प्रयागराज महाकुंभ की समाप्ति को बस कुछ ही घंटे बचे हैं। 13 जनवरी से शुरू हुआ महाकुंभ आज अपने अंतिम कुछ पलों में भी इतिहास बना रहा है। आज महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर लगभग एक करोड़ लोग त्रिवेणी संगम में डुबकी लगा चुके हैं। पूरे महाकुंभ के दौरान 65 करोड़ लोग संगम स्नान कर चुके हैं। इस महासमागम को उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के कुशल प्रशासन की उपलब्धियों में हमेशा याद रखा जाएगा। कुल 5,482 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफ़ल वाले Prayagraj जिले की कुल आबादी लगभग 70 लाख है, लेकिन हर शाही स्नान के दिन प्रयागराज ने 3-4 करोड़ श्रद्धालुओं को अपने दिल में जगह दी। अब तक 65 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं की मेजबानी कर चुका है Prayagraj Mahakumbh! आजादी के समय देश की जितनी आबादी थी, महाशिवरात्रि के दिन तक उससे दोगुने लोग संगम में डुबकी लगा चुके हैं।
Mahakumbh 2025 ने बनाए रोज नए कीर्तिमान
Prayagraj Mahakumbh 2025 ने कई पुराने रिकार्ड ध्वस्त कर दिए। महाकुंभ में पहले दिन से VIP लोगों का तांता लगा रहा। देश की राष्ट्रपति Smt. Draupadi Murmu, प्रधानमंत्री Narendra Modi, Buisness Tycoon Mukesh Ambani सहित Bollywood सितारों और क्रिकेट हस्तियों ने महाकुंभ स्नान किया। महाकुंभ मेले में आस्था और भक्ति के नए-नए रंग दिखे। किसी ने बुज़ुर्ग माता-पिता को कंधे पर उठाकर प्रयागराज पहुंचाया, तो किसी ने अपने नवजात शिशु को संगम में डुबकी लगवाई। कोई मीलों की दूरी साइकिल से तय कर पहुंचा, तो कोई अपाहिज जीवनसाथी को हाथगाड़ी से खींचता ले आया। सात समंदर पार से आने वालों को महाकुंभ मेले ने अचंभित किया और नगरवासियों को परेशान! फिर भी प्रयागवासियों ने खुले दिल से हर किसी को अपने शहर में जगह दी। हिन्दू- मुस्लिम के सारे भेद प्रयागवासियों ने ताक पर रख दिए। मुसीबत की घड़ी में हिन्दू श्रद्धालुओं के लिए मुस्लिम भाइयों ने अपने घरों के दरवाजे खोल दिए। मस्जिदों में लंगर लगवाए और रहने को रैन बसेरों का इंतजाम किया।
सफाई कर्मचारियों और पुलिस कर्मियों के प्रति कृतज्ञता प्रकट की लोगों ने
Mahakumbh मेला क्षेत्र में एक साथ करोड़ों की भीड़ को संभालना असंभव था अगर उत्तर प्रदेश का पुलिस बल अपनी ड्यूटी पर मुस्तैदी से तैनात न रहता। उत्तर प्रदेश की हर गली भीड़ से जाम हो गई, ट्राफिक की रफ्तार थम गई, लेकिन पुलिस कर्मियों की सूझबूझ और मेहनत से हर कोई अपनी मंजिल तक पहुंच ही गया। मेला क्षेत्र में पुलिसकर्मियों ने लोगों को रास्ता दिखाने से लेकर साफ़ सफाई तक का काम किया। कभी लोगों पर नाराज होते, कभी डंडे बरसाते हुए विडिओ Social Media पर वाइरल होते रहे, लेकिन बुजुर्गों को सहारा देते सिपाहियों को देखकर मन आनंदित भी हुआ। 45 दिनों में 65 करोड़ लोगों की भीड़ को सुरक्षित नियंत्रित करने का ऐसा उदाहरण भारतीय पुलिस बल ने प्रस्तुत किया, जिसका कोई जोड़ नहीं है। पुलिसकर्मियों ने अपने व्यवहार से सबका दिल जीत लिया। Prayagraj Mahakumbh का आयोजन इतना सफल न होता, अगर मेला क्षेत्र के सफाईकर्मियों ने अपना काम इतनी ईमानदारी से न किया होता। घाटों के साथ-साथ नदी की सफाई में भी उन्होंने एक नया World Record स्थापित कर दिया। इसीलिए तो योगी सरकार ने उनपर पुष्पवर्षा कर उनके प्रति आभार व्यक्त किया।
विदेशी सैलानियों का भी दिल जीता Mahakumbh ने
महाकुंभ में जितनी भीड़ भारतीय श्रद्धालुओं की रही, उतनी ही बड़ी संख्या में विदेशी मेहमानों ने भी महाकुंभ मेले में शिरकत की। International Band ‘Cold Play’ के लीड सिंगर Chris Martin और उनकी साथी Dakota Johnson अहमदाबाद के कॉन्सर्ट के बाद प्रयागराज पहुंचे। Apple के फाउन्डर Steve Jobs की पत्नी Laurene Powell ने Prayagraj Mahakumbh में कल्पवास किया और अपने गुरु स्वामी कैलाशानंद के शिविर में हुए अनुष्ठानों में भाग लिया। कई विदेशी श्रद्धालुओं ने महाकुंभ को एक अविस्मरणीय अनुभव बताते हुए कहा कि ये अद्भुत आयोजन है और वे अपने देश जाकर अपने लोगों को सनातनी परंपरा के बारे में बताने को उत्सुक हैं।
महाकुंभ 2025 अच्छी और बुरी यादें दे गया
महाकुंभ 2025 ने खासो-आम के बीच का फ़र्क मिटा दिया। एक ही घाट पर छोटे और बड़े, आम और खास, धनकुबेर और गरीब ग्रामीण जनता एक साथ अमृत स्नान करते देखे गए। मौनी अमावस्या को हुई भगदड़ में कई श्रद्धालुओं की मौत हुई, वहीं प्रयागराज पहुंचने के लिए कुछ जगहों पर भीड़ ने ट्रेन और बसों में तोडफोड भी की। दिल्ली स्टेशन पर गलतफहमी के कारण दुर्घटना घटी, तो मीलों लंबे जाम में फंसे लोगों ने प्रशासन पर अपना आक्रोश भी व्यक्त किया। जान गंवाने वालों को वापस तो नहीं लाया जा सकता, लेकिन CM Yogi ने मुआवजा देकर दुख बांटने की कोशिश की।
Mahakumbh आध्यात्म, संस्कृति और विज्ञान का अनोखा संगम
एक साथ, एक स्थान पर 60-65 करोड़ लोगों का इकट्ठा होना, पूरी दुनिया अचंभित है। महाकुंभ हजारों वर्षों से चली आ रही भारतीय संस्कृति, आध्यात्म, और सनातनी परंपरा का प्रतीक है। केवल धार्मिक आस्था ही नहीं, बल्कि दुनिया की सबसे कुशल व्यवस्था के संचालन का प्रतीक है। गंगाजल की पवित्रता पर पहले भी शोध हो चुके हैं, लेकिन अब इसकी महत्ता विदेशों में भी पहुंचने लगी है। महाकुंभ की भव्यता और प्रबंधन से पूरी दुनिया हैरान है। New York स्थित Columbia University ने Digital Mahakumbh की अवधारणा और इसके विशाल प्रबंधन मॉडल को समझने के लिए इसपर Research करना शुरू कर दिया है। उत्तर प्रदेश सरकार और CM Adityanath Yogi की टीम ने महाकुंभ 2025 को सफलता की नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया है। भारत के इस अनूठे, अनोखे, अविस्मरणीय महाकुंभ की सफल समाप्ति पर सम्पूर्ण देशवासियों को बधाई!