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December 30, 2025

अब हर कॉल पर दिखेगा सिम मालिक का नाम- कॉलर नेम प्रेज़ेंटेशन सिस्टम से फर्जी कॉल्स पर कसेगा शिकंजा !

The CSR Journal Magazine

 

अब मोबाइल कॉल पर दिखेगा सिम मालिक का नाम! भारत में लागू हुआ Caller Name Presentation System! फर्जी कॉल और साइबर ठगी पर लगेगी लगाम! देश में बढ़ते फर्जी कॉल, साइबर ठगी और अनजान नंबरों से होने वाली परेशानियों पर रोक लगाने के लिए भारत में Caller Name Presentation (CNP) सेवा की शुरुआत कर दी गई है। इस नई व्यवस्था के तहत अब किसी भी अनजान नंबर से कॉल आने पर मोबाइल स्क्रीन पर केवल नंबर ही नहीं, बल्कि सिम कार्ड के पंजीकृत मालिक का नाम भी दिखाई देगा। इससे आम लोगों को कॉल करने वाले की पहचान करने में बड़ी सुविधा मिलेगी।

भारत में शुरू हुआ ‘कॉलर नेम प्रेज़ेंटेशन’ सिस्टम, फर्जी कॉल्स पर लगेगी लगाम

भारत में मोबाइल उपभोक्ताओं को अनजान और संदिग्ध कॉल से राहत देने के उद्देश्य से Caller Name Presentation (CNP) सिस्टम की शुरुआत कर दी गई है। इस नई टेलीकॉम सुविधा के तहत अब जब किसी व्यक्ति के मोबाइल पर कॉल आएगी, तो स्क्रीन पर केवल कॉल करने वाले का नंबर ही नहीं, बल्कि सिम कार्ड के पंजीकृत मालिक का नाम भी दिखाई देगा। यह कदम देश में बढ़ती साइबर ठगी, फर्जी कॉल्स और स्पैम कॉल्स की समस्या को देखते हुए उठाया गया है, जिससे आम नागरिक पहले से ही कॉल करने वाले की पहचान कर सकेंगे।

 क्या है Caller Name Presentation?

कॉलर नेम प्रेज़ेंटेशन एक ऐसी तकनीक है, जिसमें टेलीकॉम नेटवर्क कॉल के साथ-साथ कॉलर की पहचान से जुड़ी जानकारी भी रिसीवर तक पहुंचती है। अभी तक कॉल आने पर केवल मोबाइल नंबर दिखाई देता था, जिससे यह समझना मुश्किल होता था कि कॉल किसने की है। इसी कमजोरी का फायदा उठाकर साइबर अपराधी खुद को बैंक अधिकारी, सरकारी कर्मचारी या किसी परिचित के रूप में पेश करते थे। CNP सिस्टम के लागू होने से अब इस तरह की धोखाधड़ी पर काफी हद तक रोक लगने की उम्मीद जताई जा रही है।

कैसे काम करेगा नया Caller Name Presentation सिस्टम ?

इस सिस्टम में मोबाइल उपभोक्ता के सिम कार्ड से जुड़ी केवाईसी (KYC) जानकारी का उपयोग किया जाएगा। जब कोई कॉल की जाएगी, तो टेलीकॉम ऑपरेटर अपने रिकॉर्ड में दर्ज सिम मालिक का नाम नेटवर्क के माध्यम से कॉल रिसीव करने वाले के मोबाइल तक भेजेगा। इस प्रक्रिया में किसी थर्ड पार्टी ऐप की जरूरत नहीं होगी और यह सेवा सीधे टेलीकॉम नेटवर्क पर आधारित होगी। धीरे-धीरे इसे सभी स्मार्टफोन और सामान्य मोबाइल फोनों पर लागू किया जाएगा।

फर्जी कॉल और साइबर ठगी पर लगेगी लगाम

पिछले कुछ वर्षों में भारत में फर्जी कॉल्स और ऑनलाइन ठगी के मामलों में तेज़ी से वृद्धि हुई है। कई बार अनजान नंबर से कॉल कर लोगों को डरा-धमकाकर या झांसा देकर पैसे ऐंठ लिए जाते हैं। Caller Name Presentation से जब कॉल करने वाले का नाम सामने दिखेगा, तो उपभोक्ता अधिक सतर्क रहेगा। संदिग्ध नाम या अनजाने व्यक्ति की पहचान देखकर लोग कॉल उठाने से पहले ही सावधान हो सकेंगे, जिससे ठगी की घटनाओं में कमी आने की संभावना है।

थर्ड पार्टी ऐप्स से कितनी अलग और ज्यादा भरोसेमंद है यह सुविधा ?

अब तक कॉलर की पहचान के लिए लोग Truecaller जैसे थर्ड पार्टी ऐप्स का इस्तेमाल करते थे, जो यूजर-जनरेटेड डेटा पर निर्भर होते हैं। कई बार इन ऐप्स में गलत नाम दिखने की शिकायतें भी सामने आती थीं। इसके विपरीत Caller Name Presentation सिस्टम सीधे टेलीकॉम कंपनियों के आधिकारिक रिकॉर्ड पर आधारित होगा, जिससे इसमें दिखने वाला नाम अधिक प्रमाणिक और विश्वसनीय होगा। साथ ही, इससे डेटा प्राइवेसी को लेकर उठने वाले सवालों पर भी नियंत्रण रहेगा।

किन कॉल्स पर दिखाई देगा नाम

शुरुआती चरण में यह सुविधा मोबाइल से मोबाइल कॉल्स पर लागू की जा रही है। जिन सिम कार्डों की KYC पूरी और अपडेट है, उनके नाम सही तरीके से दिखाई देंगे। हालांकि, जिन नंबरों की जानकारी अधूरी है या जो किसी विशेष सेवा, कॉल सेंटर या मशीन-आधारित कॉलिंग सिस्टम से जुड़े हैं, वहां नाम दिखने में दिक्कत आ सकती है। आगे चलकर इस सिस्टम को और बेहतर बनाते हुए इसकी सीमाओं को कम किया जाएगा।

आम उपभोक्ताओं को क्या-क्या होंगे सीधे फायदे

कॉलर नेम प्रेज़ेंटेशन से आम मोबाइल उपयोगकर्ताओं को कई तरह के फायदे होंगे। लोग अनजान कॉल उठाने से पहले ही यह तय कर सकेंगे कि कॉल जरूरी है या नहीं। बुजुर्गों, महिलाओं और पहली बार डिजिटल सेवाओं का इस्तेमाल करने वाले लोगों के लिए यह सुविधा सुरक्षा के लिहाज से बेहद अहम साबित होगी। इसके अलावा, जरूरी कॉल और स्पैम कॉल में फर्क करना पहले से कहीं ज्यादा आसान हो जाएगा।

डिजिटल भारत की दिशा में एक अहम कदम

विशेषज्ञों का मानना है कि कॉलर नेम प्रेज़ेंटेशन सिस्टम डिजिटल इंडिया मिशन को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इससे टेलीकॉम सेवाओं में पारदर्शिता बढ़ेगी और उपभोक्ताओं का भरोसा मजबूत होगा। भविष्य में इस तकनीक के जरिए अन्य सुरक्षा फीचर्स जोड़ने की भी संभावनाएं जताई जा रही हैं, जिससे मोबाइल संचार और अधिक सुरक्षित बन सकेगा।कुल मिलाकर, मोबाइल स्क्रीन पर सिम मालिक का नाम दिखने की सुविधा आम लोगों के लिए बड़ी राहत लेकर आई है। यह न केवल फर्जी कॉल्स और साइबर ठगी पर लगाम लगाने में मदद करेगी, बल्कि मोबाइल उपयोग को अधिक सुरक्षित और भरोसेमंद भी बनाएगी। आने वाले समय में यह सुविधा देशभर के करोड़ों मोबाइल उपभोक्ताओं के लिए रोजमर्रा की जरूरत बन सकती है।
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