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International Youth Day – आज का युवा बन रहा है उद्यमी

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विश्व में अगर सबसे ज्यादा युवा अगर कहीं है तो वो है भारत, भारत में सबसे ज्यादा युवा है। यही कारण है कि इंडिया को Youth Nation भी कहा जाता है। हमारा युवा हमारी ताकत है। युवा नए भारत का कर्णधार है। देश का विस्तार भी है। युवा नए भारत का नियंता भी है। हमारे आज के युवाओं के पास प्राचीनता की विरासत भी है और आधुनिकता का बोध भी है। देश का भविष्य देश के युवाओं पर निर्भर करता है। देश के युवाओं ने अपनी प्रतिभा और लगन से भारत का नाम पूरे विश्व में रोशन किया है। युवाओं से देश है, युवाओं से भविष्य है। सुनहरे भारत की नींव एक शिक्षित, कुशल व सक्षम युवा है। आज का युवा सजग भी है। आज का युवा जागरूक भी है। आज का युवा उद्यमी भी है। आज अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस (International Youth Day) है ऐसे में आइये जानते हैं कि किस तरह से आज का युवा बन रहा है सफल उद्यमी।

रोजगार के अवसर दे रहें हैं देश के युवा उद्यमी

भारत में रोजगार को लेकर सरकार को हमेशा कटघरे में खड़ा किया जाता रहा है, युवाओं द्वारा रोजगार की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन भी किया जाता है। इसमें कोई दो राय नहीं कि भारत में रोजगार के सरकारी अवसरों में कमी आ रही है। सरकारी नौकरियों की मांग बढ़ रही है और मोदी सरकार है कि सरकारी नौकरियों की संख्या कम करते जा रही है। नए-नए भर्तियों पर विराम लगा है लेकिन इस बात को भी नकारा नहीं जा सकता कि भारत के युवा अब आत्मनिर्भर बन रहे हैं। अब भारत के युवा सरकारी नौकरियों की लालसा ना करते हुए अपने हुनर का इस्तेमाल कर नए-नए स्टार्टअप लेकर आ रहें हैं। अब भारत के यूथ नौकरी मांगने वाले नहीं बल्कि नौकरी देने वाले बन रहे हैं।

स्टार्टअप योजना से युवा बन रहे है सफल उद्यमी

भारत सरकार के मिनिस्ट्री ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अधीन शुरू हुए स्टार्टअप योजना (Startup India initiative by Government of India) का इस्तेमाल भारत का युवा बखूबी कर रहा है। देश के नागरिकों के बीच उद्यमशीलता की भावना को बढ़ावा देने और प्रोत्साहित करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा स्टार्टअप इंडिया योजना (Startup India Scheme) की शुरुआत की गयी है। इस योजना के अंतर्गत रोजगार व उद्योग के लिए फंडिंग की सहायता, मार्गदर्शन और उद्योग भागीदारी के अवसर प्रदान करके भारत में स्टार्टअप को बढ़ावा देना है। स्टार्टअप इंडिया पहल शुरू करने का मतलब इसके माध्यम से बेरोजगारों के बीच रोजगार पैदा करना भी है।
स्टार्टअप इंडिया योजना का उद्देश्य देश में नवाचार और स्टार्टअप के पोषण के लिए एक मजबूत इको-सिस्टम का निर्माण करना है जो स्थायी आर्थिक विकास को बढ़ावा देगा। ताकि, भारतीय स्टार्टअप अपने पंखों को दूर-दूर तक फैला सकें। स्टार्टअप इकोसिस्टम में सभी हितधारकों के लिए एक प्लेटफार्म उपलब्ध कराना है जो एक-दूसरे से बातचीत करने, ज्ञान का आदान-प्रदान करने और अत्यधिक गतिशील वातावरण में एक दूसरे के साथ भागीदारी बनाने के लिए एक मंच प्रदान करना है। देश के कई स्टार्टअप आज एक सफल बिजनेस बन चुके है।

भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम को सशक्त कर रही हैं महिलाएं

इन स्टार्टअप में युवाओं का योगदान बहुत सराहनीय है। सिर्फ युवा ही नहीं युवतियों और महिलाओं का भी अहम रोल है। आकड़ों की मानें तो भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम को महिलाएं भी सशक्त कर रही हैं। 0 से 42,130 महिलाओं के नेतृत्व वाले डीपीआईआईटी मान्यता प्राप्त स्टार्टअप की यात्रा ने भारतीय स्टार्टअप समुदाय में एक आदर्श बदलाव लाया है।

भारत में इतना है मान्यता प्राप्त स्टार्टअप, महाराष्ट्र में है सबसे ज्यादा

आकड़ें ये भी बताते हैं कि 3 अगस्त 2022 तक 75,000 डीपीआईआईटी-मान्यता प्राप्त स्टार्टअप के साथ भारत दुनिया का सबसे बड़ा स्टार्टअप आधार बन गया है। साल 2016 में ये आकड़ा 466 डीपीआईआईटी-मान्यता प्राप्त स्टार्टअप ही था। राज्यों की बात करें तो सबसे ज्यादा स्टार्टअप महाराष्ट्र में है। अकेले महाराष्ट्र में 13.5 हज़ार से ज्यादा DPIIT मान्यता प्राप्त स्टार्टअप है। महाराष्ट्र के बाद कर्नाटक जहां 8902 स्टार्टअप को मान्यता दी गयी और तीसरे नंबर पर दिल्ली का स्थान है। दिल्ली में 8670 DPIIT मान्यता प्राप्त स्टार्टअप है।

राज्य सरकारें भी युवाओं को बना रही हैं सफल बिजनेसमैन

उत्तर प्रदेश सरकार (Youth in Uttar Pradesh) युवाओं के उद्यमी (Youth Businessmen) बनने की राह को और आसान बनाने जा रही है। मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना में परियोजना लागत को 25 लाख से बढ़ाकर 1 करोड़ किया जाएगा। इससे युवाओं को रोजगार के ज्यादा अवसर मिल सकेंगे। कोरोना काल में रोजगार गवां चुके युवक-युवतियों को अपने पांव पर खड़ा करने के उद्देश्य से बिहार सरकार (Youth in Bihar) ने मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना की शुरुआत की। इसके तहत 101 प्रकार की परियोजनाओं पर उद्यमियों को 10 लाख रुपये प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की गई। ताकि अपनी नौकरी गंवा चुके लोग फिर से अपना रोजगार शु्रू कर सके।
वहीं बात करें मध्य प्रदेश की तो शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री उद्योग क्रांति योजना (Mukhyamantri Udyam Kranti Yojana in Madhya Pradesh) के तहत आयु सीमा बढ़ा दी और शैक्षणिक योग्यता कम कर दी। मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य में स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री उद्यमी क्रांति योजना शुरू की है। अब 45 साल के व्यक्ति को भी इस योजना का लाभ मिलेगा। पहले की योजना में आयु सीमा 40 वर्ष थी। उद्यम क्रांति योजना के तहत बेरोजगार युवाओं को बिना गारंटी के ऋण (Loan for Startups) मिलता है। जिससे वे अपना खुद का व्यवसाय स्थापित कर सकें।