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August 22, 2025

साउथ अमेरिका में कांपी धरती, 8.0 तीव्रता के भूकंप ने मचाई दहशत

The CSR Journal Magazine
South America Earthquake: साउथ अमेरिका के पास ड्रेक पैसेज इलाके में 8.0 तीव्रता का जोरदार भूकंप आने की खबर है। भूकंप धरती के 10.8 किलोमीटर गहराई में दर्ज किया गया। फिलहाल जान-माल के नुकसान की कोई जानकारी नहीं है, लेकिन एजेंसियां अलर्ट पर हैं और हालात पर नजर रख रही हैं।

भूकंप से डोली दक्षिण अमेरिका की धरती

South America Earthquake: साउथ अमेरिका के पास भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए हैं। अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण (USGS) के अनुसार, रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 8.0 दर्ज की गई है। रिपोर्ट्स में बताया गया है कि भूकंप का केंद्र ड्रेक पैसेज इलाके में था। Drake Passage South America के दक्षिणी सिरे (Cape Horn) और अंटार्कटिका के बीच का समुद्री रास्ता है। यह अटलांटिक और प्रशांत महासागर को जोड़ता है। इसे बहुत तूफानी और खतरनाक माना जाता है। इसका नाम सर फ्रांसिस ड्रेक के नाम पर रखा गया है। इससे पहले मई 2025 में भी इस इलाके में 7.5 तीव्रता का भूकंप आया था। चिली की नेवी हाइड्रोग्राफिक और ओशनोग्राफिक सर्विस ने पूरे अंटार्कटिका क्षेत्र के लिए सुनामी की चेतावनी जारी की थी। हालांकि, अब इस चेतावनी को हटा दिया गया है। फिलहाल जान-माल के नुकसान की कोई खबर सामने नहीं आई है।

10.8 किलोमीटर की गहराई में आया भूकंप

USGS के मुताबिक, भूकंप धरती के अंदर 10.8 किलोमीटर की गहराई में दर्ज किया गया। भूकंप का झटका भारतीय समय के मुताबिक सुबह 7 बजकर 46 मिनट पर दर्ज किया गया। वैज्ञानिकों के मुताबिक इतनी बड़ी तीव्रता का भूकंप समुद्र में सुनामी जैसी आपदाओं को भी जन्म दे सकता है। भले ही इससे जान-माल का नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन ड्रेक पैसेज का इलाका बेहद संवेदनशील माना जाता है। यहां अचानक आने वाले झटके न सिर्फ स्थानीय बल्कि वैश्विक स्तर पर भी चिंता बढ़ा सकते हैं। इतनी गहराई पर आने वाला भूकंप आसपास के बड़े इलाके को प्रभावित कर सकता है। हालांकि, अभी तक किसी तटीय क्षेत्र से बड़े नुकसान या सुनामी की चेतावनी की जानकारी नहीं दी गई है।

रूस के कामचटका में मची तबाही

इससे पहले 30 जुलाई को रूस के पूर्वी प्रायद्वीप कामचटका में दुनिया का छठा सबसे बड़ा भूकंप आया था। इसकी तीव्रता 8.8 थी, जिसके चलते कामचटका में 5 मीटर तक ऊंची सुनामी आई, इसकी वजह से कई इमारतों को नुकसान पहुंचा। भूकंप का केंद्र जमीन से 19.3 किलोमीटर की गहराई में था, जिसके बाद रूस, जापान, अमेरिका और दक्षिण अमेरिका के तटीय इलाकों में सुनामी की चेतावनी जारी की थी। यहां सुनामी की हल्की लहरें देखने को भी मिली थीं।
भारत भी भूकंप के लिहाज से संवेदनशील माना जाता है। भारत का 59 फीसदी हिस्सा संवेदनशील माना जाता है। यहां भी नवंबर 2024 से फरवरी 2025 के बीच में कुल 159 भूकंप आ चुके हैं। Bureau of Indian Standards (BIS) ने भारत को भूकंप के लिहाज से 4 जोन में बांट रखा है, इसे Seismic Zone भी कहा जाता है।

कैसे आता है भूकंप

धरती के अंदर सात टेक्टोनिक प्लेट्स मौजूद हैं। ये प्लेट्स लगातार गतिशील रहती हैं। जब ये प्लेट्स आपस में टकराती हैं, एक-दूसरे पर चढ़ती या रगड़ती हैं, तो ऊर्जा बाहर निकलती है और धरती हिलने लगती है। यही प्रक्रिया भूकंप कहलाती है।

क्या है भूंकप के केंद्र और तीव्रता का मतलब

भूकंप का केंद्र उस स्थान को कहते हैं जिसके ठीक नीचे प्लेटों में हलचल से भूगर्भीय ऊर्जा निकलती है। इस स्थान पर धरती का कंपन ज्यादा होता है। कंपन की आवृत्ति ज्यों-ज्यों दूर होती जाती हैं, इसका प्रभाव कम होता जाता है। फिर भी यदि रिक्टर स्केल पर 7 या इससे अधिक की तीव्रता वाला भूकंप है तो आसपास के 40 किमी के दायरे में झटका तेज होता है। लेकिन यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि भूकंपीय आवृत्ति ऊपर की तरफ है या दायरे में! यदि कंपन की आवृत्ति ऊपर को है तो कम क्षेत्र प्रभावित होगा।

रिक्टर पैमाने पर माप

भूकंप को मापने के लिए Richter Magnitude Scale का इस्तेमाल किया जाता है। यह स्केल 1 से 9 तक होती है। स्केल पर 1 का मतलब बेहद हल्का झटका, जबकि 9 का मतलब बेहद भयावह और विनाशकारी  होता है। विशेषज्ञों के अनुसार, अगर भूकंप की तीव्रता 7 या उससे अधिक हो तो उसके आसपास के 40 किलोमीटर क्षेत्र में तबाही की आशंका रहती है।

कितनी तबाही लाता है किस तीव्रता का भूकंप

भूकंप की तीव्रता उससे होने वाले नुकसान को तय करती है।
रिक्टर स्केल
असर
0 से 1.9
सिर्फ सीज्मोग्राफ से ही पता चलता है।
2 से 2.9
हल्का कंपन
3 से 3.9
कोई भारी वाहन आपके नजदीक से गुजर जाए, ऐसा असर
4 से 4.9
खिड़कियां टूट सकती हैं और दीवारों पर टंगी फ्रेम गिर सकती हैं
5 से 5.9
फर्नीचर हिल सकता है।
6 से 6.9
इमारतों की नींव दरक सकती है। ऊपरी मंजिलों को नुकसान हो सकता है।
7 से 7.9
इमारतें गिर जाती हैं। जमीन के अंदर पाइप फट जाते हैं।
8 से 8.9
इमारतों सहित बड़े पुल भी गिर जाते हैं। सुनामी का खतरा।
9 और उससे ज्यादा
पूरी तबाही, कोई मैदान में खड़ा हो तो उसे धरती लहराते हुए दिखेगी। समंदर नजदीक हो तो सुनामी तय

साउथ अमेरिका में अलर्ट पर एजेंसियां

साउथ अमेरिका के समुद्री क्षेत्रों में एजेंसियां अलर्ट पर हैं। लगातार भूकंपीय गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। स्थानीय मीडिया और अधिकारियों का कहना है कि नुकसान की विस्तृत जानकारी जुटाई जा रही है। अमेरिका में पहले भी 8.0 और उससे भी अधिक तीव्रता वाले कई भूकंप आ चुके हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक सबसे ज्यादा 8.0 से 9 तीव्रता वाले भूकंप अलास्का इलाके में दर्ज किए जा चुके हैं। इसके बाद आई सुनामी में जबरदस्त तबाही भी देखने को मिली थी। इस तीव्रता के भूकंप से सुनामी आने का ख़तरा होता है, इमारतें और पुल धराशायी हो जाते हैं। इसका सीधा असर हवाई सेवाओं समेत कई जरूरी चीजों पर असर पड़ता है। जनजीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है।
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