HIV AIDS का इलाज होगा और बेहतर और आसान
बिहार में HIV Treatment और देखभाल व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में राज्य सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। एचआईवी से संक्रमित मरीजों को अब इलाज, दवा और परामर्श के लिए बार-बार दूसरे जिलों का रुख नहीं करना पड़ेगा। बिहार राज्य एड्स नियंत्रण समिति (BSACS) ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के अंत तक राज्य में पांच नए एंटी रेट्रोवायरल थेरेपी (ART) सेंटर खोलने का फैसला किया है। इसके बाद बिहार में एआरटी सेंटरों की कुल संख्या बढ़कर 34 हो जाएगी।
हर जिले तक इलाज पहुंचाने की तैयारी
फिलहाल बिहार के 26 जिलों में 29 एआरटी सेंटर संचालित हैं, लेकिन कई जिलों के मरीजों को अब भी इलाज के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती है। इसी समस्या को देखते हुए राज्य सरकार का लक्ष्य है कि हर जिले में ART Centre उपलब्ध हो, ताकि मरीजों को दवा, जांच और काउंसलिंग के लिए अनावश्यक परेशानियों का सामना न करना पड़े। यह कदम Public Health System को और मजबूत करेगा।
2021 के बाद तेजी से बढ़ी सुविधाएं
वर्ष 2021 के बाद अब तक 15 नए एआरटी सेंटर खोले जा चुके हैं। पटना, भागलपुर, गया, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, पूर्णिया, कटिहार, छपरा, आरा, जमुई, मुंगेर, बेतिया, वैशाली और समस्तीपुर जैसे जिलों में यह सुविधा उपलब्ध है। वहीं अररिया, मधेपुरा, सहरसा, लखीसराय, शेखपुरा, नवादा, शिवहर और जहानाबाद में फिलहाल Link ART Centre के जरिए सेवाएं दी जा रही हैं।
इन संस्थानों में खुलेंगे नए एआरटी सेंटर
संक्रमण की स्थिति और मरीजों की जरूरत को देखते हुए नए एआरटी सेंटर इन प्रमुख संस्थानों में खोले जाएंगे, एम्स पटना, आईजीआईएमएस पटना, एनएमसीएच पटना, ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल बिहटा और माता गुजरी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज व एलएसके हॉस्पिटल किशनगंज। इससे North Bihar और Seemanchal Region के मरीजों को विशेष लाभ मिलेगा।
एआरटी सेंटरों पर क्या-क्या सुविधाएं
एआरटी सेंटरों पर HIV Test, मुफ्त एआरटी दवाएं, नियमित परामर्श, मानसिक सहयोग, टीबी और अन्य अवसरवादी संक्रमणों का इलाज किया जाता है। साथ ही HIV Positive Pregnant Women और नवजात शिशुओं की जांच व इलाज की सुविधा भी दी जाती है, ताकि मां से बच्चे में संक्रमण न फैले।
सरकार का स्पष्ट संदेश
बिहार राज्य एड्स नियंत्रण समिति के उप निदेशक डॉ. राजेश सिन्हा ने कहा कि सरकार की मंशा है कि राज्य के सभी जिलों में एआरटी सेंटर खोले जाएं। जिन जिलों में फिलहाल लिंक एआरटी सेंटर हैं, वहां भी जल्द पूर्ण सुविधा विकसित की जाएगी। यह पहल बिहार में HIV Care, Free Treatment और मरीजों के जीवन की गुणवत्ता सुधारने की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही है।