रहस्यमयी किस्सों के बीच खड़ा आ धुनिक मनोहर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा ! यह एयरपोर्ट गोवा के उत्तर भाग में, Mopa (पर्नेम तालुका) में स्थित है और ‘मापा एयरपोर्ट’ के नाम से भी जाना जाता है। इसे भारत सरकार ने एक नए ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के रूप में विकसित किया है जिसकी पहली उड़ान दिसंबर 2022 में शुरू हुई।
नए युग का हवाई अड्डा, पुरानी कहानियों की परछाई
गोवा के उत्तरी हिस्से, पर्नेम तालुका के मापा पठार पर बना मनोहर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (Manohar International Airport) दिसंबर 2022 में शुरू हुआ था। यह गोवा का दूसरा बड़ा एयरपोर्ट है, जिसे राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के नाम पर बनाया गया। परंतु, उद्घाटन के कुछ महीनों के भीतर ही यह अत्याधुनिक हवाई अड्डा ‘भूतिया मापा एयरपोर्ट’ के नाम से चर्चाओं में आने लगा। इस एयरपोर्ट के आसपास कुछ ऐसी कहानी-किस्से प्रचलित हैं जिनमें पुरानी लोक मान्यताओं, आध्यात्मिक जगहों और रहस्यमयी घटनाओं का मिश्रण मिलता है।
स्थानीय मान्यता- ‘बरजान पठार’ की आत्माएं
मापा एयरपोर्ट जिस जगह बना है, उसे स्थानीय लोग बरजान पठार कहते हैं। पुराने गांव वालों के अनुसार यहां कभी एक पवित्र वृक्ष और पूजा-स्थल हुआ करता था, जहां ‘बरजान’ नामक 12 पुरोहितों की आत्माओं की पूजा होती थी। गांव के वृद्ध ‘सुदर सिताराम कांबली’के अनुसार, “शाम ढलते ही उस दिशा से महिलाओं की चीखें सुनाई देती हैं। यह जगह हमेशा से रहस्यमयी रही है।” आज भी कई ग्रामीण उस पुराने वृक्ष के पास फूल चढ़ाते हैं और मानते हैं कि वहां ‘आत्मिक ऊर्जा’मौजूद है।
रात 10:30 बजे के बाद नहीं काम करते कुछ कर्मचारी?
स्थानीय स्तर पर यह बात फैली कि एयरपोर्ट के कुछ कर्मचारी और टैक्सी चालक रात 10:30 बजे के बाद ड्यूटी करने से बचते हैं। कई लोगों ने दावा किया कि उन्हें ‘अजीब-सी ठंडक’ या ‘अनोखा डर’ महसूस होता है, मानो कोई आसपास मौजूद हो। हालाँकि, इन दावों के पीछे किसी वास्तविक घटना का प्रमाण अब तक नहीं मिला है। गोवा के विधायक विजय सरदेसाई ने विधानसभा में यह प्रश्न तक उठा दिया था कि, “क्यों रात 10:30 बजे के बाद एयरपोर्ट पर कुछ कर्मचारी काम नहीं करते? क्या कारण तकनीकी है या अलौकिक?”
सोशल मीडिया पर ‘भूतिया मापा एयरपोर्ट’ वायरल, यूट्यूबर गिरफ्तार
कुछ महीनों पहले एक यूट्यूबर अक्षय वशिष्ठ ने सोशल मीडिया पर वीडियो डालते हुए दावा किया कि, “मापा एयरपोर्ट पर रात में विमान उतरने से मना कर देते हैं, क्योंकि यहां पैरानॉर्मल घटनाएं होती हैं।” वीडियो के वायरल होने के बाद गोवा पुलिस ने जांच की और पाया कि यह दावा असत्य और भ्रामक है। पुलिस ने यूट्यूबर को गिरफ्तार करते हुए कहा कि उसने ‘अंधविश्वास फैलाने’ और ‘गलत जानकारी देने’ का अपराध किया है।
स्थानीय अनुभवों में विरोधाभास
कुछ लोग, खासकर पुराने ग्रामीण, अब भी यह मानते हैं कि मापा एयरपोर्ट पर ‘बरजान की आत्माएं‘ निवास करती हैं। वहीं, कई टैक्सी ड्राइवरों और एयरपोर्ट कर्मचारियों ने इन बातों को पूरी तरह से नकारा है। एक चालक ‘दार्शन’ ने कहा, “मैं चार साल से यहां काम कर रहा हूं। कभी कोई अजीब घटना नहीं देखी। सब कुछ सामान्य है।”
मीडिया रिपोर्ट्स का निष्कर्ष- डर या धारणा ?
कुछ समाचार पोर्टल्स की पड़ताल में यह निष्कर्ष सामने आया कि कोई भी ठोस सबूत नहीं मिला कि मापा एयरपोर्ट पर कोई ‘अलौकिक घटना’ हुई हो। पारलौकिक शक्तियों से जुड़ी सारी कथाएं मुख्यतः लोकविश्वास, पुरानी परंपराओं और सोशल मीडिया के प्रचार पर आधारित हैं। एयरपोर्ट प्रबंधन का कहना है कि वहां 24 घंटे परिचालन जारी है और रात में विमान उतरने पर कोई रोक नहीं है।
भारत का Los Angeles- गोवा
गोवा भारत का एक प्रसिद्ध समुद्री पर्यटन स्थल है, जो अपनी सुंदर समुद्र तटों और रंगीन नाइटलाइफ़ के लिए जाना जाता है। यहां के प्रमुख बीचों में बागा, कलंगूट, अंजुना और मिरामार बीच सबसे लोकप्रिय हैं। गोवा की संस्कृति पुर्तगाली और भारतीय परंपराओं का अनोखा संगम प्रस्तुत करती है। पर्यटक यहां वॉटर स्पोर्ट्स, सनबाथ और क्रूज़ जैसी गतिविधियों का आनंद लेते हैं। गोवा के चर्च, विशेषकर ‘बेसिलिका ऑफ बॉम जीसस’, यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल हैं। दिसंबर में होने वाला सनबर्न म्यूजिक फेस्टिवल युवाओं के बीच खास आकर्षण रखता है। यहां का स्थानीय भोजन जैसे फिश करी, प्रॉन्स और फेणी पर्यटकों को खूब भाता है। गोवा के मापुसा और अंजुना फ़्ली मार्केट खरीदारी के लिए प्रसिद्ध हैं। सर्दियों के मौसम में यहां देश-विदेश से सबसे अधिक पर्यटक आते हैं। प्राकृतिक सौंदर्य, शांति और मनोरंजन का संगम गोवा को “भारत का मिनी पैराडाइज़” बनाता है।
वास्तविकता बनाम अंधविश्वास
विशेषज्ञों का कहना है कि हर नया प्रोजेक्ट जब किसी पारंपरिक या धार्मिक स्थल पर बनता है, तो स्थानीय किंवदंतियाँ और भय-भावनाएं स्वतः उभर आती हैं। मापा एयरपोर्ट का ‘भूतिया’ टैग भी इसी सामाजिक-मनोवैज्ञानिक प्रभाव का परिणाम हो सकता है। हां, मापा एयरपोर्ट के आसपास ‘भूतिया’ किस्से प्रचलित हैं, लेकिन वैज्ञानिक व प्रमाणित रूप से यह कहना मुश्किल है कि ये वास्तव में पैरानॉर्मल (अलौकिक) घटनाएं हैं। यदि आप पूछें कि “क्या यह सच है?” तो उत्तर यह होगा- किस्से-कहानियां सत्य हैं (लोग बताते हैं), पर प्रमाणपरक रूप से यह साबित नहीं है कि वहां भूत-प्रेत सक्रिय हैं। गोवा के मापा एयरपोर्ट से जुड़ी ‘भूतिया’ कहानियां स्थानीय लोगों की स्मृतियों, परंपराओं और सोशल मीडिया के मेल का परिणाम हैं। कोई प्रमाणित अलौकिक घटना अब तक सामने नहीं आई है। इसलिए कहा जा सकता है कि “कहानी तो सच है, पर घटना नहीं।”
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