देश के ग्रामीण इलाकों से आये दिन ऐसी ख़बरें जरूर देखने और सुनने में आता है कि एम्बुलेंस के अभाव में किसी की जान चली गयी। भारत को एक स्वस्थ राष्ट्र बनाने के लिए कॉरपोरेट्स बड़े पैमाने पर अपने संसाधनों का उपयोग कर रहीं है। अपने सीएसआर (Honda India CSR) पहल से देश की तमाम कॉरपोरेट्स स्वास्थ्य क्षेत्र में बढ़चढ़ कर काम कर रही है। होंडा इंडिया फाउंडेशन भी मोबाइल मेडिकल यूनिट्स (एमएमयू) के माध्यम से 6 सालों में 6 लाख से अधिक लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा तक बेहतर पहुंच प्रदान की है।
होंडा इंडिया के सीएसआर पहल से 6 सालों में 6 लाख से अधिक लोग हुए लाभान्वित
ग्रामीण क्षेत्रों में प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल की महत्वपूर्ण आवश्यकता को महसूस करते हुए, होंडा ने 2016 में अपनी मोबाइल मेडिकल यूनिट सेवाओं की शुरुआत की। होंडा इंडिया फाउंडेशन (Honda India Foundation) वर्तमान में हरियाणा, राजस्थान, गुजरात (Gujarat News), कर्नाटक और उत्तर प्रदेश में कार्यरत है और अपने अत्याधुनिक मेडिकल एम्बुलेंस और मेडिकल वैन एचआईएफ के 5 एमएमयू और 1 एसएमयू की मदद से ग्रामीण भारत के दूरदराज इलाकों में जाकर जरूरतमंद लोगों तक प्राथमिक और रेफरल स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं दे रहा है।
हरियाणा, राजस्थान, गुजरात और उत्तर प्रदेश के दुर्गम इलाकों के लोग होंडा इंडिया CSR से लाभान्वित
हम आपको ये बता दें कि Mobile Medical Units (MMU) हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश के दूरस्थ, दुर्गम और असुरक्षित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के दरवाजे तक बेहतर और व्यापक देखभाल सुनिश्चित करती हैं। क्लिनिक ऑन व्हील्स की सुविधा देते हुए अत्याधुनिक नैदानिक सुविधाओं से लैस, इन मोबाइल चिकित्सा इकाइयों के साथ एक समर्पित मेडिकल टीम होता है जिसमें एक डॉक्टर, एक नर्स, एक फार्मासिस्ट और एक सामाजिक सुरक्षा अधिकारी शामिल होते हैं। ये मेडिकल वैन समय पर जांच के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य देखभाल निवारक देखभाल और पुरानी बीमारियों के प्रबंधन में मदद करती है। ये मेडिकल यूनिट्स पूरे साल लोगों को जांच और दवाएं जैसी निशुल्क सेवाएं प्रदान करती हैं।