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सीएसआर की तर्ज पर सीईआर बने – सुधीर मुनगंटीवार

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महाराष्ट्र सरकार के कैबिनेट मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कंपनी अधिनियम 2013 में सीईआर यानी कॉरपोरेट एनवायरमेंट रिस्पांसिबिलिटी के लिए कानून बनाने का सुझाव दिया है। Corporate Social Responsibility की ही तर्ज पर Corporate Environment Responsibility भी बने ताकि पर्यावरण संरक्षण को और बढ़ावा मिल सके। KPMG के एक कार्यक्रम में सुधीर मुनगंटीवार ने ये बात कही। सुधीर मुनगंटीवार महाराष्ट्र सरकार में वन मंत्री है।

पर्यावरण से लेने के बजाय अब देने का वक़्त हो गया है – सुधीर मुनगंटीवार

The CSR Journal से ख़ास बातचीत करते हुए सुधीर मुनगंटीवार ने बताया कि “विकास की दिशा में हम अक्सर पर्यावरण से बहुत कुछ लेते हैं लेकिन बदले में कुछ भी वापस देना भूल जाते हैं। ऐसे में पर्यावरण को भारी नुकसान होता है। इसलिए कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी की तर्ज पर कॉरपोरेट एनवायरनमेंट रिस्पांसिबिलिटी की भी धारा Companies Acts में शामिल किया जाना चाहिए”।

सीएसआर से हो रहे हैं बड़े सामाजिक बदलाव – सुधीर मुनगंटीवार

आगे सुधीर मुनगंटीवार ने बताया कि औद्योगिक क्रांति के दौरान उद्योग स्थापित करने वालों को केवल अपने उद्योग की चिंता थी लेकिन बाद में इन मालिकों ने ग्राहकों के बारे में सोचना शुरू कर दिया। इसके बाद उनका ध्यान उन श्रमिकों की ओर गया जिनकी कड़ी मेहनत ने इन उद्योगों को सफल बनाया। पिछले कुछ सालों में समाज के विकास में कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी का अहम योगदान रहा है। सीएसआर की मदद से बड़े-बड़े सामाजिक बदलाव और विकास के काम हुए है। ऐसे में फिलहाल ESG (Environment Social Governance – पर्यावरण, सामाजिक और प्रशासन) की मदद से पर्यावरण पर ध्यान केंद्रित हो रहा हैं। लेकिन CER से Environment की समस्यायों से निजात मिलेगा।

सीएसआर को अनिवार्य करने वाला भारत दुनिया का पहला देश है

सीएसआर को अनिवार्य करने वाला भारत दुनिया का पहला देश है। भारत में सीएसआर का कानून 1 अप्रैल 2014 से पूरी तरह से लागू हो गया है। यह कानून सिर्फ भारतीय कंपनियों पर ही लागू नहीं होता है बल्कि वह सभी विदेशी कंपनियों के पर लागू होता है जो भारत में कार्य करते हैं। कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी को कंपनी अधिनियम, 2013 की धारा 135 के तहत प्रावधानों के माध्यम से अनिवार्य कर दिया गया है। कानून के अनुसार, एक कंपनी को जिसका सालाना नेटवर्थ 500 करोड़ों रुपए या उसका सालाना इनकम 1000 करोड़ रुपए या उनका वार्षिक प्रॉफिट 5 करोड़ का हो तो उनको सीएसआर पर खर्च करना जरूरी होता है। यह जो खर्च होता है उनके 3 साल के एवरेज प्रॉफिट का कम से कम दो प्रतिशत तो होना ही चाहिए।

सुधीर मुनगंटीवार के सीएसआर पहल से चंद्रपुर में हुए है कई विकास कार्य

 गौरतलब है कि सीएसआर पहल से सुधीर मुनगंटीवार पूरे महाराष्ट्र में कई विकास के कार्य किये है। सरकार की मदद से समाज के अंतिम व्यक्ति तक से विकास पहुंचे इसी लक्ष्य के साथ सुधीर मुनगंटीवार लगातार सीएसआर (Sudhir Mungantiwar CSR) पहल करते रहते है। सीएसआर की ही मदद से सुधीर मुनगंटीवार ने अपने विधानसभा क्षेत्र चंद्रपुर की कायापलट कर दी है। जाहिर है वन मंत्री के नाते सुधीर मुनगंटीवार की पर्यावरण को लेकर जिम्मेदारी है लेकिन पर्यावरण संरक्षण में कॉरपोरेट के आने से इसका पैमाना बहुत अधिक हो जायेगा।