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April 7, 2025

नेता मुझे पत्र लिखते हैं, कोई तमिल में हस्ताक्षर नहीं करता: PM Modi का Stalin पर कटाक्ष

PM Modi ने Rameshwaram में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि Tamilnadu के नेताओं से उन्हें जो पत्र मिलते हैं, उनमें तमिल भाषा में हस्ताक्षर नहीं होते। PM Modi ने रविवार को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री M K Stalin पर भाषा विवाद के बीच कटाक्ष करते हुए कहा कि हालांकि उन्हें तमिलनाडु के नेताओं से कई पत्र मिलते हैं, लेकिन उनमें से किसी पर भी तमिल में उनके हस्ताक्षर नहीं होते। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें अपनी भाषा पर वाकई गर्व है, तो उन्हें कम से कम अपने नाम पर तमिल में हस्ताक्षर तो करने चाहिए।

Modi-Stalin में भाषा को लेकर मतभेद

प्रधानमंत्री मोदी ने Tamilnadu के Rameshwaram में Pamban Bridge के उद्घाटन के दौरान एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, “सरकार लगातार यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही है कि तमिल भाषा और तमिल विरासत दुनिया के हर कोने तक पहुंचे। कभी-कभी, मुझे आश्चर्य होता है जब मुझे Tamilnadu के कुछ नेताओं से पत्र मिलते हैं – उनमें से किसी पर भी तमिल में हस्ताक्षर नहीं होते हैं। अगर हमें तमिल पर गर्व है, तो मैं सभी से अनुरोध करूंगा कि वे कम से कम अपने नाम पर तमिल में हस्ताक्षर करें।” M K Stalin के नेतृत्व वाली DMK सरकार और केंद्र के बीच तीखी नोकझोंक चल रही है, क्योंकि Stalin सरकार ने केंद्र की BJP सरकार पर हिंदी थोपने की कोशिश करने का आरोप लगाया है, जिसमें सबसे ताजा मुद्दा नई शिक्षा नीति (NEP) का त्रि-भाषा फॉर्मूला है। राज्य ने तर्क दिया कि ये उपाय तमिल भाषा और संस्कृति के लिए खतरा हैं। प्रधानमंत्री ने तमिलनाडु सरकार से गरीब पृष्ठभूमि के बच्चों को लाभ पहुंचाने के लिए तमिल भाषा में Medical Syllabus शुरू करने का भी आग्रह किया। उन्होंने रामेश्वरम में भारत के Vertical Sea Lift Bridge, ‘New Pamban Bridge’ का उद्घाटन करने के बाद कहा, “मैं तमिलनाडु सरकार से तमिल भाषा में मेडिकल पाठ्यक्रम शुरू करने का आग्रह करूंगा ताकि गरीब परिवारों के बच्चे भी डॉक्टर बनने का अपना सपना पूरा कर सकें। हमारा प्रयास यह सुनिश्चित करना है कि हमारे देश के युवाओं को डॉक्टर बनने के लिए विदेश न जाना पड़े। पिछले 10 वर्षों में तमिलनाडु को 11 नए मेडिकल कॉलेज मिले हैं।”

Stalin का PM Modi पर भेदभाव का आरोप

Tamilnadu सरकार ने आरोप लगाया है कि केंद्र ने राज्य के लिए निर्धारित धनराशि रोक रखी है। हाल ही में दावा किया गया कि तमिलनाडु द्वारा नई शिक्षा नीति को स्वीकार न करने के कारण शिक्षा के लिए 2,000 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि रोक दी गई है। हालांकि, PM Modi ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली NDA सरकार के तहत केंद्र से धन आवंटन में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है और तमिलनाडु को कई केंद्रीय योजनाओं का लाभ मिला है। उन्होंने कहा, “तमिलनाडु का बुनियादी ढांचा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। पिछले एक दशक में राज्य का रेल बजट सात गुना से भी अधिक बढ़ गया है। इस महत्वपूर्ण वृद्धि के बावजूद, कुछ लोग बिना किसी औचित्य के शिकायत करना जारी रखते हैं। 2014 से पहले, हर साल केवल 900 करोड़ रुपये आवंटित किए जाते थे। हालांकि, इस साल तमिलनाडु का रेल बजट 6000 करोड़ रुपये से अधिक हो गया है। इसके अतिरिक्त, भारत सरकार 77 रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण कर रही है, जिसमें रामेश्वरम का स्टेशन भी शामिल है।”

PM Modi ने किया Pamban ब्रिज का उद्घाटन

PM Modi ने तमिलनाडु के रामेश्वरम में भारत के पहले Vartical Lift Sea Bridge, ‘Pamban Bridge’ का उद्घाटन किया। इसके साथ ही उन्होंने राज्य में कई अन्य विकास परियोजनाओं की शुरुआत भी की। समुद्र के ऊपर बना यह रेलवे ब्रिज अतीत और भविष्य को जोड़ता है। इसे राम नवमी के दिन जनता के सामने पेश किया गया। इस दौरान पीएम मोदी के वहां होने से रामेश्वरम में सुरक्षा बढ़ा दी गई। उन्होंने रामेश्वरम से तांब्रम (Chennai) के बीच एक नई ट्रेन सेवा को भी हरी झंडी दिखाई। साथ ही उन्होंने एक तटरक्षक जहाज को भी रवाना किया। यहां से पीएम मोदी रामेश्वरम के प्रसिद्ध रामनाथस्वामी मंदिर पहुंचे। यहां उन्होंने भगवान के दर्शन और पूजा-अर्चना की। उन्होंने 8,300 करोड़ रुपये से अधिक की रेलवे और सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण भी किया। इन परियोजनाओं में NH-40 के 28 किलोमीटर लंबे वालाजापेट-रानीपेट खंड को चार लेन का बनाने के कार्य का शिलान्यास और NH-332 के 29 किलोमीटर लंबे विलुप्पुरम-पुडुचेरी खंड को चार लेन का बनाने का काम, NH-32 का 57 किलोमीटर लंबा पूंडियनकुप्पम-सत्तनाथपुरम खंड और NH-36 का 48 किलोमीटर लंबा चोलापुरम-तंजावुर खंड शामिल हैं। ये सड़कें तीर्थ स्थलों, पर्यटन स्थलों, शहरों, मेडिकल कॉलेजों और बंदरगाहों को बेहतर ढंग से जोड़ेंगी। ये स्थानीय किसानों को बाजार तक पहुंचने में मदद करेंगी और चमड़ा व लघु उद्योगों को बढ़ावा देंगी।
CM M K Stalin ने Pamban Bridge के उद्घाटन समारोह में भाग नहीं लिया। ऊटी में एक रैली को संबोधित करते हुए, उन्होंने प्रधानमंत्री से स्पष्ट गारंटी देने का आग्रह किया कि तमिलनाडु और अन्य राज्य, जिन्होंने जनसंख्या वृद्धि को सफलतापूर्वक नियंत्रित किया है, उन्हें आसन्न Parisiman आयोग में दंडित नहीं किया जाएगा, और प्रतिशत के लिहाज से संसदीय सीटों में उनकी हिस्सेदारी अपरिवर्तित रहेगी।

रामसेतु की तरह है मजबूत Pamban Bridge

PM Modi ने जिस Pamban Bridge को Tamilnadu की जनता को समर्पित किया है, उस Pmaban Bridge का सांस्कृतिक महत्व भी है। रामायण के अनुसार, भगवान राम की सेना ने राम सेतु का निर्माण रामेश्वरम के नजदीक धनुषकोडी से शुरू किया था। नया पंबन रेलवे ब्रिज रामेश्वरम द्वीप को भारत की मुख्य भूमि से जोड़ता है और यह वैश्विक मंच पर भारतीय इंजीनियरिंग की एक बड़ी उपलब्धि है। इसकी लागत 550 करोड़ रुपये से अधिक है। यह ब्रिज 2.08 किलोमीटर लंबा है। इसमें 99 स्पैन (खंभों के बीच की दूरी) हैं और इसका लिफ्टिंग हिस्सा 72.5 मीटर लंबा है, जो 17 मीटर ऊंचाई तक उठ सकता है। इससे बड़े जहाज आसानी से गुजर सकते हैं और ट्रेन सेवा भी बिना बाधा जारी रह सकती है। पहला Pamban Bridge 1914 में ब्रिटिश इंजीनियरों ने बनाया था। यह एक Cantilever (धातु या लकड़ी का एक लंबा टुकड़ा जो पुल के अंत को सहारा देने के लिए दीवार से बाहर निकलता है) डिजाइन का ब्रिज था। इसमें एक Scherzer Rolling Lift का हिस्सा था जो समुद्र में खुलकर जहाजों को रास्ता देता था। एक सदी से अधिक वक्त तक यह ब्रिज तीर्थ यात्रियों, पर्यटकों और व्यापारियों के लिए जीवनरेखा की तरह काम करता रहा। लेकिन समुद्री माहौल से नुकसान और बढ़ते ट्रैफिक को देखते हुए सरकार ने फरवरी 2019 में नए तकनीकी और मजबूत पंबन ब्रिज के निर्माण की मंजूरी दी।

दुनिया के प्रतिष्ठित Bridges में Pamban Bridge का शुमार

नए Pamban Bridge का निर्माण रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) ने किया है। यह रेल मंत्रालय के अधीन एक नवरत्न कंपनी है। ब्रिज निर्माण के दौरान पर्यावरणीय प्रतिबंध, समुद्र की तेज लहरें, तेज हवाएं और खराब मौसम जैसी कई चुनौतियां आईं। यह इलाका चक्रवात और भूकंप के लिए संवेदनशील है, इसलिए इंजीनियरों ने बहुत सोच-समझकर मजबूत डिजाइन तैयार किया। Central Railway Minister Ashwini Vaishnav ने शनिवार को कहा कि पंबन ब्रिज रेलवे के इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण ब्रिज में से एक है। समुद्र पर निर्मित यह पहला वर्टिकल लिफ्ट ब्रिज तमिल इतिहास, संस्कृति, प्राचीन तमिल सभ्यता और तमिल भाषा के लिए सबसे महान वास्तुशिल्प चमत्कारों में से एक है। इसके अनूठे डिजाइन के पीछे पीएम मोदी की प्रगतिशील सोच हैं। तमिलनाडु के Ramnathpuram जिले में यह ब्रिज जंग से खत्म हो चुके पुराने ढांचे की जगह लेगा। यह देश के रेलवे बुनियादी ढांचे में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा।

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