गरीबों और वंचितों के जीवन स्तर को सुधारने और संवारने में जुटी योगी सरकार ने दीपावली (Deepotsav in Uttar Pradesh) पर उनके जीवन में रोशनी लाने के लिए रविवार को उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले से एक विशेष अभियान की शुरुआत की है। गोंडा जिला प्रशासन की पहल पर यहां ‘हर घर नेकी की दीवार’ विशेष अभियान शुरू किया गया है। इस अभियान के तहत लोगों को घरों में पड़े अनुपयोगी पुराने कपड़ों, खिलौनों, जूतों जैसी वस्तुओं को इधर-उधर नहीं फेंकने और इसे जरूरतमंदों तक पहुंचाने में जिला प्रशासन की मदद करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। इन वस्तुओं का दान कर गोंडा जिले के लोग त्योहारों पर किसी गरीब के जीवन में खुशियां ला सकते हैं। इस अभियान को इस तरह से तैयार किया गया है कि इसमें जिले के लोगों के योगदान के साथ-साथ गरीबों तक वस्तुओं को पहुंचाने में अधिकारियों और कर्मचारियों की भी महत्वपूर्ण भूमिका होने वाली है। इस अभियान में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों और स्थानीय को जिला प्रशासन द्वारा सम्मानित किए जाने की भी योजना है। गरीबों और वंचितों की मदद के लिए गोंडा से शुरू हुआ यह अनूठा अभियान पूरे उत्तर प्रदेश के लिए एक मिसाल बन सकता है।
पूरे उत्तर प्रदेश के लिए मिसाल बनेगी गोंडा की “हर घर नेकी की दीवार”
गोंडा (Gonda Distrcit News) की जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने दीपावली के अवसर पर जिले के हर घर में खुशियां पहुंचाने के लिए यह अनूठी पहल की है। “हर घर नेकी की दीवार” (Neki Ki Diwar) नाम से इस विशेष अभियान की शुरुआत की गई है। इसके अंतर्गत लोगों के घरों की अनुपयोगी वस्तुओं को जरूरतमंदों तक पहुंचाने की दिशा में कदम उठाए गए हैं। नगर पालिका परिषद करनैलगंज से इसकी शुरुआत की गई। The CSR Journal से ख़ास बातचीत में नेहा शर्मा ने बताया कि दीपावली पर हम सभी अपने-अपने घरों की सफाई करते हैं। इस दौरान तमाम ऐसे सामान भी निकलते हैं जिनका अब इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है। इसमें, पुराने कपड़े, पुराने कंबल, जूते, बच्चों के खिलौने, पुराने बर्तन जैसे कई अन्य निष्प्रयोज्य वस्तुएं हो सकती हैं। उन्हें फेंकने के बजाए अपने करीब की नगर पालिका, नगर पंचायत या ग्राम पंचायत में बनी ‘नेकी की दीवार’ में दान कर दें, ताकि किसी गरीब और वंचित को इसका लाभ मिल सके और उसके जीवन में इस त्योहार पर रोशनी लाई जा सके।
अनुपयोगी वस्तुओं को दान कर जरूरतमंदों की दिवाली रोशन करने की अपील
“हर घर नेकी की दीवार” अभियान के अंतर्गत जिले के सभी नगर पालिका परिषद, नगर पंचायत से लेकर ग्राम पंचायत तक में विशेष केन्द्र स्थापित किए जा रहे हैं। इन्हें नेकी की दीवार नाम दिया गया। इन केंद्रों पर आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले लोग अपने घरों की निष्प्रयोज्य वस्तुएं दे सकेंगे। उनके द्वारा दी गई वस्तुओं का रिकॉर्ड तैयार किया जाएगा। इन केंद्रों से कोई भी जरूरतमंद व्यक्ति अपनी आवश्यकता के अनुसार वस्तुओं को ले सकेगा। डीएम नेहा शर्मा ने बताया कि दीपावली (Diwali in Uttar Pradesh) तक इस विशेष अभियान को चलाया जाएगा। इस दौरान लोगों को सहूलियत प्रदान करने के लिए एक कंट्रोल रूम बनाने के साथ ही हेल्पलाइन नम्बर (05262-230125) भी जारी किया गया है। यह सेवा सुबह सात बजे से रात 10 बजे तक उपलब्ध रहेगी। इस हेल्पलाइन नम्बर पर फोन करके लोग अपने निकट में स्थापित “नेकी की दीवार” के बारे में जानकारी हासिल कर सकेंगे। वहां तैनात अधिकारियों व कर्मचारियों से संपर्क कर सकेंगे।
“नेकी की दीवार” के लिए लोगों का मिल रहा भरपूर समर्थन
लोगों द्वारा दी जा रही वस्तुओं को किसी अन्य जरूरतमंद को उपलब्ध कराया जाएगा। इसलिए, ये वही वस्तुए होंगी जो इस्तेमाल करने लायक हो। जिला प्रशासन ने अपील की है कि फटे-पुराने कपड़े या कोई खराब सामान न दें। बेहतर होगा कि सामान को साफ और इस्तेमाल करने योग्य स्थिति में दिया जाए। जैसे पुराने कपड़ों को धुलकर साफ कर लें। कोई कपड़ा फटा है तो उसकी सिलाई करवा दें। जूते को साफ कर लें। डीएम की इस पहल को गोंडा में लोगों का सपोर्ट भी मिल रहा है। पहले ही दिन बड़ी संख्या में लोगों ने निष्प्रयोज्य वस्तुओं को दान किया। वहीं, नेकी की दीवार के उद्घाटन के अवसर पर डीएम ने स्वयं गरीबों में इन वस्तुओं का वितरण भी किया।