चीन के वैज्ञानिकों ने एक कमाल की खोज की है, दुनिया का पहला Bone Glue! यह ग्लू टूटी हड्डी को सिर्फ 2-3 मिनट में जोड़ देता है। इससे सर्जरी की जरूरत कम हो जाएगी और मरीज जल्दी ठीक हो सकेंगे। पूर्वी चीन के Zhejiang प्रांत में एक शोध दल ने ‘बोन 02′ Bone Glue नामक इस उत्पाद का अनावरण किया।
चीन ने फिर दिखाया जलवा, बनाया Bone Glue
Bone Glue: चीनी शोधकर्ताओं ने एक ऐसा मेडिकल Bone Glue विकसित करने का दावा किया है जिसका इस्तेमाल कर सिर्फ़ तीन मिनट में फ्रैक्चर और टूटी हुई हड्डियों के टुकड़ों को जोड़ा जा सकता है। फ्रैक्चर की मरम्मत और हड्डी संबंधी उपकरणों को चिपकाने के लिए बोन ग्लू (Bone Glue) की ज़रूरत लंबे समय से एक बड़ी उपलब्धि मानी जाती रही है, लेकिन ऐसा लगता है कि चीनी वैज्ञानिकों ने इसका तोड़ निकाल लिया है।
पूर्वी चीन के Zhejiang प्रांत में वैज्ञानिकों ने Bone Glue बनाने का दावा किया।
2016 में आया था आईडिया
चीन के ऑर्थोपेडिक सर्जन Lin Xianfeng ने टीम के साथ मिलकर ये तैयार किया है। जब साल 2016 में वो रेजिडेंट फिजीशियन थे, उन्होंने देखा कि सबसे अनुभवी सर्जनों को भी टूटी हड्डियों के टुकड़े जोड़ने में घंटों लगते थे और कई बार परिणाम संतोषजनक नहीं होते थे। इसके बाद उन्होंने अपने क्लिनिकल अनुभव और शोध के आधार पर Bone Glue बनाने का विचार किया जो अब बनकर तैयार है। सर रन रन शॉ अस्पताल के प्रमुख और एसोसिएट चीफ ऑर्थोपेडिक सर्जन Lin Xianfeng ने बताया कि उन्हें बोन ग्लू (Bone Glue) विकसित करने की प्रेरणा पानी के नीचे एक पुल से सीपों को मजबूती से चिपके हुए देखकर मिली। समुद्र में रहने वाली सीपें चट्टानों से चिपकने के लिए एक खास तरह का चिपचिपा पदार्थ बनाती हैं। वैज्ञानिकों ने इसी प्राकृतिक गुण को ध्यान में रखते हुए Bone Glue तैयार किया है। यह पूरी तरह बायोडिग्रेडेबल है, यानी यह शरीर में 6 महीने के अंदर घुल जाता है और किसी तरह का नुकसान नहीं करता।
Dr लिन के अनुसार, यह ग्लू दो से तीन मिनट में, रक्त-समृद्ध वातावरण में भी, सटीक रूप से स्थिर हो सकता है। हड्डी के ठीक होने पर यह ग्लू शरीर द्वारा स्वाभाविक रूप से अवशोषित भी हो जाता है, जिससे इम्प्लांट हटाने के लिए दूसरी सर्जरी की ज़रूरत नहीं पड़ती।
Metal Implant को कर सकता है रिप्लेस
प्रयोगशाला परीक्षणों ने पुष्टि की है कि “बोन-02” सुरक्षा और प्रभावशीलता, दोनों मानकों पर खरा उतरा। एक परीक्षण में, यह प्रक्रिया 180 सेकंड या तीन मिनट से भी कम समय में पूरी हो गई, जबकि पारंपरिक उपचार विधियों में स्टील प्लेट और स्क्रू लगाने के लिए एक बड़ा चीरा लगाना पड़ता। इस Bone Glue का 150 से ज़्यादा मरीज़ों पर सफलतापूर्वक परीक्षण किया जा चुका है।
चिपकी हुई हड्डियों ने अधिकतम 400 पाउंड से ज़्यादा का बल, लगभग 0.5 एमपीए की अपरूपण शक्ति और लगभग 10 एमपीए की संपीडन शक्ति दिखाई, जिससे पता चलता है कि इस उत्पाद में पारंपरिक मेटल इम्प्लांट्स की जगह लेने की क्षमता हो सकती है। वैज्ञानिकों ने बताया कि यह प्रतिक्रिया और संक्रमण के जोखिम को भी कम कर सकता है।
पहले भी अपनाए गए कई तरीके
वर्तमान में, बाज़ार में फ्रैक्चर को ठीक करने के लिए कई बोन सीमेंट और बोन वॉइड फिलर्स उपलब्ध हैं, लेकिन इनमें से किसी में भी चिपकने वाले गुण होने का दावा नहीं किया गया है। पहला बोन ग्लू 1940 के दशक में विकसित किया गया था और यह जिलेटिन, एपॉक्सी रेजिन और एक्रिलेट्स पर आधारित था। हालांकि वे उपयुक्त नहीं थे और जैव-संगतता संबंधी मुद्दों के कारण उन्हें त्याग दिया गया।
Bone Glue के फायदे
सर्जरी आसान और तेज होगी-अब डॉक्टरों को मेटल रॉड या स्क्रू लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। Bone Glue से हड्डी जोड़ना आसान और कम समय में संभव होगा।
शरीर में कोई बाहरी पदार्थ नहीं रहेगा– चूंकि यह 6 महीने में शरीर में घुल जाता है, इसलिए भविष्य में किसी तरह की परेशानी नहीं होगी।
कम खर्च और कम दर्द– मेटल इम्प्लांट की तुलना में यह तकनीक सस्ती हो सकती है और मरीज को कम दर्द होगा।
बच्चों और बुजुर्गों के लिए सुरक्षित– जिनके शरीर में मेटल इम्प्लांट रिस्क भरा होता है, उनके लिए यह तकनीक वरदान साबित हो सकती है।
प्राकृतिक प्रेरणा से बना– यह पूरी तरह नेचर इंस्पायर्ड है, जिससे शरीर इसे आसानी से स्वीकार कर लेता है।
Bone Glue की खोज मेडिकल साइंस में एक बड़ा कदम है। इससे हड्डी की चोटों का इलाज आसान, तेज और सुरक्षित हो जाएगा। चीन के वैज्ञानिकों की यह खोज मेडिकल जगत में एक नई उम्मीद लेकर आई है। Bone Glue न सिर्फ इलाज को आसान बनाएगा, बल्कि मरीजों को लंबे समय तक मेटल इम्प्लांट से होने वाली परेशानियों से भी बचाएगा। अगर यह तकनीक जल्द ही दुनिया भर में इस्तेमाल होने लगे, तो हड्डी की सर्जरी का तरीका ही बदल सकता है।
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