PM Modi in Gujarat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज गुजरात के दाहोद में ₹24,000 करोड़ से अधिक की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास, उद्घाटन कर राष्ट्र को समर्पित किया। इस ऐतिहासिक अवसर पर पीएम मोदी ने दाहोद की धरती से देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि “आज का दिन मेरे जीवन में विशेष महत्व रखता है क्योंकि इसी दिन 2014 में मैंने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी। तब से मैं देश की सेवा में दिन-रात लगा हूं।” प्रधानमंत्री ने कहा कि “140 करोड़ भारतीय आज ‘विकसित भारत’ के निर्माण में जुटे हैं।” उन्होंने आत्मनिर्भर भारत और Make in India की भावना को दोहराते हुए कहा कि अब भारत अपने मोबाइल, ऑटोमोबाइल, दवाइयां, और रक्षा उपकरण खुद बना रहा है और दुनिया को एक्सपोर्ट कर रहा है।
‘दाहोद’ बनेगा मेक इन इंडिया का नया केंद्र, इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव को हरी झंडी दिखाकर राष्ट्र को किया समर्पित
प्रधानमंत्री ने 9000 हॉर्स पावर की पहली इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव को हरी झंडी दिखाकर राष्ट्र को समर्पित किया। यह लोकोमोटिव भारतीय रेलवे के दाहोद स्थित प्लांट में निर्मित है, जिसकी नींव तीन साल पहले खुद पीएम मोदी ने रखी थी। उन्होंने बताया कि यह फैक्ट्री न सिर्फ देश के लिए आधुनिक इंजन बनाएगी बल्कि रेलवे उपकरणों के छोटे उद्योगों को भी बढ़ावा देगी और हजारों युवाओं को रोजगार देगी। पीएम मोदी ने कहा, “अब हर लोकोमोटिव पर ‘दाहोद’ लिखा होगा, जो इस क्षेत्र की पहचान बनेगा।”
PM Modi in Gujarat: गुजरात में रेलवे का शत-प्रतिशत विद्युतीकरण
प्रधानमंत्री ने गर्व से बताया कि गुजरात देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है जहां रेलवे का 100% विद्युतीकरण हो चुका है। इसके साथ ही उन्होंने वेरावल-अहमदाबाद वंदे भारत एक्सप्रेस और दाहोद-वलसाड एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। उन्होंने कहा कि “मेक इन इंडिया के तहत अब ट्रेन कोच, मेट्रो कोच, और लोकोमोटिव भारत में ही बन रहे हैं और कई देश जैसे ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, फ्रांस, जर्मनी और इटली भारत से रेल उत्पाद खरीद रहे हैं।”
PM Modi in Gujarat: आदिवासी विकास पर विशेष फोकस
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में आदिवासी समाज के उत्थान को केंद्र में रखा। उन्होंने कहा कि बीते 11 वर्षों में आदिवासी क्षेत्रों के विकास के लिए अभूतपूर्व प्रयास किए गए हैं। उन्होंने बताया कि ‘धरती आबा जनजाति ग्राम उत्कर्ष अभियान’ के तहत देश के 60,000 से अधिक गांवों में ₹80,000 करोड़ की योजनाएं लागू की जा रही हैं। इनमें बिजली, पानी, सड़क, स्कूल और अस्पतालों का निर्माण शामिल है। उन्होंने यह भी बताया कि दाहोद अब एक Aspirational District के रूप में बदल चुका है, जहाँ आधुनिक सुविधाएं और स्मार्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित किया गया है। “दाहोद और आस-पास के इलाके अब गुजरात का नया औद्योगिक कॉरिडोर बन रहे हैं,” उन्होंने कहा।
महिला सशक्तिकरण और शिक्षा का विस्तार
पीएम मोदी ने गुजरात की महिलाओं को धन्यवाद देते हुए कहा कि वे राष्ट्र और सुरक्षाबलों के लिए जो समर्थन दे रही हैं, वह अभूतपूर्व है। उन्होंने बताया कि अब आदिवासी बच्चों को अच्छी शिक्षा, मेडिकल कॉलेज, ITI और Eklavya Model Schools की सुविधा मिल रही है।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ – भारत की भावनाओं का प्रतीक
प्रधानमंत्री ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले का जिक्र करते हुए कहा कि “ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं थी, बल्कि भारत की संवेदनाओं और मूल्यों की अभिव्यक्ति थी।” उन्होंने बताया कि 22 मिनट में पाकिस्तान के नौ आतंकी अड्डों को ध्वस्त किया गया, और भारतीय सेना ने दुश्मन के मंसूबों को नाकाम कर दिया। “मैंने सेना को पूरी छूट दी और उन्होंने देश को गौरव से भर दिया,”
गुजरात बनेगा हाई-टेक मैन्युफैक्चरिंग हब
पीएम मोदी ने कहा कि दाहोद, वडोदरा, गोधरा, हलोल और कालोल मिलकर गुजरात को हाई-टेक इंजीनियरिंग और मैन्युफैक्चरिंग कॉरिडोर बना रहे हैं। वडोदरा में एयरबस की असेंबली लाइन और Gati Shakti University, सवली में रेल-कोच फैक्ट्री जैसे प्रोजेक्ट इस दिशा में बड़ी उपलब्धि हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में गुजरात साइकिल से लेकर हवाई जहाज तक बनाने वाला राज्य बनेगा, जिससे लाखों रोजगार सृजित होंगे।
कृषि और सिंचाई में भी जबरदस्त प्रगति
दक्षिण दाहोद में जल संकट की समस्या को दूर करते हुए प्रधानमंत्री ने बताया कि अब नर्मदा का पानी हर घर तक पहुंच रहा है, और 11 लाख एकड़ भूमि को सिंचाई सुविधा से जोड़ा गया है, जिससे आदिवासी किसानों को बड़ी राहत मिली है। अपने भाषण के अंत में प्रधानमंत्री ने कहा, “दाहोद की धरती बलिदान और समर्पण की प्रतीक है। मैं दाहोद के लोगों पर पूरा भरोसा करता हूं कि वे इन सभी नई सुविधाओं का पूर्ण उपयोग करेंगे और इसे देश का सबसे विकसित जिला बनाएंगे।” कार्यक्रम में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।