उत्तराखंड में भारी बारिश और भूस्खलन के चलते रास्ते बंद हो गए हैं, जिससे वहां फंसे करीब 150 मराठी पर्यटकों की मदद के लिए महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने खुद पहल की है। उन्होंने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कार्यालय से संपर्क कर अन्न, पानी और जरूरी मदद तुरंत पहुंचाने की मांग की है। Tourists stranded in Uttarakhand
जानकीचट्टी गांव में फंसे हैं मराठी पर्यटक
उत्तराखंड के यमुनोत्री धाम के पास स्थित जानकीचट्टी गांव में 28 जून से करीब 150 मराठी पर्यटक फंसे हुए हैं। भारी बारिश और दरार गिरने से रास्ते बंद हो गए हैं और वापस लौटने का रास्ता पूरी तरह कट गया है। बताया गया है कि हालात सामान्य होने में अभी कम से कम आठ दिन लग सकते हैं। इन पर्यटकों ने सरकार से मदद की गुहार लगाई थी, जिसके बाद उपमुख्यमंत्री शिंदे ने उत्तराखंड सरकार से त्वरित सहायता की मांग की है। Marathi tourists stranded in Uttarakhand hit by heavy rains and landslides.
पर्यटकों से फोन पर बात कर दिया भरोसा
एकनाथ शिंदे ने जारी अधिवेशन के बीच वक्त निकालकर उत्तराखंड में फंसे पर्यटक आकाश जाधव से फोन पर बात की। उन्होंने पूरी स्थिति की जानकारी ली और भरोसा दिलाया कि महाराष्ट्र सरकार पूरी तरह उनके साथ है और हर संभव मदद जल्द पहुंचाई जाएगी। शिंदे ने कहा, “आप चिंता न करें, हम आपकी हर संभव मदद करेंगे। अगर कोई जरूरत हो तो मुझसे सीधे संपर्क करें।”
उत्तराखंड सरकार से सीधी बात
शिंदे ने उत्तराखंड मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारी पराग दकाते से भी बातचीत की और आग्रह किया कि फंसे हुए पर्यटकों को भोजन, पानी और अन्य जरूरी सामान जल्द से जल्द मुहैया कराया जाए। इस पर उत्तराखंड सरकार ने सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि रास्ते को जल्द से जल्द बहाल करने का काम जारी है और पर्यटकों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने की व्यवस्था प्राथमिकता के आधार पर की जा रही है। Uttarakhand hit by heavy rains and landslides.
सरकार की तरफ से आश्वासन
उत्तराखंड सरकार के अनुसार, मौसम की स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। रास्ता बहाल होते ही मराठी पर्यटकों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने और उनके घर वापसी की व्यवस्था की जाएगी। एकनाथ शिंदे की यह पहल उन सैकड़ों लोगों के लिए राहत बनकर आई है जो प्राकृतिक आपदा के चलते उत्तराखंड में फंसे हैं। इस मदद से ना केवल लोगों को भरोसा मिला है, बल्कि यह भी साबित हुआ है कि राज्य सरकार अपने नागरिकों के लिए हर परिस्थिति में साथ और तत्पर है।