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August 1, 2025

30 वर्षों बाद मिली जिंदगी: तीन दशक पुराने भ्रूण से जन्मा दुनिया का सबसे बुजुर्ग बच्चा 

The CSR Journal Magazine
अमेरिका के ओहायो में 30 साल पुराने फ्रीज किए गए भ्रूण से जन्मे Thaddeus Daniel Pierce ने इतिहास रच दिया है। 1994 में संरक्षित इस भ्रूण को Lindsey और Tim Pierce ने गोद लिया और 2025 में सफलतापूर्वक प्रत्यारोपित कर बच्चे को जन्म दिया। Thaddeus दुनिया का सबसे बुज़ुर्ग नवजात है। इस अनूठे जन्म के पीछे एक ईसाई संस्था का सहयोग रहा, जिसने भ्रूण को योग्य दंपति को सौंपा। वैज्ञानिक और चिकित्सा जगत में यह घटना भ्रूण संरक्षण और Embryo Transfer तकनीक की सफलता का प्रतीक मानी जा रही है।

3 दशक बाद मिली फ़्रीज़्ड भ्रूण को ज़िंदगी

अमेरिका के ओहायो में एक अनोखी और दिलचस्प घटना ने दुनिया को चौंका दिया है। 26 जुलाई 2025 को Thaddeus Daniel Pierce नामक बच्चा जन्मा, जो इतिहास में सबसे बुज़ुर्ग नवजात शिशु के रूप में दर्ज हो गया है। खास बात यह है कि Thaddeus Daniel Pierce का जन्म 30 साल पुराने भ्रूण से हुआ है। यह भ्रूण 1994 में फ्रीज़ (संरक्षित) किया गया था और अब 2025 में इसे सफलतापूर्वक प्रत्यारोपित कर एक बच्चे को जन्म दिया गया। इसने सबसे पुराने जमे हुए भ्रूण के जन्म के लिए एक नया विश्व रिकॉर्ड बनाया जिसके परिणामस्वरूप IVF तकनीक और Embryo Cryopreservation के क्षेत्र में अविश्वसनीय प्रगति का मापदंड स्थापित हुआ है।

लिंडसे- टिम पियर्स ने लिया गोद

ओहायो निवासी लिंडसे और टिम पियर्स ने इस भ्रूण को गोद लिया, जो अब Embryo Adoption के जरिए हुआ। एंब्रियो एडॉप्शन वह प्रक्रिया है जिसमें फ्रीज किए गए भ्रूण को दान में दिया जाता है, जिसे एक योग्य दंपति अपनी संतान के रूप में अपनाते हैं। लिंडसे ने नवंबर 2024 में इस भ्रूण को अपने गर्भाशय में प्रत्यारोपित किया और लगभग आठ महीने बाद Thaddeus का जन्म हुआ। Thaddeus Daniel Pierce की जन्म कहानी बेहद खास है क्योंकि उसकी जैविक बहन पहले से ही 30 साल की है। इसके साथ ही लिंडसे की एक 10 वर्षीय बेटी भी है। यह तथ्य इस अनूठी स्थिति को और भी रोचक बनाता है।

ईसाई संस्था की भूमिका रही प्रमुख

इस अनोखे जन्म के पीछे एक ईसाई संस्था की भूमिका रही है, जिसने 30 साल से फ्रीज रखे गए भ्रूण को वैज्ञानिक प्रयोग या अन्य उपयोग की बजाय एक योग्य परिवार को सौंपा। संस्था ने कहा कि उनका मकसद है कि इन भ्रूणों को जीवन दिया जाए और वे एक परिवार की खुशी बनें।

Advance IVF तकनीक का जीता जागता उदाहरण Thaddeus Daniel Pierce

लिंडसे ने इस अनुभव को “हैरान करने वाला और बेहद खुश करने वाला” बताया। उन्होंने कहा, “हमें यह अनमोल उपहार मिला है और हम भगवान के आभारी हैं कि उन्होंने हमें Thaddeus Daniel Pierce जैसा बच्चा दिया।” उन्होंने यह भी बताया कि इस प्रक्रिया ने उनके परिवार को पूरा किया है और अब वे इस नए सदस्य के साथ खुशहाल जिंदगी बिताने के लिए तत्पर हैं।
लिंडसे और टिम पियर्स, जो लगभग एक दशक तक बांझपन से जूझ रहे थे, आर्चर्ड के दान किए गए भ्रूण के साथ मेल खाते थे। लिंडसे की सफल गर्भावस्था से पता चलता है कि प्रजनन विज्ञान कितनी दूर आ गया है। यह साबित करता है कि दशकों पुराने भ्रूण भी स्वस्थ जन्म ले सकते हैं।

Embryo Freezing की अधिकतम अवधि पर बहस

Thaddeus की कहानी इस बात पर प्रकाश डालती है कि कैसे भ्रूण को गोद लेने से बांझपन का सामना करने वाले परिवारों को आशा मिलती है और Embryo Freezing Banks में संरक्षित भ्रूणों की संख्या को कम करने में मदद मिलती है। साथ ही, यह महत्वपूर्ण प्रश्नों को जन्म देता है कि भ्रूण को कितने समय तक रखा जाना चाहिए और बांझपन के लिए उपयोग किया जाना चाहिए, क्योंकि समय और तकनीक आगे बढ़ती रहती है, ऐसे में दशकों पुराने भ्रूण जन्म देने के लिए कितने उपयुक्त है!
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