बुधवार को दिल्ली हाई कोर्ट ने करिश्मा कपूर के बच्चों द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई की, जिसमें उन्होंने संजय कपूर की संपत्ति में हिस्सा मांगा है। संजय कपूर की ₹30,000 करोड़ की संपत्ति को लेकर विवाद और गहराता जा रहा है। अभिनेत्री करिश्मा कपूर से हुए उनके बच्चों ने उनकी विधवा प्रिया सचदेव पर आरोप लगाया है कि उन्होंने वसीयत को जाली बनाया और उन्हें विरासत से बाहर कर दिया। हालांकि, प्रिया की कानूनी टीम ने इस हाई-प्रोफाइल पारिवारिक विवाद में अलग ही कहानी पेश की है।
बच्चों ने मांगा पिता की संपत्ति में हिस्सा
मंगलवार को खबर आई कि करिश्मा के बच्चे, समायरा कपूर (20) और कियान राज कपूर (15) ने दिल्ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है और पिता की संपत्ति में अपना हिस्सा मांगा है। अपनी याचिका में उनका कहना है कि उनके दिवंगत पिता संजय कपूर ने उन्हें बार-बार हिस्सेदारी का भरोसा दिलाया था, लेकिन अंतिम वसीयत में उनका नाम शामिल नहीं किया गया। उन्होंने सौतेली मां और संजय कपूर की तीसरी पत्नी प्रिया सचदेव कपूर पर वसीयत में फेरबदल का आरोप लगाया है। यह मुकदमा उस पारिवारिक बैठक के बाद दायर किया गया, जिसमें प्रिया ने 30 जुलाई को एक वसीयत पेश की थी, जिसका कथित तौर पर 21 मार्च को निष्पादन हुआ था। इसमें संपत्ति के हस्तांतरण या निपटान पर रोक लगाने की भी मांग की गई है। करिश्मा इस मामले में स्वयं वादी नहीं हैं, लेकिन अपने बच्चों की ओर से उन्हें प्रतिनिधित्व कर रही हैं।
बुधवार को दिल्ली हाई कोर्ट ने करिश्मा के दोनों बच्चों की याचिका पर नोटिस जारी किया। सुनवाई के दौरान प्रिया के वकीलों ने करिश्मा की आलोचना की और सवाल उठाया कि वह पिछले 15 वर्षों से अनुपस्थित क्यों रहीं।
प्रिया के वकील का दावा- करिश्मा के बच्चों को मिले ₹1900 करोड़
बुधवार को करिश्मा कपूर के दोनों बच्चों समायरा और कियान ने अपने दिवंगत पिता की लगभग ₹30,000 करोड़ की संपत्ति में हिस्सेदारी मांगने के लिए हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की। वरिष्ठ अधिवक्ता महेश जेठमलानी करिश्मा के बच्चों की ओर से पेश हुए, जबकि वरिष्ठ अधिवक्ता राजीव नायर और श्येल त्रेहन प्रिया की ओर से अदालत में उपस्थित हुए। सुनवाई के दौरान दोनों पक्षों की ओर से कई दावे और आरोप लगाए गए। मामले की सुनवाई जस्टिस ज्योति सिंह की अध्यक्षता वाली पीठ ने की। प्रिया की कानूनी टीम ने दावा किया कि यह मुकदमा स्वीकार्य नहीं है। उनका कहना था कि समायरा और कियान को ₹1900 करोड़ की संपत्ति “रानी कपूर ट्रस्ट” से दी गई थी, जो कि कपूर परिवार का ट्रस्ट है, और यह सब मुकदमा दायर करने से कुछ ही दिन पहले हुआ।
राजीव नायर ने कहा- कितना काफी है?
प्रिय सचदेव के वकीलों का कहना था, “मुकदमा दायर करने से पांच दिन पहले आपको संपत्ति मिलती है, और उसके बाद आप कहते हैं कि आपको कुछ नहीं मिला?” प्रिया की ओर से वकीलों ने यह भी अपील की कि दिवंगत की आत्मा के लिए कुछ सहानुभूति दिखाई जाए। करिश्मा के बच्चों ने यह मुकदमा उस समय दायर किया जब सुनजय कपूर की तीसरी पत्नी प्रिया ने 30 जुलाई को एक पारिवारिक बैठक में एक वसीयत पेश की, जिसके बारे में दावा है कि वह 21 मार्च को बनाई गई थी। उन्होंने संपत्ति के हस्तांतरण या निपटान पर रोक लगाने की भी मांग की।
संजय कपूर की तीसरी पत्नी प्रिया सचदेव कपूर पर किया केस
समायरा और कियान ने दिल्ली हाई कोर्ट में सिविल मुकदमा दायर किया है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि उनकी सौतेली मां प्रिया ने वसीयत जाली बनाई ताकि पूरी संपत्ति पर उनका कब्जा हो सके। प्रिया, संजय कपूर की तीसरी पत्नी हैं, जिनसे उन्होंने 2017 में शादी की थी। करिश्मा और संजय का विवाह 2003 से 2016 तक चला। उनके दो बच्चे क्रमशः 2005 और 2011 में पैदा हुए। समायरा ने यह केस अपनी मां करिश्मा कपूर के जरिए, जो उनकी पावर ऑफ अटॉर्नी हैं, दायर किया। वहीं नाबालिग कियान की ओर से उनकी कानूनी अभिभावक के रूप में करिश्मा ही पेश हुईं। मुकदमे में आगे कहा गया है कि प्रिया का आचरण साफ तौर पर दर्शाता है कि वसीयत जाली बनाई गई है। जस्टिस ज्योति सिंह ने प्रिया को निर्देश दिया कि वह इस वाद के जवाब दाखिल करें और अगली सुनवाई की तारीख 9 अक्टूबर तय की। अदालत ने प्रिया से संजय कपूर की सभी चल-अचल संपत्तियों की सूची देने को भी कहा।
संजय कपूर की कैसे हुई मौत
संजय कपूर का निधन 12 जून को इंग्लैंड में एक पोलो मैच के दौरान हुआ। बाद में दावा किया गया कि उनकी मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई, जो कथित तौर पर मधुमक्खी निगलने के बाद हुआ, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि कभी नहीं हुई। संजय कपूर “सोना कॉमस्टार” के संस्थापक और चेयरमैन थे, जो दुनिया की प्रमुख ऑटो निर्माता कंपनियों में से एक है। रिपोर्ट्स के अनुसार, उनकी संपत्ति की कुल कीमत लगभग ₹30,000 करोड़ थी। उनकी मृत्यु के बाद बच्चों ने अंतिम संस्कार किया, जिसमें कियान ने 19 जून को लोदी शवदाह गृह पर मुखाग्नि दी।
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