Rahuldeo Sharma
फसल के लिए पसीना और हक़ के लिए बहाया खून
पैरों में छाले थे, हाथों में लाल झंडा था, टोपी भी लाल, लाल सलाम करते हुए किसान पग पग आगे बढ़ रहे थे, हौसले बुलंद थे और मांगें तमाम थी, सरकार पर विश्वास करना मुश्किल हो रहा था कि सरकार क्या इनके सामने झुकेगी और क्या इनकी तमाम मांगें मान ली जाएँगी, क्योंकि इसके...