app-store-logo
play-store-logo
August 26, 2025

लंदन के भारतीय रेस्टोरेंट में नकाबपोशों ने लगाई आग, 5 की हालत गंभीर, 2 संदिग्ध हिरासत में

The CSR Journal Magazine
लंदन में भारतवंशी की ओर से चलाए जा रहे एक रेस्टोरेंट में नकाबपोशों ने घुसकर आग लगा दी। घटना में 5 लोग बुरी तरह झुलस गए हैं, जिनमें 2 की हालत गंभीर बताई जा रही है।

भारतीय रेस्टोरेंट में लगाई आग 

विदेशों में भारतीयों पर हमले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। कनाडा और आयरलैंड में हाल के दिनों में इस तरह की कई घटनाएं देखने को मिली हैं। लेकिन, अब इंग्लैंड की राजधानी लंदन में जो हुआ है वो बेहद भयावह है। लंदन में एक भारतीय रेस्त्रा में शुक्रवार रात आग लगा दी गई। यह घटना तब हुई, जब वहां पर भोजन करने वालों की काफी भीड़ थी। उसी दौरान 3 नकाबपोश रेस्टोरेंट के अंदर घुसे और फर्श पर कोई तरल पदार्थ फेंककर भाग गए। इससे रेस्टोरेंट में आग लग गई। आग की लपटों ने कुछ ही देर में रेस्टोरेंट को अपनी चपेट में ले लिया, जिससे वहां पर अफरा-तफरी मच गई। अपनी जान बचाने के लिए लोग और कर्मचारी तेजी से बाहर भागने लगे। सीसीटीवी में नकाबपोशों की तस्वीर रिकॉर्ड हो गई है। पुलिस इस घटना में शामिल लोगों की तलाश कर रही है।

भारतवंशी चलाते हैं रेस्टोरेंट

ईस्ट लंदन के एक भारतीय रेस्टोरेंट में 22 अगस्त की रात को हुई आगजनी के मामले में पुलिस ने 15 साल के एक लड़के और 54 साल के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। इन दोनों पर आगजनी को अंजाम देने का संदेह है। इस घटना में पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। मेट्रोपॉलिटन पुलिस के मुताबिक यह घटना इलफोर्ड के वुडफोर्ड एवेन्यू, गैंट्स हिल में स्थित ‘इंडियन अरोमा रेस्टोरेंट’ में हुई। पुलिस के मुताबिक, इस रेस्टोरेंट को ब्रिटिश नागरिक रोहित कालूवाला चलाते हैं।

जलकर खाक हुआ रेस्टोरेंट

घायलों में तीन महिलाएं और दो पुरुष शामिल हैं, जो आग लगने के समय रेस्टोरेंट में डिनर कर रहे थे। रेस्टोरेंट में आग की सूचना मिलते ही कुछ ही मिनटों में 4 स्टेशनों की दमकल टीमें मौके पर पहुंच गई थी। जब तक आग बुझाई गई, तब तक उसका एक हिस्सा जलकर खत्म हो चुका था। लंदन एम्बुलेंस सर्विस के पैरामेडिक्स ने मौके पर घायलों का इलाज किया और फिर इन्हें अस्पताल ले जाया गया।
पुलिस ने बताया कि एक पुरुष और एक महिला की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है। लंदन पुलिस की नॉर्थ यूनिट के चीफ इंस्पेक्टर मार्क रॉजर्स ने कहा, ‘हमने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। शुक्रवार शाम को हुई इस घटना की जांच तेजी से जारी है। भारतीय समुदाय के लोग इस घटना से चिंतित और स्तब्ध हैं। मैं उनसे अपील करता हूं कि अगर उनके पास कोई जानकारी है, तो वे आगे आएं और पुलिस से बात करें।’

दो संदिग्ध हुए गिरफ्तार

दोनों संदिग्धों को जानबूझकर आग लगाने और लोगों का जीवन खतरे में डालने के संदेह में गिरफ्तार किया गया है और वे पुलिस हिरासत में हैं। वुडफोर्ड एवेन्यू रीजन में वीकेंड के दौरान भारी पुलिस तैनाती रही। पुलिस का कहना है कि दो अन्य पीड़ितों के बारे में जानकारी नहीं है, जो घटनास्थल से पुलिस के पहुंचने से पहले चले गए थे। उनकी पहचान के लिए प्रयास जारी हैं। रेस्टोरेंट को आग से काफी नुकसान पहुंचा है। सीसीटीवी फुटेज में दिखाई दिया कि हमलावरों ने अपना चेहरा ढक रखा था और उन्होंने रेस्टोरेंट में आग लगाई।

भारतीय मूल के रोहित चलाते हैं रेस्टोरेंट

रोहित कालूवाला द्वारा प्रबंधित यह रेस्तरां खुद को “भारत के प्रामाणिक स्वाद” परोसने के लिए समर्पित बताता है। “हमारे कुछ ग्राहकों में फ़िल्म अधिकारी, फ़िल्म और टेलीविज़न क्रू, धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम, चैरिटी और व्यावसायिक कार्यक्रम, और धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम शामिल हैं। हमारा रेस्टोरेंट अपनी उत्कृष्ट ग्राहक सेवा और उच्च गुणवत्ता वाले, विशिष्ट भारतीय व्यंजनों के लिए जाना जाता है, जो अपने प्रामाणिक व्यंजनों के साथ परोसे जाते हैं।” इसकी वेबसाइट पर वर्षों से जीते गए कई पुरस्कारों का ज़िक्र है।

चिंतित हैं भारतीय समुदाय के लोग

रेस्टोरेंट में आग लगाने की घटना के बाद भारतीय समुदाय को लोग चिंतित और स्तब्ध हैं। इस रोस्टोरेंट को रोहित कलुवाला चलाते हैं। इस रेस्टोरेंट में पारंपरिक भारतीय खाना परोसा जाता है जो यहां के लोगों के बीच खासा लोकप्रिय है। फिलहाल, रेस्टोरेंट में आग क्यों लगाई गई इसके पीछे के कारणों के बारे में अब तक पता नहीं चल सका है।

दुनिया भर में बढ़ रही भारतीयों पर हिंसा

दुनिया के कई देशों में भारतीयों के प्रति हिंसा के मामले बढ़ गए हैं। भारतीयों से नफरत और नस्लीय भेदभाव (Racism) इस हिंसा का प्रमुख कारण है। हाल ही आयरलैंड में प्रवासी भारतीयों पर नस्लीय हमले हुए हैं। एक भारतीय वैज्ञाानिक संतोष यादव पर हमला हुआ। इससे पहले लंदन में एक 30 साल के सिक्ख युवक गुरमुखसिंह (उर्फ गैरी) की 23 जुलाई 2025 को इल्फोर्ड इलाके के फेलब्रिज रोड चाकू से हमला हत्या कर दी गई। उससे पहले अमेरिका, आस्ट्रेलिया और कनाडा में भी ऐसे हमले हो चुके हैं। इससे पहले कोरोना लॉकडाउन काल में भी अमेरिका में प्रवासी भारतीयों पर हमले बढ़ गए थे और भारतीय समुदाय डर-डर कर रहा था। सच्चाई वह भारत में बता नहीं सकता था और तब उड़ानें बंद होने के कारण भारत आ नहीं सकता था। ये घटनाएं दिखाती हैं कि भारत के नागरिकों को आज भी विदेशों में नस्लीय हिंसा का सामना करना पड़ रहा है, जबकि भारत को आजाद हुए 75 साल से ज्यादा हो चुके हैं। महात्मा गांधी भी अपने समय में दक्षिण अफ्रीका में इसी तरह की नफरत का शिकार हुए थे। अफसोस कि भारत ने भले ही तरक्की के ज़रिए विश्वगुरु कहलाने वाले देशों की बराबरी कर ली है, लेकिन नस्लभेदी मानसिकता की वजह से दुनिया के लोगों की भारतीयों के प्रति राय नहीं बदली है।

Long or Short, get news the way you like. No ads. No redirections. Download Newspin and Stay Alert, The CSR Journal Mobile app, for fast, crisp, clean updates!

Latest News

Popular Videos