कोरोना काल में कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी यानि सीएसआर की महत्वता और बढ़ गयी है, जहां एक तरफ बेरोजगारी, समस्याएं घर कर रहीं है वही सीएसआर की मदद से समाज में मुस्कान बिखेरने का काम हमारे देश की कॉर्पोरेट कंपनियां कर रही है। सीएसआर के तहत हुए कामों को सराहने के लिए उद्योग मंडल फिक्की ने सोमवार को 18वें फिक्की सीएसआर अवार्ड सेरेमनी का आयोजन किया। ये आयोजन वर्चुअल माध्यम से था। 18वें फिक्की सीएसआर अवार्ड सेरेमनी के मुख्य अतिथि वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर रहे साथ ही उद्योग जगत की टायकून राजश्री बिड़ला भी वेबिनार द्वारा शामिल हुई।
बेहतर भारत के निर्माण की खातिर उद्योग जगत को सीएसआर पर खर्च करना चाहिए – अनुराग ठाकुर
वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने कॉर्पोरेट्स को संबोधित करते हुए उनके सीएसआर की गतिविधियों को सराहते हुए कहा कि उद्योग जगत को कॉरपोरेट सामाजिक जिम्मेदारी यानि सीएसआर फंड के खर्च को लेकर किसी प्रकार की झिझक नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सीएसआर फंड से देश को मौजूदा और आगामी पीढ़ी के लिए बेहतर स्थान बनाने में मदद मिलेगी। कॉरपोरेट मामलों के राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने यह भी कहा कि बेहतर भारत के निर्माण की खातिर उद्योग जगत को सीएसआर पर खर्च करना चाहिए।
सीएसआर कानून में आपराधिक मामलों का जिक्र भी अनुराग ठाकुर ने किया और बताया कि एक तरफ हम कंपनियों की मदद करते हैं, ताकि उन्हें आपराधिक प्रावधानों का सामना नहीं करना पड़े, वहीं, अगर कंपनी करोड़ों रुपये कमा रही हैं, करोड़ों को छोड़िये, अरबों कमा रही है, आखिर वे उसका एक हिस्सा सीएसआर गतिविधियों पर यानी भारतीयों पर क्यों नहीं खर्च करना चाहती। यही कारण है कि उस समय सरकार सीएसआर में इस प्रकार की धाराओं को जोड़ने के लिए मजबूर हुई थी।
हमारी देश के प्रति जिम्मेदारी है, सीएसआर से करें पूरा – अनुराग ठाकुर
सीएसआर के खर्चे को लेकर अनुराग ठाकुर ने कॉर्पोरेट्स से आग्रह भी किया है कि हमारी देश के प्रति जिम्मेदारी है, लोगों के प्रति जिम्मेदारी है और मुझे भरोसा है कि आप सभी ने जिस उदारता के साथ योगदान दिया है, उसे आगे भी जारी रखेंगे और इस कोरोना काल में लोगों को गरीबी से बाहर लाएंगे, भारत को मौजूदा और अगली पीढ़ी के लिए बेहतर स्थान बनाएंगे।
सीएसआर से गरीबी मिटाने में मिलती है मदद – राजश्री बिड़ला
इस दरमियान राजश्री बिड़ला ने कहा कि इस कोरोना काल में बाजार आधारित समाधान बनाने पर ध्यान केंद्रित करने का समय है जिससे भारत में गरीबी को कम किया जा सके। यह समय है नए नवाचारों, संभावित रूप से परिवर्तनकारी समाधानों का, जो सामाजिक मुद्दों को पूरक और निपटने, आर्थिक विकास को बढ़ावा देते हैं और 1.3 बिलियन लोगों के जीवन में बदलाव लाते हैं।
हम आपको बता दें कि 8 कंपनियों को फिक्की सीएसआर अवार्ड से सम्मानित किया गया और 8 कंपनियों को 18 वें फिक्की सीएसआर अवार्ड समारोह में जूरी कमेंडेशन सर्टिफिकेट के साथ सम्मानित किया गया।