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August 17, 2025

Maharashtra Politics: मंत्री पद खोने के 5 महीने बाद भी सरकारी बंगला नहीं छोड़ा धनंजय मुंडे ने

The CSR Journal Magazine

गिरगांव चौपाटी पर करोड़ों का फ्लैट होने के बावजूद पूर्व मंत्री अब भी सरकारी बंगले में रह रहे हैं

Maharashtra Politics: महाराष्ट्र की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। वजह है एनसीपी नेता और पूर्व मंत्री धनंजय मुंडे (Dhananjay Munde)। मंत्रीपद खोने के पांच महीने बाद भी उन्होंने सरकारी बंगला ‘सातपुडा’ खाली नहीं किया है। यह वही बंगला है जिसमें वे बतौर मंत्री रहते थे। अब जब वे मंत्री नहीं रहे, तो विपक्ष सवाल उठा रहा है कि आखिर करोड़ों की संपत्ति होने के बावजूद मुंडे क्यों अब तक सरकारी घर में डटे हुए हैं। Bungalow Controversy

Maharashtra Politics: मंत्रीपद खोने के बाद भी बंगले में डटे

धनंजय मुंडे ने जब मंत्रीपद गंवाया था, तब उनकी ओर से यह सफाई दी गई थी कि मुंबई में उनका खुद का कोई घर नहीं है, इसलिए वे सरकारी बंगले में रह रहे हैं। लेकिन बाद में सामने आया कि उन्होंने दिसंबर 2023 में ही गिरगांव चौपाटी के पास 16.5 करोड़ रुपये का फ्लैट खरीदा है। जानकारी के मुताबिक, इस फ्लैट में से 10 करोड़ रुपये खुद मुंडे ने दिए थे और बाकी की रकम लोन से चुकाई गई। खास बात यह है कि यह फ्लैट अब तक खाली पड़ा है। उसमें कोई नहीं रहता, जबकि खुद मुंडे अब भी सातपुडा बंगले में ही रहते हैं।

Dhananjay Munde का मंत्री पद क्यों गया?

धनंजय मुंडे को साल 2024 की शुरुआत में तब बड़ा झटका लगा था जब उनका नाम संतोष देशमुख (Santosh Deshmukh) हत्या मामले में सामने आया। इसके अलावा वाल्मीकि कराड से करीबी के आरोप भी उन पर लगे। इन विवादों के बाद उन्होंने अन्न व नागरी पुरवठा मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया।

धनंजय मुंडे का राजनीतिक सफर

धनंजय मुंडे महाराष्ट्र की राजनीति में एक बड़ा नाम हैं। उन्होंने राजनीति की शुरुआत अपने काका और भाजपा के दिग्गज नेता गोपीनाथ मुंडे के साथ की थी। 2009 में भाजपा छोड़कर एनसीपी में शामिल हो गए और अजित पवार के नजदीक हो गए। 2014 के विधानसभा चुनाव में वे अपनी बहन पंकजा मुंडे से हारे, लेकिन 2019 में जोरदार वापसी करते हुए पंकजा को ही हराकर विधायक बने। महाविकास आघाडी सरकार में वे सामाजिक न्याय मंत्री रहे। शिंदे सरकार में उन्हें कृषि मंत्री बनाया गया, लेकिन 2024 में विवादों के चलते उन्हें पद से हटना पड़ा।

विपक्ष के आरोप

विपक्ष का कहना है कि जब धनंजय मुंडे के पास मुंबई में 16.5 करोड़ रुपये का फ्लैट है, तो फिर वे सरकारी बंगला क्यों खाली नहीं कर रहे? यह जनता की संपत्ति पर कब्जे जैसा है। विपक्षी नेताओं ने इसे सत्ता के विशेषाधिकार का दुरुपयोग बताया है। वहीं, मुंडे समर्थकों का कहना है कि उनके पास सुरक्षा से जुड़े खतरे हैं, इसलिए वे सातपुडा बंगले में रह रहे हैं। उनका यह भी कहना है कि फ्लैट हाल ही में खरीदा गया है और अभी वहां शिफ्ट होने की तैयारी पूरी नहीं हुई है।

बंगले की अहमियत

‘सातपुडा’ बंगला मंत्रालय के पास स्थित है और इसका इस्तेमाल आमतौर पर कैबिनेट मंत्रियों के लिए किया जाता है। यहां रहने वाले नेताओं को सुरक्षा, सुविधा और राजनीतिक गतिविधियों के लिए आसान पहुंच मिलती है। यही वजह है कि इस बंगले को लेकर राजनीतिक बहस और भी तेज हो गई है। कुल मिलाकर, धनंजय मुंडे का यह ‘सातपुडा बंगला विवाद’ अब महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा मुद्दा बन चुका है। एक ओर विपक्ष हमलावर है, वहीं मुंडे समर्थक इसे सुरक्षा और व्यक्तिगत कारणों से सही ठहरा रहे हैं। आने वाले दिनों में यह विवाद और बड़ा राजनीतिक रंग ले सकता है।
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