भारत में क्रिकेट (Cricket in India) सिर्फ एक खेल नहीं है, बल्कि यह एक भावना, सपना और कई लोगों के लिए जीवन का हिस्सा है। हार्दिक पंड्या और क्रुणाल पांड्या की कहानी इस बात का उदाहरण है कि जुनून, मेहनत और सही मौके कैसे जीवन बदल सकते हैं। मुंबई इंडियंस (MI – Mumbai Indians) की मालकिन नीता अंबानी (Nita Ambani on Hardik and Krunal Pandya) ने हाल ही में पांड्या भाइयों से अपनी पहली मुलाकात का एक दिलचस्प किस्सा साझा किया। जिसमें उन्होंने उनके साधारण शुरुआत और उस मेहनत को बताया, जिसने उन्हें क्रिकेट में स्टार बना दिया। Hardik and Krunal Pandya once ate only Maggi for 3 years, Jasprit Bumrah would talk to ball’: Nita Ambani
हार्दिक पांड्या और क्रुणाल पांड्या का अस्तित्व बचाने का संघर्ष
हार्दिक जो भारतीय क्रिकेट टीम (Team India) के शानदार ऑलराउंडर बने और क्रुणाल जो आईपीएल में एक विश्वसनीय नाम बनने से पहले दोनों भाई बड़े सपने देखने वाले और खाली जेब वाले लड़के थे। नीता अंबानी ने बताया कि उनकी पहली मुलाकात के दौरान पांड्या भाइयों ने बताया कि उन्होंने तीन साल तक सिर्फ मैगी नूडल्स खाकर अपना पेट भरा था। नीता अंबानी ने बताय कि “मैं उनसे बात कर रही थी, और उन्होंने कहा कि तीन साल से उन्होंने सिर्फ मैगी नूडल्स (Maggi Noodles) खाए हैं क्योंकि उनके पास पैसे नहीं हैं। लेकिन उनमें मैंने वो जज्बा, जुनून और भूख देखी कि वे कुछ बड़ा करना चाहते थे। वे दो भाई हार्दिक पांड्या और क्रुणाल पांड्या थे। 2015 में मैंने नीलामी में हार्दिक पांड्या को 10 हजार अमेरिकी डॉलर में खरीदा था और आज वह मुंबई इंडियंस के गौरवशाली कप्तान हैं, ”उन्होंने भारतीय नीति और संस्कृति पर हार्वर्ड इंडिया सम्मेलन में मुख्य भाषण के दौरान साझा किया।
प्रतिभा की तलाश में मुंबई इंडियंस की स्वर्णिम नजर, Nita Ambani on Hardik and Krunal Pandya
मुंबई इंडियंस सिर्फ एक क्रिकेट टीम नहीं है; वे एक प्रतिभा खोजने वाली फैक्ट्री हैं। उनका स्काउटिंग नेटवर्क बहुत खास है, और वे युवा खिलाड़ियों को पहचानने और उनका विकास करने में माहिर हैं, जिससे उन्होंने पांच बार आईपीएल जीते हैं। हार्दिक की यात्रा 2015 में शुरू हुई जब उन्हें 10,000 डॉलर में खरीदा गया था। आज, वह फ्रैंचाइजी के कप्तान हैं, जो एमआई के उन पर विश्वास का प्रतीक है। अंबानी ने घरेलू मैचों में स्काउटिंग की अहमियत बताई, जहां वह और उनकी टीम नई प्रतिभाओं की खोज करती थीं। उन्होंने कहा, “आईपीएल में हमारे पास एक सीमित बजट होता है, इसलिए हमें नए तरीके अपनाने पड़ते थे, इसलिए मैं हर रणजी ट्रॉफी मैच में जाता था।”
जसप्रीत बुमराह: वो लड़का जो गेंद से बात करता था
पांड्या (Pandya Brothers Story) बंधुओं की प्रेरणादायक कहानी के अलावा, जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) की कहानी भी बहुत खास है। एमआई की एक और सफलता, बुमराह को भी एक खास तरीके से खोजा गया था। अंबानी ने बताया कि उनके स्काउट्स ने एक युवा गेंदबाज को ढूंढा, जिसकी गेंदबाजी का तरीका और बॉडी लैंग्वेज थोड़ा अजीब था। बुमराह, जो टेनिस और टेप गेंदों से खेलते थे, आज दुनिया के सबसे बेहतरीन तेज गेंदबाजों में से एक हैं। उनकी यात्रा, गुमनामी से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्टार बनने तक, एमआई की प्रतिभा पहचानने की क्षमता को दर्शाती है। अंबानी ने कहा, “अगले साल, हमारे स्काउट्स ने एक युवा क्रिकेटर को ढूंढा, जो गेंद से बात कर सकता था। वह बुमराह था और बाकी इतिहास बन गया। पिछले साल, हमने तिलक वर्मा को लॉन्च किया, और अब वह टीम इंडिया का हिस्सा है।”
भारतीय क्रिकेट की नर्सरी है मुंबई इंडियंस – Nita Ambani on Hardik and Krunal Pandya
मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) को “भारतीय क्रिकेट की नर्सरी” माना जाता है। हार्दिक, क्रुणाल, बुमराह और तिलक वर्मा (Tilak Varma) जैसे खिलाड़ियों को इस टीम ने तैयार किया है, जो आज राष्ट्रीय टीम का हिस्सा हैं। नीता अंबानी इस पर गर्व करते हुए कहती हैं, “हम सिर्फ खिलाड़ी नहीं बनाते; हम सपने गढ़ते हैं।” इन खिलाड़ियों की कहानियाँ केवल उनकी प्रसिद्धि की नहीं, बल्कि MI द्वारा दिए गए समर्थन और अवसरों की भी हैं।