Mumbai Maharashtra Security on India-Pakistan War: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मुंबई और महाराष्ट्र की सुरक्षा व्यवस्था और आपात तैयारियों की समीक्षा की। मुंबई में हुई इस उच्चस्तरीय बैठक में उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने इस दौरान पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों से राज्य की संपूर्ण सुरक्षा, सज्जता, ब्लैकआउट, साइबर निगरानी और जन जागरूकता की वर्तमान स्थिति पर फीडबैक लिया और कई आवश्यक निर्देश जारी किए।
Are Mumbai Maharashtra prepared for India-Pakistan War: मुख्यमंत्री फडणवीस द्वारा बैठक में दिए गए निर्देश इस प्रकार हैं:
1. हर जिले में मॉक ड्रिल और वॉर रूम की स्थापना
मुख्यमंत्री ने सभी जिलों में मॉक ड्रिल आयोजित करने का निर्देश दिया ताकि आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके। प्रत्येक जिले में जिला स्तर पर वॉर रूम बनाए जाने को कहा गया है।
2. ब्लैकआउट की स्थिति में अस्पतालों के लिए विशेष व्यवस्था
बिजली बंद रहने की स्थिति में अस्पतालों की सेवाएं बाधित न हों, इसके लिए वैकल्पिक बिजली व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। अस्पतालों में गहरे रंग के पर्दे या शीशों का उपयोग किया जाए ताकि रोशनी बाहर न जाए।
3. जन जागरूकता के लिए वीडियो और अभियान
“ब्लैकआउट क्या है और उससे कैसे निपटें?” इस पर आधारित वीडियो विद्यार्थियों और नागरिकों तक पहुंचाएं। व्यापक जन जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश भी दिए गए।
4. ‘यूनियन वॉर बुक’ का अध्ययन
केंद्र सरकार की यूनियन वॉर बुक का गहन अध्ययन करने को कहा गया है ताकि सभी अधिकारी उसकी जानकारी से लैस हों।
5. छुट्टियों पर रोक
राज्य के सभी महत्वपूर्ण पदों पर, खासकर स्वास्थ्य और आपदा प्रबंधन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की छुट्टियां रद्द की गई हैं।
6. साइबर सेल की निगरानी और कार्रवाई
सभी जिलों के साइबर सेल को सोशल मीडिया पर निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। पाकिस्तान को मदद पहुंचाने वाले सोशल मीडिया हैंडल्स की पहचान कर उन पर कार्रवाई करने को कहा गया है। राष्ट्रविरोधी गतिविधियों या झूठी सूचना प्रसारित करने वालों पर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं।
7. आपातकालीन फंड और त्वरित स्वीकृति
सभी जिलाधिकारियों को आपातकालीन फंड उसी दिन जारी किया गया, जिससे तात्कालिक जरूरतों की पूर्ति हो सके। कोई भी महत्वपूर्ण प्रस्ताव हो तो उसे एक घंटे में मंजूरी देने का आदेश दिया गया है।
8. महापालिकाओं और सोसाइटियों को जागरूक करें
मुंबई महानगर क्षेत्र (MMR) की सभी महापालिकाओं को बैठक कर ब्लैकआउट की जानकारी देने और जनभागीदारी बढ़ाने को कहा गया। हाउसिंग सोसायटीज को भी इस अभियान में शामिल किया जाए।
9. पुलिस को अतिरिक्त सतर्कता और कड़ी गश्त
पुलिस विभाग को सामान्य से अधिक सतर्क रहने को कहा गया है। देशद्रोही गतिविधियों की आशंका को देखते हुए कोंबिंग ऑपरेशन और गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए गए।
10. सैन्य गतिविधियों की रिकॉर्डिंग अपराध
सेना की तैयारियों से संबंधित किसी भी गतिविधि की वीडियो रिकॉर्डिंग और उसे सोशल मीडिया पर डालना दंडनीय अपराध घोषित किया गया है। ऐसा करने वालों पर तत्काल मुकदमा दर्ज करने को कहा गया है।
11. समुद्री सुरक्षा के लिए ट्रॉलर्स किराए पर लें
समुद्री सुरक्षा बढ़ाने के लिए जरूरत के अनुसार फिशिंग ट्रॉलर्स को किराए पर लेने की अनुमति दी गई है।
12. नागरिकों तक सही और अद्यतन जानकारी पहुंचे
जनता को वास्तविक और अद्यतन जानकारी उपलब्ध कराने के लिए शासन की ओर से विशेष संचार व्यवस्था की जाएगी।
13. साइबर विभाग से इन्फ्रास्ट्रक्चर ऑडिट
राज्य की महत्वपूर्ण आधारभूत संरचनाएं जैसे बिजली उत्पादन और वितरण इकाइयों पर साइबर अटैक की आशंका को देखते हुए साइबर विभाग को तत्काल साइबर ऑडिट करने का आदेश।
14. सैन्य समन्वय के लिए तिन्ही दलों की बैठक
मुंबई में स्थित सेना की तीनों इकाइयों और कोस्ट गार्ड के प्रमुखों को आगामी बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आमंत्रित करने के निर्देश।
15. एजेंसियों के साथ समन्वय
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि वर्तमान परिस्थिति में राज्य सरकार पूरी तरह सतर्क और युद्धस्तर पर तैयार है। उन्होंने सभी प्रशासनिक और सुरक्षा संस्थाओं को निर्देशित किया कि वे आपस में समन्वय बनाकर किसी भी आपात परिस्थिति से निपटने की पूरी तैयारी रखें।