Uttarakhand के Chamoli जिले में भारी बर्फबारी के चलते माणा गांव के पास हुए Avalanche से 57 मजदूर बर्फ में दब गए। इनमें से 35 मजदूरों को तो बचा लिया गया है, लेकिन अभी भी 22 मजदूर अभी भी बर्फ में दबे हुए हैं। इन्हे बचाने के लिए सेना, NDRF, SDRF, ITBP और उत्तराखंड पुलिस के जवान लगे हुए हैं।
Avalanche की चपेट में आए 57 मजदूर
Uttarakhand के चमोली जिले में 22 जानें बर्फ में फंसी हुई हैं। सेना, NDRF, SDRF, ITBP और उत्तराखंड पुलिस के जवान इन्हें बचाने के लिए पिछले 24 घंटों से जूझ रहे हैं, लेकिन सफलता नहीं मिल पाई है। कुल 57 मजदूर बर्फ में दबे थे. इनमें से 35 मजदूरों को तो रेस्क्यू टीमों ने बचा लिया है, लेकिन आगे रेस्क्यू रुक गया है। बर्फबारी के चलते घुटनों तक बर्फ जम गई है। लगातार बर्फबारी हो रही है, जिससे रेस्क्यू टीमों को घटनास्थल तक पहुंचने में दिक्कत आ रही है। चमोली जिले के बद्रीनाथ क्षेत्र में शुक्रवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे ग्लेशियर (Avalanche)फटा। ये Avalanche भारत-तिब्बत बॉर्डर के पास स्थित माणा गांव में हुआ था। यहीं पर बॉर्डर रोड्स ऑर्गनाइजेशन (BRO) का कैंप है। बीते कुछ दिनों से चमोली जिले में भारी बर्फबारी हो रही है, जिससे चलते जगह-जगह बर्फ जमा हो गई है। इन्हीं बर्फ को हटाने और सड़कों की मरम्मत के लिए बॉर्डर रोड्स ऑर्गनाइजेशन ने एक प्राइवेट ठेकेदार को काम सौंपा था।
बर्फ हटाते समय हुआ हादसा
सुबह-सुबह ठेकेदार के 57 मजदूर सड़कों से बर्फ हटाने और मरम्मत का काम कर रहे थे। ये सभी मजदूर वहीं पर कैंप बना कर रह भी रहे थे। इन लोगों ने अपने रहने के लिए पांच कंटेनर वहां पर रखे थे। ऐसे में अचानक हुए Avalanche से सभी के सभी मजदूर कंटेनर समेत बर्फ में दब गए। हादसे की सूचना मिलने के बाद आनन-फानन में बॉर्डर रोड्स ऑर्गनाइजेशन की टीम घटनास्थल के लिए रवाना हुई। टीम ने चमोली जिला प्रशासन को भी इसकी जानकारी दी।
घटनास्थल पर मौजूद रेस्क्यू टीम के 100 जवान
जानकारी मिलने पर जिला प्रशासन की टीम के साथ सेना, NDRF, SDRF, ITBP और उत्तराखंड पुलिस के करीब 100 जवान घटनास्थल के लिए रवाना हुए, लेकिन बर्फबारी के चलते इन सबको मौके पर पहुंचने में ही तीन घंटे लग गए। टीम सुबह करीब साढ़े 11 बजे घटनास्थल पर पहुंच पाई। डॉक्टर सहित एंबुलेंस को भी मौके पर तैनात कर दिया गया। बर्फ को हटाने के लिए सेना अपने साथ भारी Iquipments भी लेकर गई थी, ताकि जल्दी-जल्दी कंटेनर में फंसे लोगों को बाहर निकाला जा सके।
CM ने लिया स्थिति का जायज़ा
Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami लगातार परिस्थिति की जानकारी ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि मजदूरों की जान बचाना हमारी पहली जिम्मेदारी है। घटनास्थल पर घुटने तक बर्फ है और वहां लगातार Snowfall हो रहा है। बताया जा रहा है कि ये Avalanche बद्रीनाथ क्षेत्र में स्थित माणा गांव के पास उस समय हुआ, जब मजदूर सेना के मूवमेंट के लिए बर्फ हटाने का काम कर रहे थे। तभी अचानक आए Avalanche ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया। खराब मौसम, भारी बर्फबारी और दुर्गम इलाके के कारण रेस्क्यू टीमों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। फिलहाल किसी भी मजदूर की मौत की पुष्टि नहीं हुई है.
सेना से हेलीकॉप्टर की मांग की गई
Uttarakhand Disaster Management सचिव विनोद सुमन ने कहा कि क्षेत्र में लगातार बर्फबारी होने के कारण वहां स्थिति बेहद कठिन है।अब तक 35 लोगों को बचाया जा चुका है। फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए तेजी से काम चल रहा है। सेना के हेलीकॉप्टर की भी मदद ली जा रही है। बचाए गए लोगों को माणा स्थित ITBP हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है, जिनमे चार की हालत गंभीर बनी हुई है।
DGRE ने जारी किया था अलर्ट
जानकारी के अनुसार, चंडीगढ़ स्थित डिफेंस जियोइन्फॉर्मेटिक्स रिसर्च एस्टेब्लिशमेंट (DGRE)ने बीते गुरुवार को ही चमोली जिले के बद्रीनाथ क्षेत्र में एवलांच का अलर्ट जारी किया था। अलर्ट के बाद से ही जिला प्रशासन सतर्क था। इसीलिए समय रहते हादसे के बाद एक्शन लिया गया। DGRE ने चमोली, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिले के लिए 2,400 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ग्लेशियर फटने का अलर्ट जारी किया था।