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March 30, 2025

सिर्फ नाम बताओ, मारने का काम हमारा-China के फरमान से Taiwan में खलबली

China ने Taiwan में स्वतंत्रता समर्थकों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए एक नया चैनल शुरू किया है। यह चैनल Tip-Of आम जनता से Taiwan की स्वतंत्रता का समर्थन करने वालों की जानकारी मांग रहा है। China के इस कदम से Taiwan में खौफ का माहौल पैदा हो गया है। China का कहना है कि जो भी लोग समर्थन कर रहे हैं, उनके नाम बताइए, जिससे उनके खिलाफ Jinping कड़ा एक्शन ले सके।

China ने किया Taiwan को भयभीत

Beijing ने Taiwan की स्वतंत्रता का समर्थन करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए एक नया Tip-of चैनल शुरू किया है, जिसने Taiwan के होश उड़ा दिए हैं। चीन की सरकार ने आम जनता से अपील की है कि वे उन लोगों की जानकारी दें जो ताइवान की स्वतंत्रता का समर्थन कर रहे हैं या मुख्यभूमि चीन से एकीकरण की आवाज उठाने वालों को दबाने में शामिल हैं। इस फैसले को Taiwan के खिलाफ China की सख्ती बढ़ाने के रूप में देखा जा रहा है। China के State Council के Taiwan Affairs Office ने बुधवार को इस चैनल की घोषणा की, जिसमें कहा गया कि यह उन ‘सहयोगियों’ को निशाना बनाएगा, जो चीन-ताइवान के शांतिपूर्ण संबंधों को बाधित कर रहे हैं या पुनर्मिलन की कोशिशों को कमजोर कर रहे हैं। इसके लिए जनता को एक विशेष ईमेल दिया गया है, जहां वे ऐसे लोगों की पहचान कर रिपोर्ट कर सकते हैं। Beijing ने ताइवान की सत्तारूढ़ डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (DPP) पर आरोप लगाया है कि वह चीन समर्थकों को दबाने और उनके खिलाफ दमनकारी कार्रवाई करने में लगी है।

अधिकारियों के खिलाफ एक्शन में China

इस फरमान में कहा गया है कि Taiwan के कुछ नेता, सरकारी अधिकारी और सोशल मीडिया पर सक्रिय प्रभावशाली लोग दबंगों की तरह काम कर रहे हैं और DPP को “अपराध” करने में मदद कर रहे हैं। चीनी प्रशासन का कहना है कि अगर कोई व्यक्ति ऐसे उत्पीड़न का शिकार हुआ है या उसके पास इससे जुड़ी कोई जानकारी है, तो वह इस नए चैनल के माध्यम से रिपोर्ट कर सकता है। बीजिंग ने यह भी आश्वासन दिया कि शिकायत करने वालों की पहचान को गुप्त रखा जाएगा और दोषियों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं किया गया कि इन आरोपियों को किस तरह की सजा दी जाएगी।

Taiwan पर कब्जे की तैयारी

यह कदम ऐसे समय आया है, जब Taiwan में हाल ही में तीन चीनी सोशल मीडिया प्रभावशाली महिलाओं को निष्कासित कर दिया गया था, क्योंकि उन्होंने पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) द्वारा ताइवान पर सैन्य कब्जे की खुलकर वकालत की थी। ताइवान सरकार का कहना है कि उनकी बयानबाजी सामाजिक स्थिरता के लिए खतरा है, जबकि विपक्षी दलों ने इस निष्कासन को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला बताया है। इस घटनाक्रम के बाद China और Taiwan के संबंधों में और अधिक तनाव आ गया है।

Taiwan के राष्ट्रपति ने China को कहा शत्रु

ताइवान की सरकार अपनी सुरक्षा कड़ी कर रही है। राष्ट्रपति William Lai Ching-Te ने हाल ही में चीन को ‘विदेशी शत्रु’ कहा और दावा किया कि चीन ताइवान में घुसपैठ करने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने के लिए सख्त कदम उठाने की बात कही, जिसमें सैन्य अदालतों को फिर से सक्रिय करना और जासूसी व राजद्रोह जैसे मामलों पर कड़ी निगरानी शामिल है। इसके अलावा, China के साथ व्यापारिक और सामाजिक संबंधों को भी कड़े नियमों के दायरे में लाया जा रहा है। China पहले भी ताइवान के स्वतंत्रता समर्थकों पर प्रतिबंध लगा चुका है। पिछले साल, ताइवान के बड़े उद्योगपति Robert Tsaw और सांसद प्यूमा शेन China, Hongkong और Macau में प्रवेश करने पर प्रतिबंध लगाया गया था। अब नए फरमान से Taiwan में यह चिंता बढ़ गई है कि China सिर्फ स्थानीय लोगों को ही नहीं, बल्कि विदेशों में रहने वाले ताइवान समर्थकों को भी निशाना बना सकता है। इससे ताइवान और चीन के बीच तनाव और गहरा सकता है।

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