देश भर में सावन के पवित्र माह के दौरान चल रही कांवड़ यात्रा के दौरान विभिन्न राज्यों में कांवड़ियों के साथ होने वाली दुर्घटनाओं ने प्रशासन की नींद उड़ा दी है, क्यूंकी कांवड़ियों की सुरक्षा के लिए किए गए तमाम दावे खोखले साबित हो रहे हैं।
ग्वालियर में हुआ कांवड़ियों के साथ दर्दनाक हादसा
मंगलवार रात ग्वालियर में एक दर्दनाक हादसा हो गया, जहां भदावना से जल भरकर लौट रहे कांवड़ियों के एक समूह को तेज रफ्तार कार ने रौंद दिया, जिसमें 4 कांवडियों की मौत हो गई है, और कुछ घायल बताए जा रहे हैं। जानकारी के अनुसार ये सभी कांवड़िए सिमरिया गांव के टांका घाटीगांव के निवासी थे। कुल 13 लोग कांवड़ यात्रा पर गए थे। इनके लौटते के दौरान एक तेज रफ्तार कार का टायर फट गया, जिसके चलते कार बेकाबू होकर कांवड़ियों को कुचलते हुए खाई में पलट गई।
कार छोड़कर भागे लोगों की तलाश जारी
जानकारी के अनुसार,सभी कांवड़िए भदावना से जल भरकर लौट रहे थे। इसी बीच एक तेज रफ्तार कार का टायर फट गया। कार कांवड़ियों को कुचलते हुए खाई में पलट गई। इसके बाद कार में सवार सभी लोग भाग गए। इस हादसे में वकील, रमेश, दिनेश और छोटू की मौके पर ही मौत हो गई। बाबा गुसांई (55) और प्रहलाद (33) गंभीर रूप से घायल हैं। सभी सिमरिया के टांका घाटीगांव के रहने वाले थे। गांव के लोगों के अनुसार सभी 13 लोग कांवड़ भरने गए थे।
बिजली के तार की चपेट में आकर कांवड़ियों की मौत
Kanvar Yatra: अलवर के लक्ष्मणगढ़ थाना क्षेत्र में रथ यात्रा के दौरान दो कांवड़ियों की मौत हो गई और 32 अन्य घायल हो गए। झुलसे घायल कांवड़ियों को स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जिनमें से कुछ को गंभीर हालत में जिला अस्पताल रेफर किया गया।
राजस्थान के अलवर जिले के लक्ष्मणगढ़ थाना क्षेत्र में रथ यात्रा के दौरान बड़ा हादसा हुआ, जिसमें दो कांवड़ियों की करंट लगने से दर्दनाक मौत हो गई और दर्जनों अन्य घायल हो गए। यह घटना बीचगावा गांव के पास हुई, जहां लगभग 11 KV बिजली के करंट की चपेट में कांवड़ियों का समूह आ गया। बताया जा रहा है कि रथ यात्रा निकालने के दौरान कई कांवड़िये 11 KV बिजली के तार के संपर्क में आ गए, जिससे वहां भगदड़ मच गई। इस करंट से कम से कम 32 लोग झुलस गए, जिनमें कई की हालत गंभीर बताई जा रही है। घायलों को तुरंत लक्ष्मणगढ़ और गढ़ी सवाईराम के सरकारी अस्पतालों में भर्ती कराया गया, जहां से गंभीर हालात वाले कई मरीजों को जिला अस्पताल रेफर किया गया है
गुस्साए लोगों ने शुरू किया प्रदर्शन
हादसे के बाद क्षेत्र में भारी तनाव व्याप्त हो गया है। स्थानीय ग्रामीण और कांवड़िये इस घटना को लेकर गुस्साए हुए हैं और उन्होंने बिजली विभाग और प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि बिजली तारों की सुरक्षा और रख-रखाव में लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ। प्रशासन ने घायल कांवड़ियों के इलाज के लिए तत्काल कदम उठाए हैं और जांच भी शुरू कर दी है। साथ ही स्थानीय पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी है ताकि स्थिति तनावपूर्ण न हो।
लक्ष्मणगढ़ के SHO ने दी जानकारी
इस मामले को लेकर लक्ष्मणगढ़ के एसएचओ हरिओम ने बताया कि हमें सूचना मिली है कि करंट लगने से कई कांवड़िए घायल हो गए हैं। दो कांवड़ियों को यहां लाया गया है, जिनकी हालत अब स्थिर है। बाकी घायलों को भी यहां लाया जा रहा है। हमें स्पष्ट जानकारी नहीं है, लेकिन हमें पता चला है कि दो लोग हताहत हुए हैं।
कांवड़ियों के साथ हुए कई हादसे
21 जुलाई के दिन मुजफ्फरनगर शिव चौक के पीछे स्थित तुलसी पार्क में अचानक कंरट आ गया। कई कांवड़ियों को करंट के झटके लगे, जिसके चलते अफरा तफरी मच गई। तत्काल कुछ कांवड़ियों ने इसकी सूचना कांवड़ कंट्रोल रूम को दी। सूचना मिलते ही बिजली विभाग की टीम मौके पर पहुंची। जांच करने पर पता चला कि यहां पर लगी टंकी पर पम्प लगाया हुआ है। पानी भरने के कारण करंट फैल गया। उक्त टंकी से पम्प को हटा दिया गया। कांवड़ यात्रा को लेकर शिव भक्तों की सेवा करने के लिए तुलसी पार्क पर एक शिविर लगा हुआ है। यहां पर काफी कांवड़िये सोमवर को रूके हुए थे। तभी यह हादसा हुआ।
कांवड़ खंडित होने पर मचाया उत्पात
इसी दिन अलवर मार्ग स्थित बावड़ी के पास एक बाइक से टकराकर एक कांवड़ खंडित हो गई, जिससे श्रद्धालुओं में आक्रोश फैल गया। घटना में मुरैना जिले की सबलगढ़ तहसील के ग्राम अटार निवासी इंद्रजीत सिंह जादौन शामिल थे, जो अपने साथी के साथ कांवड़ लेकर हरिद्वार से लौट रहे थे।
कांवड़ के खंडित होने के बाद बसवा-बांदीकुई क्षेत्र के अन्य कांवड़ियों ने एक अतिरिक्त कांवड़ इंद्रजीत को सौंप दी। पूजा-अर्चना के बाद इंद्रजीत सिंह पुनः यात्रा पर रवाना हो गए। हालांकि इसी दौरान कुछ कांवड़ियों ने एक पुलिसकर्मी पर अभद्र भाषा का प्रयोग करने का आरोप लगाया, जिससे मामला तूल पकड़ गया।
कांवड़ लेने जा रहे वाहन में दौड़ा करंट
गांव रूदायन से एक वाहन द्वारा कांवड़ लेने जा रहे कांवड़ियों के वाहन में अचानक बिजली करंट दौड़ गया, जिससे एक युवक बेहोश हो गया। सोमवार को मिली जानकारी के अनुसार गांव रूदायन से करीब एक दर्जन युवओं का जत्था कांवड़ लेने जा रहा था। कावड़ियों ने एक छोटे टेम्पो में डीजे साउण्ड और अन्य सामान रख लिया, और उसी में सवार होकर कांवड़ लेने चल दिए। बताते हैं कि गांव में एक जगह पर घरेलू केबल झूल रही थी, जिसमें एक कट भी लगा था। जैसे ही वाहन कट के नीचे होकर निकला तो किसी प्रकार केबल वाहन को छू गया, जिससे वाहन में करंट दौड गया। करंट दौडने से वाहन में बैठे तीन युवक नीचे गिर गये जिसमें एक युवक उदयवीर सिंह बेहोश हो गया। आनन-फानन में विद्युत विभाग को फोन कर विद्युत विच्छेद कराया और युवक को उपचार के लिए निजी चिकित्सक के पास ले गये। जहां चिकित्सक ने उपचार के बाद उसे ठीक होने पर छुट्टी दे दी। घटना के बाद युवक कांवड़ लेने नहीं जा सके। वहीं सोमवार को विद्युत विभाग टीम ने गांव का दौरा किया और झूल रहे तारों को दुरूस्त कराने के निर्देश दिए, जिसके आधार पर लाईनमैन आदि ने गांव पहुंचकर विद्युत केबल दुरूस्त किया।
सड़क दुर्घटना का शिकार हुआ कांवड़िया
इससे पहले 15 जुलाई के दिन हुए दुखद हादसे ने अलवर जिले के चांदौली गांव को शोक में डुबो दिया। हरिद्वार से पैदल कांवड़ यात्रा कर लौट रहे चांदौली गांव निवासी लेखराम गुर्जर की मेरठ में एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। हादसा मंगलवार तड़के सरधना थाना क्षेत्र के चौधरी चरण सिंह कांवड़ पटरी मार्ग पर हुआ, जब नानू पुल से कुछ दूरी पर एक अज्ञात वाहन ने लेखराम को टक्कर मार दी।
लेखराम के साथ यात्रा कर रहे साथी सुनील शर्मा ने तुरंत एंबुलेंस को सूचना दी। घायल हालत में लेखराम को सीएचसी पहुंचाया गया, जहां से गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें मेडिकल कॉलेज, मेरठ रेफर कर दिया गया। लेकिन वहां पहुंचने से पहले ही उन्होंने दम तोड़ दिया।
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