Maharashtra के स्कूलों में इस साल के नए Term से NCERT Syllabus Pattern पर तैयार की गई पाठ्यपुस्तकों से पढ़ाई की जाएगी। नया पाठ्यक्रम State Council Of Educational Research And Training (SCERT) द्वारा तैयार किया गया है। अभी इसे क्लास 1 से शुरू किया जाएगा। अगले 3 वर्षों में अन्य क्लासेस में भी Systametic तरीके से लागू किया जाएगा।
Maharashtra राज्य के छात्रों को राष्ट्रीय स्तर की शिक्षा प्रदान करना है मकसद
स्कूली शिक्षा विभाग के General Secretary रंजीत सिंह देओल ने बताया कि क्लास 1 का पाठ्यक्रम लगभग तैयार है। NCERT Syllabus की पाठ्यपुस्तकों की तर्ज़ पर इन्हे तैयार किया गया है। अगले 3 वर्षों में इसे सभी कक्षाओं के लिए लागू करने की कोशिश रहेगी। देश भर में NCERT के पाठ्यक्रम को बेहतर माना जाता है। देश के तमाम बड़े Competitive Exams में पूछे जाने वाले सवाल NCERT पाठ्यक्रम के ज्यादा करीब होते हैं। State Board के छात्र NCERT Syllabus के स्टूडेंट्स और दूसरे राज्यों के स्टूडेंट्स की तरह बेहतर Perform कर सकें, इसलिए ये बदलाव किया जा रहा है।
नए Syllabus पर शिक्षकों और अभिभावकों की मिली जुली प्रतिक्रिया
Maharashtra State Board के इस कदम पर शिक्षकों और अभिभावकों की मिलीजुली प्रतिक्रिया सामने आ रही है। कुछ शिक्षकों का मानना है कि Syllabus में ये बदलाव छात्रों को राष्ट्रीय स्तर की शिक्षा प्रणाली से जोड़ने और बेहतर Performance में मददगार साबित होगा। State Board के छात्रों की हमेशा शिकायत रही है कि बेहतर परिणाम के बावजूद उन्हे बाकी राज्यों के छात्रों जितनी सफलता नहीं मिल पाती। वहीं कुछ Private Education Institutes और अभिभावकों का मानना है कि Syllabus में अचानक इस तरह परिवर्तन करने से बच्चों की Progress पर असर पड़ेगा। नए पाठ्यक्रम के अनुरूप खुद को ढालने में स्टूडेंट्स को वक्त लगेगा और इससे उनका वक्त ज़ाया होगा। वहीं कुछ पेरेंट्स ने इसे बच्चों के लाभकारी बताया और कहा कि इस बदलाव से छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं में बेहतर रिजल्ट ला पाएंगे।