख़िलाफ़ पुलिस का कहर ज़ारी है।
UP में चला योगी का राज, बदमाशों के टूटे पैर
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में अपराधी अब यमराज के दरवाजे पर दस्तक दे रहे हैं! मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सीधे आदेश पर यूपी पुलिस ने पिछले 48 घंटों में एक विशाल और निर्णायक ऑपरेशन को अंजाम दिया है। इस दौरान, ‘ऑपरेशन लंगड़ा’ और ‘ऑपरेशन खल्लास’ के तहत पूरे राज्य में ताबड़तोड़ 20 एनकाउंटर किए गए हैं। मेरठ से लेकर मुजफ्फरनगर तक, और लखनऊ से लेकर गाजियाबाद तक, पुलिस ने कुख्यात बदमाशों को या तो सीधे पैर में गोली मारकर लंगड़ा किया है, या फिर मौत के घाट उतारकर अपराध पर ‘ज़ीरो टॉलरेंस’ का स्पष्ट संदेश दिया है।
यूपी में अपराध की सजा सिर्फ एनकाउंटर
‘ऑपरेशन खल्लास’ का मतलब है, बड़े अपराधी को सीधे यमराज के पास भेजना, यानी मार गिराना। बरेली में पिछली 26 सितंबर को हुए विवाद के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस को पूरे राज्य में अपराधियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए थे। अपराधियों के विरुद्ध राज्य सरकार जीरो टालरेंस नीति पर चल रही है। सीएम योगी का संदेश साफ है कि अपराध की सज़ा सिर्फ और सिर्फ एनकाउंटर है। ऑपरेशन खल्लास के तहत अब तक 4 कुख्यात अपराधी ढेर हो चुके हैं। पिछले 48 घंटों में हुए 20 एनकाउंटर में से, ‘ऑपरेशन खल्लास’ के तहत चार कुख्यात अपराधियों को सीधे मार गिराया गया है। ‘ऑपरेशन खल्लास’ का सीधा मतलब है बड़े अपराधी को सीधे यमराज के पास भेजना।
फिरोजाबाद में 2 करोड़ की लूट का हिसाब
सबसे बड़ी मुठभेड़ फिरोजाबाद के मक्खनपुर इलाके में हुई। 2 करोड़ की लूट करने वाला कुख्यात 50 हज़ार का इनामी बदमाश नरेश पुलिस की गिरफ्त से भाग निकला था। एडीशनल एसपी अनुज चौधरी के नेतृत्व में उसे पकड़ने के लिए टीम लगाई गई। मुठभेड़ शुरू हुई, और दोनों तरफ से ताबड़तोड़ गोलियां चलीं। इस दौरान एसओ रामगढ़ संजीव दुबे और एडीशनल एसपी अनुज चौधरी को भी गोली लगी। गनीमत रही कि अनुज चौधरी की बुलेटप्रूफ जैकेट में गोली फंस गई और उनकी जान बच गई। जवाबी फायरिंग में बदमाश नरेश को गोली लगी और उसे अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया।
सहारनपुर में 1 लाख का इनामी इमरान ढेर
5 अक्टूबर की रात सहारनपुर में पुलिस ने लूट और डकैती के 13 मामलों में फरार चल रहे 1 लाख रुपये के इनामी बदमाश इमरान को भी एनकाउंटर में मार गिराया। मुठभेड़ में थाना प्रभारी को भी गोली लगी, लेकिन बदमाश इमरान बुरी तरह घायल हो गया और अस्पताल में उसकी मौत हो गई।
मुजफ्फरनगर में दो बदमाशों का सफाया
मुजफ्फरनगर में पुलिस ने एक के बाद एक दो एनकाउंटर किए। पहले 1 लाख रुपये के इनामी मेहताब को मार गिराया गया, जो 18 से ज़्यादा लूट और डकैती के मामलों में वॉन्टेड था। पुलिस ने उसके पास से लूटी गई ज्वेलरी भी बरामद की। इसके बाद, 6 हत्या और 20 लूट के मामलों में फरार चल रहे 1 लाख रुपये के इनामी नईम कुरैशी को भी पुलिस ने करीब 30 मिनट चली मुठभेड़ में ढेर कर दिया। सीएम योगी का संदेश इन नामों से साफ़ है, बदमाश नईम हो या नरेश, इमरान हो या नवीन, अपराध की सज़ा ‘ऑपरेशन लंगड़ा’ और ‘ऑपरेशन खल्लास’ है।
‘ऑपरेशन लंगड़ा’- रेप, हत्या और गौ तस्करों पर एक्शन
‘ऑपरेशन लंगड़ा’ (बदमाश के पैर में गोली मारकर उसे लंगड़ा करना) के तहत भी पूरे यूपी में बड़ी कार्रवाई हुई है। पिछले 48 घंटों में पुलिस ने लखनऊ में रेप के आरोपी, गाजियाबाद में हत्या के आरोपी, शामली में गौ तस्कर, और झांसी में इनामी बदमाश को पैर में गोली मारकर गिरफ्तार किया। मेरठ में कपड़ा व्यापारी आदिल की 25 गोलियां मारकर हत्या करने वाले आरोपी जुलकमर को लिसाड़ीगेट और लोहियानगर थाना पुलिस के ज्वाइंट एक्शन में पैर में गोली लगी। एनकाउंटर के बाद जब हत्या का यह आरोपी अस्पताल में कराह उठा, तो यह अपराधियों के लिए सीधा सबक था। फर्रुखाबाद से लेकर झांसी, मुरादाबाद से लेकर मथुरा तक, पुलिस ने यही कार्रवाई दोहराई है।
योगी राज में 8 साल में 14,973 एनकाउंटर, 239 अपराधी ढेर
अपराध के खिलाफ सीएम योगी की जीरो टॉलरेंस की नीति पर, यूपी पुलिस औसतन हर रोज़ 5 से ज़्यादा एनकाउंटर कर रही है। आंकड़ों के मुताबिक 2017 से अब तक पुलिस के साथ मुठभेड़ में 239 अपराधी ढेर हो चुके हैं। इसी अवधि में 9,467 बदमाश घायल हुए हैं। कुल 14,973 एनकाउंटर हुए हैं, जिनमें सबसे अधिक मेरठ ज़ोन में हुए। ‘ऑपरेशन लंगड़ा’ और ‘ऑपरेशन खल्लास’ से सीएम योगी ने यूपी के बदमाशों को एक क्लियर मैसेज दिया है-जो यूपी में अपराध को अंजाम देगा, उसका सामना सीधे गोली से होगा।
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