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मुंबई – सरकारी अस्पताल में बढ़ेंगे बेड, पहली बार सुपर स्पेशलिटी सेवा

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मुंबई - बेहतर इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में बढ़ेंगे 2 हजार 559 बेड
 
मुंबई में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए महाराष्ट्र सरकार और बीएमसी लगातार काम कर रही है। बीएमसी के अधीन आने वाले मुंबई के सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं परिवर्तन के दौर से गुजर रही हैं। मुंबई के इन बीएमसी अस्पतालों को अपग्रेड किया जा रहा है। मुंबई सबर्बन के कुल 16 अस्पतालों में से आधे यानी 8 अस्पतालों का तेजी से पुनर्विकास और विस्तार किया जा रहा है। इसके साथ ही दो नए अत्याधुनिक अस्पताल भी बन रहे हैं।

मुंबई के सरकारी अस्पताल में पहली बार सुपर स्पेशलिटी सेवा

बीएमसी की इस पहल से ना सिर्फ मेडिकल स्वास्थ्य सेवाओं में इजाफा होगा बल्कि बिस्तरों की संख्या में भी वृद्धि होगी। ये हॉस्पिटल सुपर स्पेशलिटी सेवाएं भी देंगी जिसके लिए 1099 बिस्तर सीधे उपलब्ध होंगे। Mumbai Medical Infrastructure का कोरोना काल में क्या हाल रहा ये किसी से छुपा नहीं है। Hospital और Free Treatment की कमी से शासन प्रशासन की बहुत किरकिरी हुई थी जिसके बाद सबक लेते हुए BMC प्रशासन ने स्वास्थ्य देखभाल पर बहुत ध्यान केंद्रित किया। जिसका परिणाम है कि मुंबई की स्वास्थ्य सेवाओं (Health Services in Mumbai) को हर स्तर पर सुदृढ़ किया जा रहा है।

मुंबई के इस सरकारी अस्पताल को किया जा रहा है रेनोवेट

इसमें पश्चिमी उपनगर में के बी भाभा हॉस्पिटल (बांद्रा), सिद्धार्थ अस्पताल (गोरेगांव), भगवती अस्पताल (बोरीवली), क्रांतिज्योति सावित्रीबाई फुले अस्पताल (बोरीवली, पूर्व), भारत रत्न डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर म्यूनिसिपल जनरल हॉस्पिटल (कांदिवली) में 5 अस्पताल हैं। साथ ही, पंडित मदनमोहन मालवीय शताब्दी हॉस्पिटल (गोवंडी), क्रांतिवीर महात्मा ज्योतिबा फुले अस्पताल (विक्रोली), एम टी अग्रवाल अस्पताल (मुलुंड) में तीन अस्पतालों का पुनर्विकास और विस्तार किया जा रहा है। भांडुप मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल (नाहुर) और संघर्ष नगर अस्पताल (चांदीवली) नामक दो नए अस्पताल का भी निर्माण तेजी से हो रहा है। इन दस अस्पतालों का काम पूरा होने के बाद इनकी वर्तमान बिस्तर क्षमता 1 हजार 405 से बढ़कर कुल 3 हजार 964 हो जाएगी। यानी नए 2 हजार 559 अस्पताल के बिस्तर जोड़े जाएंगे।

स्वास्थ्य सेवा में एक बड़ी छलांग, मुंबई के अस्पतालों की ये हो जाएगी क्षमता

सभी 16 उपनगरीय अस्पतालों की कुल बेड क्षमता मौजूदा 3 हजार 584 से बढ़ाकर 2 हजार 559 बेड की जाएगी, यानी सभी उपनगरीय अस्पतालों की कुल बेड क्षमता 6 हजार 143 हो जाएगी। मुंबई के इन अस्पतालों का पुनर्विकास, विस्तार परियोजना Eastern और Western Suburb में अस्पतालों को कुशल स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने में सक्षम बनाएगी। इन प्रोजेक्ट से न्यूमेरिकल और क्वालिटेटिव एडिशन होगा। अगर आकड़ों की बात करें तो फिलहाल में मुंबई के उपनगरीय अस्पतालों की क्षमता 3 हजार 584 है। दो नए अस्पतालों और कुल 2,559 बिस्तरों के साथ, यह संख्या 18 उपनगरीय अस्पतालों और 6,143 बिस्तरों की हो जाएगी। उपनगरीय अस्पताल में अभी 6 हजार 790 कर्मचारी कार्यरत हैं। करीब 5 हजार 500 नए कर्मचारियों को जोड़ने पर यह संख्या 12 हजार 990 हो जाएगी।

बढ़ेंगे आईसीयू, एनआईसीयू, आईपीसीयू बेड

मुंबई के इन अस्पतालों में आईसीयू, एनआईसीयू और आईपीसीयू बेड की संख्या वर्तमान में 249 है। इन अस्पतालों में 456 के जुड़ने से यह संख्या 705 हो जाएगी। हालांकि उपनगरीय अस्पतालों में विभिन्न स्वास्थ्य सुविधाएं हैं, वर्तमान में सुपर स्पेशलिटी सुविधाएं प्रदान नहीं की जाती हैं। लेकिन अब यह कमी दूर हो जाएगी और आने वाले समय में 1 हजार 099 सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में बिस्तर उपलब्ध हो जाएंगे।

अपने मुफ्त एवं अत्याधुनिक मेडिकल सुविधाओं के लिए मशहूर है बीएमसी के अस्पताल

अपने मुफ्त एवं अत्याधुनिक मेडिकल सुविधाओं (Free Super Specialty Hospital in Mumbai) के लिए मुंबई के बीएमसी के अस्पताल मशहूर है। Mumbai BMC द्वारा प्रदान की जाने वाली स्वास्थ्य देखभाल की गुणवत्ता की देश में प्रशंसा की जाती है। यहां के प्रमुख अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों से आने वाली मेडिकल पीढ़ियां न केवल देश में बल्कि दुनिया भर में मरीजों की सेवा कर रही हैं। बीएमसी की ये पहल स्वास्थ्य सेवा में एक बड़ी छलांग है।