असमंजसों, कयासों और तमाम उठापठक के बीच महाराष्ट्र में सरकार बन गयी है और महाराष्ट्र के मुखिया का ताज एक बार फिर से देवेंद्र फडणवीस के सिर पर पहनाया गया है। Devendra Fadnavis तीसरी बार Maharashtra के मुख्यमंत्री बने हैं। लेकिन सीएम का शपथ लेने के बाद देवेंद्र फडणवीस ने एक ऐसा काम किया है कि अब उनकी जमकर तारीफ हो रही है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार को पहला साइन ऐसे फाइल पर किया है कि उनके एक सिग्नेचर से अब किसी की जान बचने वाली है। दरअसल सीएम बनने के बाद देवेंद्र फडणवीस ने हस्ताक्षर मुख्यमंत्री राहत कोष की फाइल पर किया।
सीएम बनते ही देवेंद्र फडणवीस ने किये ये काम, हो रही है जमकर तारीफ
गुरुवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की अध्यक्षता में और दोनों उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजित पवार की मौजूदगी में पहली कैबिनेट बैठक हुई लेकिन बैठक से पहले मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री राहत कोष (Maharashtra CM Relief Fund) की फाइल पर हस्ताक्षर करते हुए पुणे के मरीज चंद्रकांत शंकर कुरहाडे की पत्नी को मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता कोष से पांच लाख रुपये की सहायता देने का निर्देश दिया। चंद्रकांत कुरहाड़े की पत्नी ने बोन मैरो ट्रांसप्लांट (Bone Marrow Transplant) के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष से वित्तीय सहायता मांगी थी।
सीएम बनते ही देवेंद्र फडणवीस एक्शन मोड़ में, लिया जनता के हित में फैसला
हम आपको बता दें कि गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे और एनसीपी नेता अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इसके बाद तीनों नेता मंत्रालय आए और महापुरुषों की तस्वीरों पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। शपथ ग्रहण के एक घंटे के भीतर ही महायुति सरकार की पहली कैबिनेट बैठक हुई। महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का मंत्रालय में मुख्य सचिव सुजाता सौनिक ने अभिनंदन किया।
जनता के हित में हम हर काम करेंगे – देवेंद्र फडणवीस
इस दौरान मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि पिछले ढाई सालों में हमने महाराष्ट्र के विकास के लिए बहुत काम किया है और हम विकास की गति को और आगे बढ़ाएंगे। हम इसमें कोई शिथिलता नहीं आने देंगे। महाराष्ट्र के विकास व जनता के हित में हम हर काम करेंगे और महायुति गठबंधन के घोषणापत्र में बताए गए कामों को पूरा करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कमजोरों, वंचितों गरीबों का सशक्तिकरण उनकी सरकार की प्राथमिकता है। इसके लिए उनकी सरकार हर प्रयास करेगी।
ये वो मरीज हैं जो अपना इलाज करवाने के लिए आर्थिक तौर पर सक्षम नहीं है। आलम कभी-कभी ये भी हो जाता है कि मरीज का इलाज निजी अस्पताल में चल रहा होता है और मरीज के परिजनों का पैसा खत्म हो जाता है ऐसे में सीएम मेडिकल रिलीफ फंड ऐसे मरीजों और परिजनों के लिए बहुत मददगार साबित होता है। पूरे राज्य भर में जरूरतमंद और गरीब मरीजों इलाज के साथ ही ऑपरेशन के लिए भी सीएम रिलीफ फंड से आंशिक रूप से मदद किए जाते हैं। मुख्यमंत्री राहत कोष का उद्देश्य महाराष्ट्र राज्य के साथ-साथ देश के आपदा पीड़ितों को तत्काल सहायता प्रदान करना है।