प्रेमानंद महाराज हर रात को 2 बजे अपने श्रीकृष्ण शरणम् सोसाइटी स्थित आवास से श्री हित राधा केली कुंज आश्रम तक पदयात्रा करते हैं। उनके दर्शन के लिए सड़क के दोनों तरफ श्रद्धालु खड़े रहते हैं। लेकिन पिछले दो दिनोंदिन उनकी यह पदयात्रा रोक दी गई है।
धर्मगुरु प्रेमानंदजी महाराज की रुकी पदयात्रा
धर्मगुरु प्रेमानंदजी महाराज की खराब तबीयत के कारण वृंदावन में उनकी दैनिक रात्रि पदयात्रा (राधा मंदिर की ओर जाने वाली पदयात्रा) फिलहाल स्थगित कर दी गई है, क्योंकि उन्हें किडनी संबंधी समस्याओं के कारण डायलिसिस करवाना पड़ता है और शारीरिक रूप से वह कमजोर महसूस कर रहे हैं। उनकी पदयात्रा को अनिश्चित काल के लिए रोका गया है, जिससे उनके भक्त निराश हैं, लेकिन वे उनकी सेहत को प्राथमिकता देने के महत्व को समझते हैं और उनके लिए प्रार्थना कर रहे हैं।
राधारानी के परम भक्त प्रेमानंदजी महाराज
राधारानी के परम भक्त संत प्रेमानंद महाराज की लोकप्रियता किसी से छिपी नहीं है। उनके भक्त देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी बड़ी संख्या में मौजूद हैं। हर दिन रात 2 बजे निकलने वाली उनकी रात्रि दर्शन पदयात्रा भक्तों के लिए आस्था और भक्ति का विशेष अवसर होती है। पिछले दो दिनों से यह पदयात्रा अचानक रोक दी गई है। इस दौरान हजारों की संख्या में श्रद्धालु श्रीकृष्ण शरणम् सोसाइटी से लेकर श्री हित राधा केली कुंज आश्रम तक के रास्ते पर खड़े होकर उनके दर्शन करते थे। आम दिनों में यह संख्या करीब 20 हजार तक पहुंच जाती थी, जबकि वीकेंड और बड़े पर्वों पर यह संख्या लाख में बदल जाती थी।
सेवादारों ने स्वास्थ्य कारणों की सूचना दी
शुक्रवार रात भी हजारों भक्त महाराज के दर्शन की उम्मीद में घंटों इंतजार करते रहे। किसी ने सड़क किनारे पन्नी बिछाकर रात गुजारी तो कोई खड़े होकर उनका इंतजार करता रहा। मगर सुबह तक महाराज बाहर नहीं आए थे। बाद में आश्रम के सेवादारों ने सूचना दी कि स्वास्थ्य कारणों से महाराज अब पदयात्रा पर नहीं निकलेंगे। इससे भक्तों को निराश होकर लौटना पड़ा। संत प्रेमानंद महाराज लंबे समय से किडनी की समस्या से जूझ रहे हैं। उन्हें करीब 20 साल से यह बीमारी है और डायलिसिस कराना पड़ता है। पहले हफ्ते में तीन बार डायलिसिस होता था, लेकिन अब समस्या बढ़ने के कारण सप्ताह में 4 से 5 बार डायलिसिस करना पड़ रहा है। इससे पहले भी स्वास्थ्य कारणों से यह पदयात्रा कई मौकों पर रोकी जा चुकी है।
स्थानीय निवासियों ने शोर-शराबे पर आपत्ति जताई
रात्रि पदयात्रा बंद होने के पीछे स्वास्थ्य कारणों के अलावा स्थानीय निवासियों की शिकायत भी सामने आई है। एनआरआई ग्रीन कॉलोनी के लोगों ने यात्रा के दौरान होने वाले शोर-शराबे पर आपत्ति जताई थी। भजन-कीर्तन की ऊंची आवाज, पटाखे और आतिशबाजी से कॉलोनी के लोगों की नींद प्रभावित होती थी, जिसका असर बच्चों और बुजुर्गों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा था। फिलहाल भक्तजन महाराज के स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना कर रहे हैं और उम्मीद जता रहे हैं कि जल्द ही वह रात्रि पदयात्रा फिर से शुरू करेंगे। महाराज का एक-एक दर्शन भक्तों के लिए आस्था का केंद्र है और उनकी अनुपस्थिति श्रद्धालुओं को खल रही है।
सनातन धर्म और आध्यात्मिक ज्ञान के प्रचारक प्रेमानंदजी महाराज
Virushka Visited Premanandji Maharaj In Vrindavan Today! pic.twitter.com/fc3KNt2r4C
— Virat Kohli Fan Club (@TeamVirat) May 13, 2025