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June 27, 2025

महाकुंभ के बाद अब पुरी रथ यात्रा में सेवा करेगा अदाणी समूह, 40 लाख श्रद्धालुओं को मिलेगा निःशुल्क भोजन और राहत

देश में आस्था के सबसे भव्य आयोजनों में से एक, पुरी रथ यात्रा 2025 अब और भी विशेष होने जा रही है। प्रयागराज महाकुंभ 2025 में लाखों श्रद्धालुओं की सेवा करने के बाद, अदाणी समूह ने अब पुरी की ऐतिहासिक जगन्नाथ रथ यात्रा में भी सेवा कार्यों की जिम्मेदारी संभाली है। Adani Group 6 जून से 8 जुलाई तक श्रद्धालुओं की सेवा में जुटा रहेगा। पुरी में हर साल आयोजित होने वाली भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा में इस बार अदाणी समूह अपने स्वयंसेवकों और संसाधनों के साथ पूरी ताकत से सेवा कार्यों में हिस्सा ले रहा है। रथ यात्रा के दौरान करीब 40 लाख श्रद्धालुओं की अपेक्षा की जा रही है और अदाणी समूह ने उनके लिए निःशुल्क पौष्टिक भोजन और पेय पदार्थ उपलब्ध कराने का संकल्प लिया है।

क्या-क्या व्यवस्थाएं की गई हैं?

अदाणी समूह द्वारा की जा रही प्रमुख व्यवस्थाएं – शहर भर में निःशुल्क भोजन वितरण केंद्र, शीतल पेय पदार्थ के स्टॉल, लाइफगार्ड सहयोग और समुद्र तट की सफाई, स्वयंसेवकों और कर्मचारियों को टी-शर्ट, सुरक्षा जैकेट, रेनकोट, छाते और टोपियों का वितरण, नगर निगम कर्मचारियों के लिए विशेष सुरक्षा किट, स्थानीय संगठनों जैसे इस्कॉन और पुरी जिला प्रशासन के साथ मिलकर सेवा कार्यक्रमों का संचालन। इन सभी प्रयासों का उद्देश्य सिर्फ श्रद्धालुओं की सुविधा ही नहीं, बल्कि आयोजन में लगे हर व्यक्ति को सहयोग देना भी है।

महाकुंभ में अदाणी समूह ने की थी लाखों की सेवा

इससे पहले इसी साल जनवरी में प्रयागराज में आयोजित 45 दिवसीय महाकुंभ मेले में अदाणी समूह ने गीता प्रेस और इस्कॉन जैसे प्रतिष्ठित संगठनों के साथ मिलकर विशाल भंडारों, फ्री गॉल्फ कार्ट, और आरती किट्स का आयोजन किया था। इस सेवा में लाखों श्रद्धालुओं को शामिल किया गया था। गौतम अदाणी स्वयं 21 जनवरी को कुंभ में मौजूद रहे और उन्होंने न केवल पूजा-अर्चना की बल्कि स्वयंसेवकों के साथ मिलकर सेवा भी की थी।

सेवक के रूप में जुड़ा अदाणी समूह

अदाणी समूह ने स्पष्ट किया है कि वह इस आयोजन में “प्रायोजक नहीं, सेवक” के रूप में भाग ले रहा है। इस सेवा भाव की योजना कई महीने पहले बनाई गई थी, और इसके लिए स्वयंसेवक अदाणी समूह के ही सदस्य हैं या फिर स्थानीय समुदाय से जुड़े हुए हैं। इसका उद्देश्य दिखावा नहीं, बल्कि आत्मीय सेवा है। समूह का मानना है कि आधुनिक भारत के कॉर्पोरेट जगत और पारंपरिक भारतीय आध्यात्मिक संस्कृति को कंधे से कंधा मिलाकर चलना चाहिए।

गौतम अदाणी का संदेश: “सेवा ही साधना है”

अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी ने कहा है कि, “सेवा ही साधना है। “हमारा प्रयास श्रद्धालुओं के अनुभव को सरल और सम्मानजनक बनाना है। पुरी की रथ यात्रा आत्मीयता और भक्ति से भरपूर है, और इसमें भाग लेकर हम खुद को सौभाग्यशाली मानते हैं।”

पुरी रथ यात्रा में अदाणी समूह की भागीदारी क्यों महत्वपूर्ण है?

पुरी की रथ यात्रा धार्मिक ही नहीं, सांस्कृतिक और सामाजिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण आयोजन है। इसमें देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु भाग लेते हैं, और इस दौरान व्यवस्था बनाए रखना किसी भी प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती होती है। ऐसे में अदाणी समूह जैसे निजी संस्थान का सेवाभाव से जुड़ना एक सकारात्मक उदाहरण है, जो Public-Private Partnership का भी बेहतरीन रूप है। चाहे वह प्रयागराज का महाकुंभ हो या पुरी की जगन्नाथ रथ यात्रा, अदाणी समूह जैसे कॉर्पोरेट संस्थानों की समर्पित सेवा भागीदारी यह दिखाती है कि आज का भारतीय उद्योग जगत सिर्फ कारोबार नहीं, बल्कि सामाजिक, आध्यात्मिक और मानवीय दायित्व भी निभा रहा है। अदाणी समूह की यह पहल एक नया आदर्श प्रस्तुत करती है जहां आधुनिकता और परंपरा साथ-साथ चलती है, और जहां उद्योग सेवा के मार्ग पर चलकर समाज का कर्ज चुकाने की कोशिश करता है।

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