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April 16, 2025

इन कंपनियों के क्रेडिट से मुंबई के इंफ्रास्ट्रक्चर विकास को मिलेगी नई रफ्तार

मुंबई और आसपास के विकास के लिए मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण यानी एमएमआरडीए ने देश की प्रमुख वित्तीय संस्थाओं के साथ ₹4.07 लाख करोड़ की ऐतिहासिक क्रेडिट लाइन पर हस्ताक्षर किए हैं। इस बड़ी घोषणा से मुंबई में मेट्रो, सड़कें, रेलवे और शहरी विकास की कई बड़ी परियोजनाओं को नई रफ्तार मिलने जा रही है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और एमएमआरडीए आयुक्त डॉ. संजय मुखर्जी के मार्गदर्शन में, यह क्रेडिट लाइन इंडिया ग्लोबल फोरम 2025 के मंच पर फाइनल की गई। इस सहयोग से मुंबई को एक वैश्विक वित्तीय और शहरी विकास केंद्र बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है।

इन कंपनियों ने दिया Mumbai MMR के विकास के लिए Credit Line

HUDCO, REC, PFC, IRFC और NaBFID जैसी देश की अग्रणी संस्थाओं ने एमएमआरडीए को दीर्घकालीन वित्तीय मदद देने का वादा किया है। सबसे बड़ी क्रेडिट लाइन ₹1.5 लाख करोड़ की HUDCO से मिली है, जो शहरी आवास और ट्रांसपोर्ट प्रोजेक्ट्स में जाएगी। वहीं REC और PFC ने ₹1-1 लाख करोड़ की मदद का ऐलान किया है। IRFC (इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉरपोरेशन ने ₹50 हज़ार करोड़ तो वहीं NaBFID (नेशनल बैंक फॉर फाइनेंसिंग इंफ्रास्ट्रक्चर एंड डेवलपमेंट) ₹7,000 करोड़ देने को लेकर MoU हुआ है।

MMRDA को मिले क्रेडिट से क्या होगा

एमएमआरडीए को ₹4.07 लाख करोड़ की क्रेडिट लाइन मिलने का मतलब है कि अब इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स को पूरा करने के लिए पैसों की कमी नहीं होगी। इससे मेट्रो प्रोजेक्ट्स, फ्लाईओवर, स्मार्ट सड़कें, और रेल कनेक्टिविटी जैसी योजनाओं का काम बहुत तेज़ी से होगा। जहां पहले एक प्रोजेक्ट को मंज़ूरी से लेकर निर्माण तक कई साल लगते थे, वहीं अब इस फंडिंग से समयबद्ध ढंग से काम होगा। मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट सिस्टम यानी मेट्रो, बस, ट्रेन और टैक्सी को जोड़ने वाली योजनाएं अब हकीकत बनेंगी। मुंबई और उसके आसपास के शहरों में यातायात जाम कम होगा और लोगों को सफर में तेज़ी और आराम मिलेगा।

नए निवेश आएंगे, रोजगार बढ़ेगा

जब शहर का इंफ्रास्ट्रक्चर सुधरता है, तो वहां पर निवेशकों का भरोसा बढ़ता है। भारत की घरेलू संस्थाओं से आया यह निवेश एक सकारात्मक संकेत है कि मुंबई में निवेश करना सुरक्षित और लाभदायक है। अंतरराष्ट्रीय निवेशक भी अब इसमें शामिल होने में रुचि दिखाएंगे, जिससे विदेशी निवेश बढ़ेगा। निर्माण, तकनीक, प्रबंधन, इंजीनियरिंग, पब्लिक ट्रांसपोर्ट, और डिजिटल इन्फ्रा जैसे क्षेत्रों में हज़ारों नौकरियां निकलेंगी। एमएमआरडीए का लक्ष्य है कि 2030 तक 30 लाख से ज्यादा रोजगार पैदा किए जाएं ये अब और भी संभव होता दिख रहा है।

लोगों को बेहतर आवास और सुविधाएं मिलेंगी

HUDCO और अन्य संस्थाएं अब किफायती और टिकाऊ आवास परियोजनाओं में निवेश करेंगी। इससे मध्यम और निम्न आय वर्ग के लोगों को अच्छी गुणवत्ता वाले घर मिलेंगे वो भी शहर के पास और कनेक्टिविटी वाले इलाकों में। स्मार्ट सिटी सुविधाओं जैसे कि साफ पानी, ऊर्जा कुशल स्ट्रीट लाइट्स, डिजिटल सर्विसेस, और वेस्ट मैनेजमेंट को बढ़ावा मिलेगा। शहरी गरीबों और झुग्गी क्षेत्रों में रहने वालों के लिए भी बेहतर जीवन स्तर सुनिश्चित किया जाएगा। इस क्रेडिट लाइन के जरिए एमएमआरडीए न सिर्फ मेट्रो और सड़कों को बनाएगा, बल्कि वह एक ऐसा शहरी वातावरण तैयार करेगा, जो रहने लायक, रोजगार देने वाला और भविष्य के लिए तैयार होगा। यह एक सपनों की मुंबई की ओर कदम है, तेज़, सुरक्षित, सुंदर और सबके लिए सुलभ।

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