सिंगरौली (Uttar Pradesh CSR Health News) नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (Northern Coalfields Limited – NCL) ने अपने कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (CSR) के तहत चलाई जा रही फ्लैगशिप परियोजना “नन्हा-सा-दिल-एनसीएल” को एक और ऊंचाई देते हुए बीना परियोजना स्थित अटल चिकित्सालय में ‘बाल हृदय जांच केंद्र’ का शुभारंभ किया। यह केंद्र खासतौर पर उन बच्चों की फाइनल स्क्रीनिंग के लिए खोला गया है, जिनके दिल में जन्मजात बीमारियों की आशंका है।
गंभीर हृदय रोग से पीड़ित बच्चों को मिलेगा मुफ्त इलाज
इस सेंटर का उद्देश्य जन्मजात हृदय रोग (Congenital Heart Disease – CHD) से पीड़ित बच्चों की पहचान करना और उन्हें मुंबई व रायपुर स्थित श्री सत्य साईं हॉस्पिटल्स में बेहतर इलाज के लिए भेजना है। खास बात यह है कि यह पूरी प्रक्रिया—जांच, यात्रा, इलाज और सर्जरी—पूरी तरह एनसीएल द्वारा निःशुल्क कराई जा रही है। यह पहल दूर-दराज़ के उन गरीब परिवारों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है जो महंगे इलाज का खर्च उठाने में असमर्थ हैं।
अब तक 10,000+ बच्चों की जांच, 200 को फाइनल स्क्रीनिंग के लिए चुना गया
23 मार्च 2025 को शुरू हुई “नन्हा-सा-दिल-एनसीएल” परियोजना के तहत अब तक 161 स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जा चुका है, जिनके माध्यम से सिंगरौली क्षेत्र (Singrauli CHD Cases) के 10,000 से अधिक बच्चों की निःशुल्क हृदय जांच की गई है। इनमें से 200 बच्चों को ‘फाइनल स्क्रीनिंग’ के लिए चिन्हित किया गया है। बीना के इस नए केंद्र में आधुनिक तकनीकों जैसे इको मशीन के जरिए बच्चों की गहराई से जांच की जा रही है ताकि उन्हें उच्च इलाज के लिए रेफर किया जा सके।
Only Dil, No Bill की भावना
एनसीएल की यह योजना ‘Only दिल – No बिल’ के आदर्श पर काम कर रही है। इस मुहिम का उद्देश्य सिर्फ चिकित्सा सुविधा देना नहीं, बल्कि उन माता-पिता की आँखों में उम्मीद की चमक लौटाना है जो अपने बच्चों की धड़कनों में डर तो सुनते हैं लेकिन इलाज का रास्ता नहीं जानते।
समाजसेवा की नई मिसाल बन रही है एनसीएल
एनसीएल की यह पहल अब एक CSR प्रोजेक्ट से बढ़कर एक मानवीय आंदोलन बन गई है। यह न केवल ऊर्जा उत्पादन क्षेत्र में अग्रणी है, बल्कि जनकल्याण और सामाजिक सेवा में भी अपनी अलग पहचान बना रही है। हजारों मासूम दिलों के लिए “नन्हा-सा-दिल-एनसीएल” एक नई शुरुआत, एक नई आशा बन चुका है।