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June 15, 2025

भारत ने इजरायल-ईरान में अपने नागरिकों के लिए ज़ारी की सुरक्षा चेतावनी

गुरुवार को ईरान पर हमला करने के बाद इजरायल ने जवाबी हमलों की आशंका में अपनी हवाई सीमा बंद कर दी है, और तेहरान के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उड़ानें निलंबित कर दी गई हैं। इजरायल और ईरान में जारी घमासान के बीच भारत सरकार ने दोनों देशों में रह रहे अपने नागरिकों के लिए नई सुरक्षा चेतावनी जारी की है। दूतावासों ने भारतीय नागरिकों से अपील की है कि वे अपनी सुरक्षा के लिए अत्यधिक सतर्क रहें, अपनी गतिविधियों को सीमित रखें और सुरक्षित ठिकानों के पास ही रहें। यह चेतावनी ऐसे समय में आई है जब इजरायल ने गुरुवार रात ईरान के परमाणु ठिकानों पर भीषण हमले किए।

भारतीय नागरिकों से सतर्क रहने की अपील

भारत ने ईरान में अपने दूतावास के माध्यम से एक बयान जारी कर अपने नागरिकों से सतर्क रहने, स्थानीय अधिकारियों के सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने और दूतावास के सोशल मीडिया अकाउंट्स पर अपडेट्स को फॉलो करने को कहा। एडवाइजरी में कहा गया है, “ईरान में रह रहे भारतीय नागरिकों और भारतीय मूल के लोगों से अनुरोध है कि वे सभी गैर-जरूरी आवाजाही से बचें और सतर्क रहें।” इजरायली हमलों ने मध्य पूर्व में तनाव को और बढ़ा दिया है, और भारत ने अपने नागरिकों से सतर्क रहने और गैर-जरूरी आवाजाही से बचने की अपील की है। इजरायल ने इस कार्रवाई को ‘Operation Rising Lion’ नाम दिया है। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक वीडियो संदेश में कहा कि हमलों का उद्देश्य ईरान के परमाणु हथियार कार्यक्रम, बैलिस्टिक मिसाइल क्षमता और सैन्य बुनियादी ढांचे को निष्क्रिय करना है।

इजरायली हमले में ईरान के वैज्ञानिकों की मौत

इजरायली सेना ने ईरान के नतांज में मुख्य यूरेनियम संवर्धन सुविधा सहित दर्जनों ठिकानों पर हमले किए। ईरानी राज्य मीडिया ने बताया कि इस हमले में इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के कमांडर-इन-चीफ होसैन सलामी और दो वरिष्ठ परमाणु वैज्ञानिकों की मौत हो गई। तेहरान में आवासीय क्षेत्रों में भी हमले की खबरें हैं, जिसमें कई नागरिक हताहत हुए, जिनमें बच्चे भी शामिल हैं। ईरान ने जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी है। ईरानी सशस्त्र बलों के प्रवक्ता जनरल शेकारची ने कहा, “इजरायल और अमेरिका को करारा जवाब मिलेगा।” ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियान ने कहा कि अगर परमाणु सुविधाएं नष्ट भी हो जाती हैं, तो उन्हें फिर से बनाया जाएगा।

तेहरान में भारतीय छात्रों ने की भारत से मदद की गुहार

तेहरान में पढ़ रहे भारतीय छात्रों ने सरकार से इजरायली हवाई हमलों के बाद वहां से निकालने की अपील की है। तेहरान यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेज में एमबीबीएस द्वितीय वर्ष की छात्रा तबिया जहरा ने बताया-अभी स्थिति शांत है और हम सुरक्षित हैं। लेकिन हमें डर लग रहा है। हमला तड़के करीब 3:30 बजे शुरू हुआ और हमने महसूस किया कि जमीन हिल रही है। यह एक चिंताजनक अनुभव था। कश्मीर की रहने वाली जहरा ने कहा कि विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने छात्रों से मुलाकात की और उन्हें शांत रहने की सलाह दी। लेकिन, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि कौन से क्षेत्र सुरक्षित हो सकते हैं।

इजराइल ने ईरान के परमाणु संयंत्र को बनाया ठिकाना

गुरुवार देर रात उस समय तनाव तब बढ़ गया जब इजराइल ने ईरान के कई स्थानों को निशाना बनाकर हवाई हमले किए, जिसमें नतांज में इसकी मुख्य परमाणु संवर्धन सुविधा, रडार स्टेशन और सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल साइटें शामिल हैं। प्रभावित क्षेत्रों में से कुछ से काला धुआं उठता देखा गया और तेहरान तथा पश्चिमी ईरान के अन्य भागों में विस्फोटों की सूचना मिली। बाद में इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने पुष्टि की कि हमले ईरानी परमाणु और सैन्य बुनियादी ढांचे को निशाना बनाकर किए गए थे। इस सैन्य कार्रवाई को ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर लगाम लगाने की आक्रामक रणनीति के रूप में देखा जा रहा है।
इजराइल के हमले के बाद ईरान ने भी तगड़ा पलटवार किया। ईरान ने इजराइल की ओर से एक साथ सैकड़ों ड्रोन भेजे। ईरान के सर्वोच्च नेता खामनेई सहित ईरानी नेतृत्व ने इजराइली हमले को लेकर कड़ी चेतावनी भी जारी की है। इजराइल और ईरान के आमने-सामने आ जाने से क्षेत्र में तनाव चरम पर पहुंच गया है।

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