Jharkhand Gutkha Pan Masala Ban: झारखंड में गुटखा और पान मसाला की बिक्री पर बैन लग गया है। गुटखा के बनाने, स्टोर करने, बेचने और डिस्ट्रीब्यूशन पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गयी है। अब ये सब करने से कानूनी कार्रवाई होगी। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने इस बाबत अधिसूचना भी जारी कर दी है। स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने कैंसर दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान स्पष्ट कर दिया था कि राज्य में गुटखा पर प्रतिबंध लगेगा क्योंकि राज्य में कैंसर फैलने का सबसे बड़ा कारण गुटखा बना हुआ है। इसकी वजह से युवाओं की जिंदगी बर्बाद हो रही है।
फिलहाल Jharkhand Gutkha Pan Masala Ban सिर्फ एक साल के लिए किया गया है
गुटखा और पान मसाला पर अधिसूचना निर्गत होने की तारीख से एक साल लिए बैन लगाया गया है। इस आदेश के साथ झारखंड में गुटखा बनाने, स्टोरेज करने, बेचने और वितरण करने पर पूरी तरह से रोक लग गई है। नोटिफिकेशन के मुताबिक टोबैको या निकोटिन युक्त गुटखा और पान मसाला बेचने पर कार्रवाई होगी। आम लोगों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स एक्ट के तहत एक साल के लिए बैन लगाया गया है।
झारखंड में ओरल कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे है
आंकड़ों के मुताबिक झारखंड में ओरल कैंसर पीड़ित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, (Oral Cancer cases in Jharkhand ) इसकी वजह है गुटखा। राज्य में एक लाख की आबादी पर करीब 70 लोग कैंसर पीड़ित हैं। इनमें 40-45 मरीज तंबाकू और गुटखा की वजह से ओरल कैंसर से पीड़ित हैं। आपको बता दें कि जून 2022 में तत्कालीन सीएम हेमंत सोरेन की पहल पर पान मसाला के 11 ब्रांडों पर एक साल के लिए प्रतिबंध लगाया गया था। इससे पहले पान मसाला के नमूनों की जांच में मैग्नीशियम कार्बोनेट मिलने पर 8 मई 2020 को बैन लगा था। तब से इसको विस्तार दिया जाता रहा। लेकिन 2023 से यह मामला पेंडिंग पड़ा था। इसकी वजह से राज्य में खुलकर गुटखा की बिक्री होने लगी थी। अब फिर से बैन लग गया है।