कोटक महिंद्रा बैंक भारतीय बैंकिंग जगत में अपनी पहचान और विश्वसनीयता के लिए जाना जाता है। अपनी फाउंडेशन के 21 वर्षों में यह बैंक न केवल वित्तीय सेवाओं (Financial Services) में अग्रणी रहा है, बल्कि समाज के विकास में भी एक सक्रिय भूमिका निभा रहा है। देशभर में 1,869 शाखाओं और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सिंगापुर, लंदन, अमेरिका और मध्य-पूर्व में उपस्थिति के साथ, कोटक महिंद्रा बैंक ने डिजिटलीकरण और ग्राहक सुविधा को प्राथमिकता दी है। वीडियो-आधारित केवाईसी और डिजिटल 811 खाते जैसी सेवाओं के जरिए बैंक ने यह सुनिश्चित किया है कि ग्राहक घर बैठे अपने बैंकिंग कामकाज कर सकें। लेकिन बैंक केवल व्यावसायिक गतिविधियों तक सीमित नहीं है। यह पर्यावरण, सामाजिक और प्रशासन (ESG) मूल्यों को अपनाकर एक सतत विकास मॉडल पर काम कर रहा है। Complete CSR Report of Kotak Mahidra Bank
कोटक महिंद्रा बैंक की सीएसआर पहल
कोटक महिंद्रा बैंक अपने कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (CSR – Corporate Social Responsibility) के तहत शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण, आजीविका और खेल जैसे क्षेत्रों में काम करता है। Kotak Mahindra Bank CSR Initiatives का उद्देश्य केवल अल्पकालिक मदद तक सीमित नहीं है, बल्कि एक स्थायी और दीर्घकालिक बदलाव लाना है। वित्त वर्ष 2023-24 में बैंक ने अपने सीएसआर कार्यक्रमों पर 230.81 करोड़ रुपये खर्च किए, जो कानूनी रूप से जरुरी मानदंडों से अधिक है। यह बैंक की समाज और पर्यावरण के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
कोटक महिंद्रा बैंक का शिक्षा और आजीविका से समाज बन रहा है सशक्त
कोटक एजुकेशन फाउंडेशन (KEF) के जरिए बैंक महाराष्ट्र और गुजरात के 160 से अधिक स्कूलों में शिक्षा सुधार कार्यक्रम संचालित करता है। इसके साथ ही यूपी के सरकारी स्कूलों में खान एकेडमी के साथ साझेदारी में 9वीं से 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए एनसीईआरटी आधारित साइंस सामग्री प्रदान की जा रही है। इसमें छात्रों का कवरेज 59,000 से अधिक है। 750 शिक्षक और 170 शिक्षा समन्वयकों को प्रशिक्षित किया गया। डिजिटल लर्निंग में 30 मिनट प्रति सप्ताह के उपयोग को प्रोत्साहित किया गया। लड़कियों के ड्रॉपआउट की समस्या से निपटने के लिए बालिका शिक्षा परियोजना शुरू की गई, जिसके तहत 3,000+ लड़कियों को दोबारा स्कूलों से जोड़ा गया।
कोटक महिंद्रा बैंक ने उच्च शिक्षा में भी छात्रों की मदद के लिए कई पहल की हैं
कोटक महिंद्रा बैंक ने उच्च शिक्षा में भी छात्रों की मदद के लिए कई पहल की हैं। कोटक शिक्षा निधि से कोविड-19 में परिवार के कमाने वाले सदस्य को खोने वाले बच्चों को आर्थिक सहायता प्रदान की गई। कोटक कन्या छात्रवृत्ति से मेधावी और आर्थिक रूप से कमजोर पृष्ठभूमि की लड़कियों को उच्च शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता दी गई। आईआईएससी, बेंगलुरु में एआई और मशीन लर्निंग (AI-ML) रिसर्च सेंटर बनाया गया है। आईआईटी कानपुर में सतत विकास स्कूल की स्थापना की गयी है। यह भारत का पहला ऐसा स्कूल है जो स्थिरता पर आधारित शिक्षा, शोध और नीति निर्माण को प्रोत्साहित करता है।
कौशल विकास और उद्यमिता
Kotak Mahindra Bank युवाओं और विकलांग व्यक्तियों को कौशल विकास के माध्यम से रोजगार के योग्य बना रहा है। वित्त वर्ष 2023-24 में 13,200 युवाओं को कौशल प्रशिक्षण दिया गया। इनमें से 60% को रोजगार या स्वरोजगार मिला। 2,000 विकलांग व्यक्तियों को प्रशिक्षित किया गया, जिनमें से 1,500 को नौकरियां मिलीं। IIM बैंगलोर के साथ साझेदारी में महिला स्टार्टअप प्रोग्राम शुरू किया गया। इसके तहत 269 महिला उद्यमियों को मेंटरशिप और प्रशिक्षण दिया गया।
ग्रामीण आजीविका को बढ़ावा
कोटक महिंद्रा बैंक ने ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों और अन्य लोगों की आय बढ़ाने के लिए कई पहल की हैं। 12,500+ किसानों को जल संरक्षण, मिट्टी की गुणवत्ता सुधार और फसल उत्पादन में मदद की गई। महिलाओं के लिए स्वरोजगार को बढ़ावा दिया गया। महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए विभिन्न योजनाएं लागू की गईं।
कोटक महिंद्रा बैंक का स्वास्थ्य सेवा में भी है योगदान
कोटक महिंद्रा बैंक ने कैंसर देखभाल के लिए कई कार्यक्रम चलाए है। इलाज और देखभाल में बैंक ने 5,900 कैंसर मरीजों की मदद की, जिनमें से 4,100 बच्चे थे। इसके साथ ही गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीजों के लिए हॉस्पिटल देखभाल सेवाएं भी उपलब्ध कराई गईं। बैंक ने ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने पर जोर दिया है। मोबाइल मेडिकल वैन के जरिए 3.3 लाख लोगों तक स्वास्थ्य सेवायें पहुंचाई गईं है। वृद्ध नागरिकों और स्कूल के बच्चों के लिए आखों की जांच और सर्जरी भी बैंक के सीएसआर द्वारा की गयी है। क्लबफुट के जरिये उत्तर प्रदेश के 45 जिलों में 6,700 बच्चों का उपचार किया गया। विकलांग व्यक्तियों के लिए पुनर्वास और चिकित्सा उपकरण भी प्रदान किए गए है।
पर्यावरण और सतत विकास के लिए भी काम कर रही है कोटक महिंद्रा बैंक
कोटक महिंद्रा बैंक ने जल संरक्षण और पुनर्स्थापन पर काम करते हुए किसानों और ग्रामीण समुदायों को मदद की है। जल संचयन के लिए 6,000 हेक्टेयर भूमि पर जल संरक्षण परियोजना लागू की गईं है। इसके साथ ही पानी की भंडारण क्षमता को भी बढ़ाया गया है। 340 करोड़ लीटर जल संचयन क्षमता विकसित की गई है। शहरी झीलों और जलाशयों को साफ करने और पुनर्जीवित करने के लिए बैंक ने 370 एकड़ भूमि पर काम किया है। 5 झीलों और 0.8 किमी लंबे जलाशय की सफाई की गई है। यह परियोजना न केवल पर्यावरण संरक्षण में मददगार है, बल्कि स्थानीय समुदायों के लिए एक सामुदायिक स्थल भी प्रदान करती है।
खेल और युवा विकास
कोटक महिंद्रा बैंक ने खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए कई संस्थाओं के साथ साझेदारी कर कई स्पोर्ट्स एक्टिविटीज को बढ़ावा दे रही है। पुल्लेला गोपीचंद बैडमिंटन अकादमी के माध्यम से 30 एथलीटों को पोषण, प्रशिक्षण और मानसिक स्वास्थ्य सहायता प्रदान की गई। इंस्पायर इंस्टीट्यूट ऑफ स्पोर्ट के जरिये 100+ मुक्केबाजों को प्रशिक्षित किया गया, जिन्होंने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 90 पदक जीते।
निष्कर्ष
कोटक महिंद्रा बैंक ने अपनी सीएसआर योजनाओं के जरिए समाज के विभिन्न क्षेत्रों में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास किया है। शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण और खेल जैसे क्षेत्रों में किए गए कार्य संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) के साथ पूरी तरह से मेल खाते हैं। बैंक की पारदर्शिता और दीर्घकालिक सोच इसे भारतीय समाज के विकास के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण बनाती है।