दीपावली और छठ जैसे त्योहारों के मौसम में Food Safety और Adulteration Free Campaign को लेकर योगी सरकार पूरी तरह एक्शन मोड में है। उत्तर प्रदेश में ‘दीपावली विशेष अभियान’ के तहत मिलावटखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी है। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (FSSAI-UP) की टीमों ने अब तक पूरे प्रदेश में 5,464 निरीक्षण और 2,448 छापेमारी की हैं, जिनमें 3,369 नमूने जांच के लिए एकत्र किए गए हैं। अभियान के दौरान 3,394 क्विंटल मिलावटी खाद्य सामग्री (₹4.76 करोड़ मूल्य) जब्त की गई है, जबकि 1,463 क्विंटल (₹2.34 करोड़) की सामग्री को मौके पर ही नष्ट कर दिया गया।
जन स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वालों पर कार्रवाई
सचिव खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन डॉ. रोशन जैकब ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार प्रदेश को “मिलावट मुक्त” बनाने के लिए यह विशेष अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि “त्योहारों के पवित्र समय में जो लोग जनता के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहे हैं, उनके खिलाफ Strictest Legal Action की जाएगी।” इस विशेष अभियान की मॉनिटरिंग खुद शासन स्तर पर की जा रही है ताकि किसी भी जिले में कार्रवाई में लापरवाही न हो।
मथुरा, अलीगढ़, बदायूं, प्रयागराज समेत कई जिलों में एक्शन
प्रदेश के कई जिलों में मिलावटखोरी (Food Adulteration) के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हुई है।
मथुरा: बाजना क्षेत्र की 4 डेयरियों में अपमिश्रण पाए जाने पर 4 FIR दर्ज, 6 लाइसेंस निलंबित।
अलीगढ़: 19,500 किलो मिलावटी खाद्य सामग्री (₹17.37 लाख) नष्ट और 4,188 किलो (₹23.55 लाख) जब्त।
बदायूं: 2,100 किलो छेना मिठाई और 960 किलो पनीर जब्त।
गाजीपुर: 1,439 किलो मिलावटी देशी घी।
बुलंदशहर: 1,325 किलो नकली पनीर जब्त।
प्रयागराज: 5,295 किलो मिलावटी खाद्य तेल की जब्ती।
संभल: 2,500 लीटर दूषित दूध नष्ट।
सहारनपुर: 1,060 किलो मिलावटी मिठाई जब्त।
कानपुर: 550 किलो मिलावटी खोया नष्ट कराया गया।
इन कार्रवाइयों से यह स्पष्ट है कि सरकार Zero Tolerance Policy on Adulteration पर अमल कर रही है।
संवेदनशील क्षेत्रों में निगरानी तेज
डॉ. रोशन जैकब ने बताया कि आगरा, खैर और मथुरा के बजना क्षेत्र संवेदनशील इलाके हैं, जहां बड़ी डेयरियों और पनीर फैक्ट्रियां हैं, जो Delhi-NCR में दूध और पनीर की आपूर्ति करती हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार इन क्षेत्रों में Mafia Elements और Food Adulteration Gangs के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। साथ ही नकली दवाओं के गिरोहों पर भी सख्त कार्रवाई की तैयारी है।
छोटे दुकानदारों को राहत
विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि इस कार्रवाई का उद्देश्य छोटे व्यापारियों या मजदूरों को निशाना बनाना नहीं है। छोटे Sweet Shops, Dairy Workers या स्थानीय विक्रेताओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। सरकार का फोकस केवल उन संगठित माफियाओं पर है जो बड़े पैमाने पर मिलावट का कारोबार करते हैं।
हेल्पलाइन पर दें मिलावट की सूचना
जनता से अपील की गई है कि मिठाई या खाद्य पदार्थ खरीदते समय बिल अवश्य लें, खुली या संदिग्ध मिठाई से बचें और किसी भी प्रकार की मिलावट या संदिग्ध उत्पाद की जानकारी हेल्पलाइन नंबर 1800-180-5533 या व्हाट्सएप 9793429747 पर दें। यह अभियान 17 अक्टूबर तक चलेगा और इसके बाद भी State Food Safety Department की टीमों द्वारा नियमित निगरानी जारी रहेगी ताकि कोई भी मिलावटखोर बच न सके।
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