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July 12, 2025

Lakhpati Didi in UP: योगी सरकार की पहल से 1445 महिलाएं बनीं ‘लखपति दीदी’

गांवों की महिलाएं अब आत्मनिर्भरता की मिसाल बन रही हैं (Women Empowerment) और इसका श्रेय जाता है मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath) की उस दूरदर्शी पहल को, जिसने डेयरी सेक्टर को ग्रामीण महिलाओं की आर्थिकी का मजबूत आधार बना दिया है। मुख्यमंत्री के गृह जनपद गोरखपुर में गठित ‘श्री बाबा गोरखनाथ कृपा मिल्क प्रोड्यूसर ऑर्गनाइजेशन (एमपीओ)’ अब हजारों परिवारों की रोज़ी-रोटी का माध्यम बन चुका है। इस डेयरी संगठन से जुड़कर जहां एक ओर महिलाओं को प्रतिमाह 7-8 हजार रुपये की औसत आय मिल रही है, वहीं दूसरी ओर अब तक 1445 महिलाएं लखपति दीदी बन चुकी हैं। इनमें से कुछ महिलाओं ने एक साल में 10 लाख रुपये से भी ज्यादा का दूध बेचकर मिसाल कायम की है।

Lakhpati Didi in UP: महज डेढ़ साल में बदली हजारों महिलाओं की किस्मत

साल 2022 में गठित इस एमपीओ ने गोरखपुर, देवरिया, महराजगंज और कुशीनगर जिलों में 500 गांवों की 25,000 से अधिक महिलाओं को शेयरहोल्डर बनाया है। वर्तमान में प्रतिदिन लगभग 62 हजार लीटर दूध का संग्रहण हो रहा है। इतना ही नहीं, इन महिलाओं ने अब तक 1.66 करोड़ रुपये की इक्विटी पूंजी भी इकठ्ठा कर ली है, जो इस बात का सबूत है कि वे न सिर्फ लाभ कमा रही हैं बल्कि व्यवसाय की समझ भी विकसित कर रही हैं।

Lakhpati Didi in UP: ‘लखपति दीदी’ कौशल्या बनीं प्रेरणा स्रोत

गोरखपुर जिले के बरही गांव की रहने वाली कौशल्या देवी इस डेयरी क्रांति की पोस्टर वुमन बन गई हैं। शनिवार को लखनऊ में पशुपालन विभाग के कार्यक्रम में उन्हें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने अपना अनुभव साझा करने का मौका मिला। उन्होंने बताया कि शुरुआत में उनके पास सिर्फ तीन गायें थीं, लेकिन एमपीओ से जुड़ने के बाद आज उनके पास दस गायें हैं। वे प्रतिदिन 70 लीटर दूध देती हैं और एक साल में 11.50 लाख रुपये की आय अर्जित कर चुकी हैं। उनकी कहानी उन हजारों महिलाओं को उम्मीद देती है जो आर्थिक आत्मनिर्भरता की राह पर निकलने की सोच रही हैं।

CM योगी की ‘महिला समर्थ योजना’ से मिला बल

बुंदेलखंड की बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी की सफलता से प्रेरित होकर योगी सरकार ने महिला समर्थ योजना के अंतर्गत नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड (NDDB) के सहयोग से प्रदेश में 5 एमपीओ गठित किए हैं। गोरखपुर में बने ‘श्री बाबा गोरखनाथ कृपा एमपीओ’ को मुख्यमंत्री की विशेष रुचि प्राप्त है। इस एमपीओ ने अब तक प्रदेश की ग्रामीण अर्थव्यवस्था में 50 करोड़ रुपये से अधिक का योगदान दिया है।

10 महिलाएं कमा चुकी हैं 10 लाख से अधिक Lakhpati Didi in UP

एमपीओ के सीईओ धनराज साहनी के अनुसार अब तक 10 महिलाएं ऐसी हैं जिन्होंने अकेले 10 लाख रुपये से अधिक मूल्य का दूध बेचकर नया कीर्तिमान स्थापित किया है। ये महिलाएं न सिर्फ अपने परिवार का भरण-पोषण कर रही हैं, बल्कि दूसरी महिलाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत भी बनी हैं। एमपीओ से जुड़ने के बाद महिलाओं की पशुपालन क्षमता भी बढ़ी है। जहां पहले एक महिला के पास 2-3 गायें होती थीं, आज उनके पास 7-10 तक पशु हैं। इसके पीछे एक बड़ी वजह है एमपीओ द्वारा दी जा रही सुविधाएं—
पशु आहार और खनिज मिश्रण की आपूर्ति
थनैला जैसी बीमारियों की जांच
कृत्रिम गर्भाधान पंजीकरण सुविधा
दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए नियमित प्रशिक्षण और जागरूकता

नेतृत्व क्षमता भी हो रही विकसित

एमपीओ की एक विशेषता यह भी है कि यह महिलाओं के नेतृत्व कौशल को निखारने पर जोर देता है। हाल ही में गोरखपुर और देवरिया की महिला किसानों को NDDB के प्रशिक्षकों सरबजीत भट्टाचार्य और प्रज्ञा द्वारा दो दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया। इससे महिलाएं न केवल अच्छी उत्पादक बन रही हैं, बल्कि वे गांव की लीडर के रूप में उभर रही हैं।

2026 तक 40 हजार महिलाओं को जोड़ने का लक्ष्य

सीईओ धनराज साहनी का कहना है कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर अब मिशन मोड में काम किया जा रहा है। मार्च 2026 तक एमपीओ से 300 और गांवों की महिलाओं को जोड़ने का लक्ष्य है। यानी जल्द ही शेयरहोल्डर महिलाओं की संख्या 40 हजार तक पहुंच जाएगी।

गांवों में लौट रही है उम्मीद की रौशनी

ग्रामीण क्षेत्रों में अक्सर महिलाओं को सीमित भूमिकाओं में देखा जाता था, लेकिन डेयरी सेक्टर में योगी सरकार की नीतियों ने महिलाओं को आर्थिक, सामाजिक और नेतृत्व स्तर पर सशक्त बनाने का काम किया है। अब महिलाएं मात्र ‘पशुपालक’ नहीं बल्कि ‘उद्यमी’ बन चुकी हैं। ‘श्री बाबा गोरखनाथ कृपा एमपीओ’ जैसी पहलें यह साबित करती हैं कि यदि सही नीति, मार्गदर्शन और प्रशिक्षण मिले, तो ग्रामीण महिलाएं भी आर्थिक क्रांति की अगुवा बन सकती हैं। यह केवल दूध बेचने की कहानी नहीं है, बल्कि स्वाभिमान, आत्मनिर्भरता और सामाजिक बदलाव की मिसाल है, जिसकी गूंज आने वाले वर्षों तक सुनाई देगी।
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