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June 1, 2025

महाराष्ट्र ATS ने पाकिस्तानी हनीट्रैप में फंसे ठाणे निवासी को किया गिरफ्तार

Ravi Varma Honey Trap: महाराष्ट्र ATS ने ठाणे के एक 27 वर्षीय इंजीनियर रवि वर्मा को गिरफ्तार किया है, जो भारतीय नौसेना से जुड़ी संवेदनशील जानकारी पाकिस्तान को लीक करने का आरोपी पाया गया है। रवि वर्मा एक निजी रक्षा-संबंधित कंपनी में जूनियर सर्विस इंजीनियर के रूप में कार्यरत है और उन्हें नौसेना डॉकयार्ड (Navy Dockyard) जैसे प्रतिबंधित क्षेत्रों तक पहुंच प्राप्त थी। उन पर आरोप है कि उन्होंने हनी ट्रैप में फंसकर भारतीय नौसेना के 14 युद्धपोतों और अन्य जहाजों की गोपनीय जानकारी पाकिस्तान को लीक की।  हालांकि, रवि वर्मा की मां, रेखा वर्मा ने दावा किया है कि उनके बेटे को फेसबुक पर एक महिला ने अपने शरीर का प्रदर्शन करके फंसाया। उन्होंने कहा कि उनका बेटा निर्दोष है और उसे जाल में फंसाया गया है।

दो पाकिस्तानी FB अकाउंट्स से संपर्क में

Ravi Varma Honey Trap: ATS द्वारा गिरफ्तार किया गया रवि वर्मा दो पाकिस्तानी फेसबुक अकाउंट से संपर्क में था। वह जिन लोगों से संपर्क में था, Facebook पर उन दो पाकिस्तानी लोगों के नाम पायल शर्मा और एस्प्रिट हैं। रवि वर्मा ने 14 भारतीय पनडुब्बियों और युद्धपोतों की जानकारी पाकिस्तानी अकाउंट पर भेजी हैं। भारतीय नौसेना ने पुष्टि की है कि लीक की गई जानकारी में से कम से कम पांच जहाजों से संबंधित विवरण सटीक और गोपनीय थे। ATS की जांच में पता चला कि उसने युद्धपोतों और दूसरे जहाजों की जानकारी और तस्वीरें भी पाकिस्तान भेजी थीं।

Ravi Varma ने भारत की खुफिया जानकारी Pak भेजी

Ravi Varma Honey Trap: ATS के अनुसार, रवि वर्मा नवंबर 2024 से फेसबुक पर ‘Payal Sharma’ और ‘Ispreet’ नामक दो फर्जी खातों के संपर्क में थे, जो पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों द्वारा संचालित किए जा रहे थे। इन खातों के माध्यम से उन्हें युद्धपोतों और पनडुब्बियों की संरचना और भारतीय सुरक्षा व्यवस्था से संबंधित अन्य संवेदनशील जानकारी साझा करने के लिए प्रेरित किया गया। चूंकि नौसेना डॉकयार्ड में मोबाइल फोन का उपयोग प्रतिबंधित है, इसलिए रवि वर्मा ने जहाजों की संरचना और अन्य विवरणों को याद रखकर चित्र बनाए और उन्हें ऑडियो और टेक्स्ट संदेशों के माध्यम से साझा किया।
जांच में यह भी पता चला है कि रवि यह जानकारी ऑडियो और टेक्स्ट फॉर्मेट के साथ-साथ तस्वीरें लेकर भी भेजता था। इन दोनों अकाउंट के जरिए रवि वर्मा से किसी प्रोजेक्ट के लिए युद्धपोतों के बारे में जानकारी मांगी जा रही थी। जांच में पता चला है कि रवि बार-बार इन दोनों अकाउंट पर यह जानकारी भेज रहा था।

पहला मामला नहीं है Ravi Varma Honey Trap

लंबे समय से जांच एजेंस‍ियों की रडार में चल रही यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को अरेस्ट करके पूछताछ हो रही है। इस बीच पाकिस्तान की उस स्ट्रेटजी की भी खूब चर्चा हो रही है जिसमें हनी ट्रैप या पैसे का लालच देकर लोगों को पाकिस्तान की खुफ‍िया एजेंसी के लिए काम करने को मजबूर किया जाता है।

2015 में Honey Trap का पहला मामला सामने आया

Honey Trap: साल 2015 में रंजीत केके नाम के एक एयरमैन को अरेस्ट किया गया जो बठिंडा बेस पर तैनात था। उसे दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा, सैन्य खुफिया और वायुसेना यूनिट ने ज्वाइंट ऑपरेशन चलाकर पकड़ा था। फेसबुक के जरिये उसे एक पाकिस्तानी लेडी एजेंट ने अपने जाल में फंसाया था। उसे पैसे का लालच भी द‍िया गया था।रक्षा विश्लेषण क्षेत्र में काम करने का दावा करने वाली दामिनी (पाकिस्तानी महिला एजेंट) ने रंजीत केके को जॉब ऑफर करने के बहाने संपर्क किया और कहा कि आपको विभिन्न एयर फोर्स स्टेशनों के लिए सैन्य टुकड़ी मूवमेंट पर नजर रखना होगा। साथ ही लड़ाकू विमानों की सूचना और उनकी संख्या के बारे में बताना होगा। रंजीत ने ऐसी कई गुप्त जानकारियां दमिनी को भेजीं जो सेना के लिहाज से अहम थीं।
पाकिस्तानी महिला ISI एजेंट के Honey Trap में आकर भारत के सरकारी गोपनीय दस्तावेज भेजने के आरोप में मुजफ्फरपुर कटरा रजिस्ट्री कार्यालय के क्लर्क रवि चौरसिया को भी साल 2022 में ग‍िरफ्तार क‍िया गया था। उन पर देश की गोपनीय सूचनाएं पाकिस्तानी ISI एजेंट को शेयर करने का आरोप लगा था।

Honey Trap के श‍िकार DRDO के साइंटिस्ट प्रदीप कुरुलकर

Honey Trap: साल 2023 में महाराष्ट्र ATS ने DRDO के वैज्ञानिक प्रदीप कुरुलकर को पुणे से गिरफ्तार किया था। कुरुलकर DRDO में बतौर वैज्ञानिक कार्यरत थे। उन पर आरोप था कि उन्होंने हनी ट्रैप में फंसकर पाकिस्तान को भारत की खुफिया जानकारी मुहैया कराई। आरोप पत्र के अनुसार कुरुलकर और जारा दासगुप्ता वॉट्सएप मैसेजिंग के साथ-साथ वॉयस और वीडियो कॉल के जरिए संपर्क में थे। जारा दासगुप्ता ने खुद को ब्रिटेन में सॉफ्टवेयर इंजीनियर बताया था और साइंटिस्ट को अश्लील मैसेज और वीडियो भी भेजे थे। जब इस मामले की जांच की गई तो उसका IP Address पाकिस्तान का निकला। कुरुलकर ने सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों (SAM), ड्रोन, ब्रह्मोस और अग्नि मिसाइल लॉन्चर्स और UCV सहित कई प्रोजेक्ट के बारे में ज़ारा दासगुप्ता को बताया था।

 2022 में कानपुर के रहने वाले सैन‍िक पर भी लगा आरोप

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने जासूसी के आरोप में भारतीय वायुसेना के एक जवान देवेंद्र शर्मा को गिरफ्तार किया था। आरोप है कि पहले IAF जवान देवेंद्र शर्मा को हनी ट्रैप में फंसाकर उससे IAF से जुड़ी संवेदनशील जानकारियां जुटाने की कोशिश की गई थ। पुलिस को आरोपी की पत्नी के बैंक खाते में कुछ संदिग्ध लेनदेन भी मिले। दिल्ली पुलिस को इस पूरे काम में पाक की खुफिया एजेंसी ISI का हाथ होने का अंदेशा था। Honey Trap में फंसे शर्मा से यह जानकारी जुटाने की कोशिश की जा रही थी कि कहां-कहां कितने रडार तैनात हैं? एयर फोर्स के सीनियर अफसरों के नाम और उनके एड्रेस भी जुटाने की कोशिश की गई।

 2022 में Honey Trap का श‍िकार हुआ सेना का एक और जवान

राजस्थान में तैनात सेना के जवान शांतिमय राणा को पाकिस्तानी महिला एजेंट्स ने Honey Trap किया। ऐसा दावा है कि इसके बाद जवान से कई गोपनीय जानकारियां ली गईं और बदले में पैसे देने की जानकारी भी सामने आई। इस मामले में 24 साल के सैन्यकर्मी को राजस्थान पुलिस की इंटेलिजेंस विंग ने अरेस्ट किया। शांतिमय राणा पश्चिम बंगाल के रहने वाले थे और जयपुर में अर्टलरी यूनिट में उसकी तैनाती थी। राजस्थान पुलिस की इंटेलिजेंस विंग के डायरेक्टर ने बताया था कि पाकिस्तानी एजेंट गुरनौर कौर उर्फ अंकिता और निशा ने सोशल मीडिया के जरिए जवान से संपर्क किया था। राणा ने बयान द‍ियाा कि वो मार्च 2018 से भारतीय सेना में कार्यरत है और पिछले काफी समय से वाट्सऐप चैट, वीडियो और ऑडियो मेसेज के जरिए महिला पाक एजेन्ट के संपर्क में था। महिला ने खुद को शाहजहांपुर (उत्तर प्रदेश) की निवासी बताया था और राणा से कहा था कि वह वहीं पर मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसेस में काम करती है। दूसरी महिला ने अपना नाम निशा बताया और कहा था कि वह मिलिट्री नर्सिंग सर्विस में काम करती है। इन महिलाओं ने राणा से गोपनीय दस्तावेज, फोटोग्राफ्स, युद्धाभ्यास के वीडियो मांगे थे। लालच में आकर राणा ने अपनी रेजीमेन्ट के गोपनीय दस्तावेज व युद्वाभ्यास के वीडियो भेज भी दिये थे।

साल 2018 में ग्रुप कैप्टन पर गहराया शक

भारतीय वायुसेना के एक ग्रुप कैप्टन को खुफिया जानकारी लीक करने के आरोप में दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उन पर भी आरोप था कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI ने Honey Trap के जरिए ग्रुप कैप्टन से खुफिया जानकारी हासिल की। ग्रुप कैप्टन अरुण मारवाह फेसबुक के जरिए दो महिलाओं के संपर्क में आया था। बाद में वह खुफिया जानकारी वॉट्सएप के जरिए भेजने लगा।

सेना में सोशल मीडिया को लेकर क्या हैं नियम

सेना के लिए सोशल मीडिया पर सक्रिय होने के लिए एक सख्त संहिता है। इसके तहत सैनिकों को अपनी पहचान, पद, तैनाती और अन्य पेशेवर विवरण साझा करने पर पाबंदी है। उन्हें वर्दी में अपनी तस्वीर भी लगाने पर पाबंदी है।
रवि वर्मा Honey Trap की घटना राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा मानी जा रही है। यह मामला दर्शाता है कि कैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स का उपयोग करके विदेशी खुफिया एजेंसियां भारतीय नागरिकों को फंसाकर संवेदनशील जानकारी प्राप्त कर सकती हैं। सुरक्षा एजेंसियां इस मामले की गहन जांच कर रही हैं और ऐसे मामलों से निपटने के लिए सतर्कता बढ़ा रही हैं।

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