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खेलों पर आरईसी व एनटीपीसी करेगी 215 करोड़ सीएसआर खर्च

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एक समय था जब भारत में स्पोर्ट्स का मतलब सिर्फ क्रिकेट होता था। आम जनमानस का क्रिकेट के अलावा अन्य खेलों में ना दिलचस्पी रहती थी और ना कोई सरोकार रहता था। शायद इसी कारण दूसरे खेलों को कोई तवज्जो नहीं मिलती थी और रही बात इन खेलों को बढ़ावा देने के लिए ना सरकार के पास पैसा रहता और ना कॉरपोरेट के पास स्पोर्ट्स फंड। लेकिन वक़्त बदला और दूसरे राष्ट्रीय और ओलंपिक खेलों को भी लाइमलाइट मिलने लगा। यहां तक की खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने नेशनल स्पोर्ट्स डेवलपमेंट फंड का गठन किया।

आरईसी और एनटीपीसी का नेशनल स्पोर्ट्स डेवलपमेंट फंड का हुआ सीएसआर ख़र्च को लेकर समझौता

नेशनल स्पोर्ट्स डेवलपमेंट फंड ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। दरअसल केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर और केंद्रीय विद्युत मंत्री आर. के. सिंह की मौजूदगी में राष्ट्रीय खेल विकास कोष (NSDF) ने भारत में खेलों के विकास के लिए सार्वजनिक क्षेत्र के दो बड़े उपक्रमों (पीएसयू), एनटीपीसी (नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन) और आरईसी (ग्रामीण विद्युतीकरण निगम) के साथ एक ऐतिहासिक एमओयू पर हस्ताक्षर किए।

आरईसी और एनटीपीसी करेगी 215 करोड़ का सीएसआर खर्च

अगले 5 सालों में एनटीपीसी द्वारा 115 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता दी जाएगी और इससे भारत में तीरंदाजी को समर्थन दिया जाएगा। आरईसी ने महिला हॉकी, एथलेटिक्स और बॉक्सिंग को समर्थन देने के लिए 3 सालों में 100 करोड़ रुपये की राशि देने की भी प्रतिबद्धता व्यक्त की है।एनएसडीएफ यानी नेशनल स्पोर्ट्स डेवलपमेंट फंड को ये आर्थिक मदद NTPC और REC कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर – CSR) के माध्यम से करने वाली है।
आरईसी (Rural Electrification Corporation Limited) के सीएमडी विवेक कुमार देवांगन और एनटीपीसी (National Thermal Power Corporation) के सीएमडी गुरदीप सिंह, साई के महानिदेशक संदीप प्रधान और तीरंदाजी, मुक्केबाजी, हॉकी, एथलेटिक्स जैसे खेलों के एथलीट और कोच भी इस अवसर पर उपस्थित थे। इस अवसर पर अनुराग ठाकुर ने कहा कि “देश में खेलों को बढ़ावा देने के पीछे वित्तीय सहायता काफी अहम है और भारत को एक खेल राष्ट्र बनाने के सरकार के प्रयास में सार्वजनिक उपक्रमों से इस तरह की अधिक मदद की जरूरत है।

सीएसआर की मदद से बदल जायेगा राष्ट्रीय खेलों का नजरिया

अनुराग सिंह ने आगे कहा कि “जैसे किसी एथलीट को ताकत की जरूरत होती है, वैसे ही खेलों को बढ़ावा देने के लिए फंडस की जरूरत होती है। एनटीपीसी और आरईसी की यह Corporate Social Responsibility पहल एथलीटों को देश के लिए पदक जीतने का मनोबल देगा।’’ वहीं आर.के. सिंह ने कहा, ‘‘मैं अन्य कंपनियों, सार्वजनिक उपक्रमों और व्यक्तियों से इस तरह ही पहल के लिए आगे आने और खेलों को बढ़ावा देने का आग्रह करता हूं।’’