उत्तर प्रदेश में बढ़ती गर्मी और लू के कहर से लोगों को बचाने के लिए एक अनोखा और प्रभावी जन जागरूकता अभियान शुरू किया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर यह अभियान प्रदेश के शहरी और ग्रामीण इलाकों में एक साथ चलाया जाएगा। खास बात यह है कि इस बार लोगों को जागरूक करने के लिए हिंदी कार्टून फिल्मों, विनाइल बोर्ड, पोस्टर और सोशल मीडिया का सहारा लिया जा रहा है। इस अभियान को सफल बनाने के लिए यूनिसेफ (UNICEF) के तकनीकी सहयोग से उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (UPSDMA) ने एक विस्तृत कार्य योजना तैयार की है। इसका मुख्य उद्देश्य लू (Heat Wave), आगजनी, वज्रपात तथा अन्य आपदाओं से आमजन को सचेत करना है।
बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक पहुंचेगा संदेश
अभियान के तहत एक विशेष हिंदी कार्टून फिल्म “लू से बचें और बचाएं” तैयार की गई है, जो मनोरंजक शैली में सुरक्षा उपायों की जानकारी देगी। इस फिल्म के जरिए बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक को यह बताया जाएगा कि कैसे खुद को और अपने परिवार को हीट वेव के दौरान सुरक्षित रखा जा सकता है।
ग्राम पंचायत से लेकर मॉल तक पहुंचेगा संदेश
यह अभियान प्रदेश की सभी ग्राम पंचायतों में चलाया जाएगा, जहां पंचायत भवनों पर “क्या करें और क्या न करें” वाले विनाइल बोर्ड लगाए जाएंगे। इसमें लू, अग्निकांड, वज्रपात जैसी आपदाओं से बचाव के आसान और स्पष्ट उपाय बताए जाएंगे। इसके अलावा बस स्टैंड, मॉल, सिनेमा हॉल आदि सार्वजनिक स्थानों पर वीडियो फिल्में चलाई जाएंगी। पैम्पलेट्स और पोस्टर्स के माध्यम से भी जानकारी साझा की जाएगी। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर लगातार डिजिटल सामग्री पोस्ट की जाएगी, जिससे डिजिटल यूजर्स भी जुड़ सकें।
व्यापक प्रचार-प्रसार की रणनीति
यूपीएसडीएमए की ओर से सभी जिलों में कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी। इन वर्कशॉप्स में स्थानीय लोगों को प्रत्यक्ष रूप से लू से बचाव के तरीकों के बारे में जानकारी दी जाएगी। सोशल मीडिया के माध्यम से Facebook, Instagram, Twitter पर वीडियो, ग्राफिक्स और एनिमेशन के जरिए जानकारी साझा की जाएगी।
जागरूक नागरिक ही सबसे बड़ा बचाव
इस पहल का उद्देश्य केवल लू से बचाव ही नहीं, बल्कि आगजनी और वज्रपात जैसी आपदाओं के प्रति भी लोगों को सतर्क करना है। सीएम योगी आदित्यनाथ की पहल और यूनिसेफ के सहयोग से चलाया जा रहा यह जागरूकता अभियान न केवल आपदा के समय में लोगों को सुरक्षित रहने के लिए तैयार करेगा, बल्कि उन्हें समाज में जिम्मेदार नागरिक की भूमिका निभाने के लिए भी प्रेरित करेगा।