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July 19, 2025

शेफाली जरीवाला की कार्डिएक अरेस्ट से हुई मौत, कम उम्र में ही लोग क्यों हो रहे हार्ट अटैक का शिकार

The CSR Journal Magazine
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, मशहूर ‘कांटा लगा’ फेम अभिनेत्री शेफाली जरीवाला का 42 वर्ष की आयु में कार्डिएक अरेस्ट से निधन हो गया है। हाल के वर्षों में, कम उम्र के लोगों में भी हार्ट अटैक के मामले तेजी से बढ़े हैं, फिटनेस फ्रीक होने के बाद भी कई सेलेब्स की हार्ट अटैक से मौत हुई है। शेफाली की मौत ने इंडस्ट्री और इंडस्ट्री से बाहर उनके फ़ैंस को सदमे में डाल दिया है।

सिद्धार्थ शुक्ला के बाद उनकी दोस्त शेफाली जरीवाला भी कार्डिएक अरेस्ट की शिकार

बॉलीवुड अभिनेत्री और बिग बॉस फेम शेफाली जरीवाला का 42 साल की उम्र में निधन हो गया। उनकी मौत का कारण हार्ट अटैक बताया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, उनके परिवार के करीबियों की तरफ से कहा गया है, कि मौत का कारण अभिनेत्री की बीमारी और हार्ट प्रॉब्लम है। यह खबर मनोरंजन जगत और उनके प्रशंसकों के लिए एक बड़ा झटका है। बता दें, शेफाली जरीवाला अपनी फिटनेस के लिए भी जानी जाती थीं। अभिनेत्री शेफाली जरीवाला का 28 जून को 42 साल की उम्र में निधन हो गया। कथित तौर पर शुक्रवार की देर रात उन्हें दिल का दौरा पड़ा। उनकी मृत्यु उनके  ‘बिग बॉस 13’ के घर के साथी और विजेता, सिद्धार्थ शुक्ला की 2 सितंबर, 2021 को 40 साल की उम्र में कार्डिएक अरेस्ट से मृत्यु के लगभग चार साल बाद हुई है।
शेफाली जरीवाला की मौत ने एक बार फिर दिल से संबंधित बीमारियों के शिकार होने वाली युवा हस्तियों की बढ़ती घटनाओं की ओर ध्यान आकर्षित किया है। हाल के वर्षों में, कम उम्र के लोगों में भी हार्ट अटैक और कार्डिएक अरेस्ट के मामले तेजी से बढ़े हैं, फिटनेस फ्रीक होने के बाद भी कई सेलेब्स की हार्ट अटैक से मौत हुई है।

भारतीय हस्तियां, जिनकी दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई

बॉलीवुड अभिनेत्री करिश्मा कपूर के पूर्व पति, संजय कपूर का 12 जून (गुरुवार) को इंग्लैंड में पोलो मैच के दौरान दिल का दौरा पड़ने के बाद निधन हो गया। सूत्रों के अनुसार, 53 वर्षीय उद्योगपति ने पोलो खेलते समय घुटन महसूस की और खेल को रोकने का अनुरोध किया। फिर वह ज़मीन पर गिर पड़े और उसके बाद दिल का दौरा पड़ने से उनकी मौत हो गई।
अभिनेता सिद्धार्थ शुक्ला: बिग बॉस 13 के विजेता और टेलीविज़न अभिनेता का 2 सितंबर, 2021 को 40 वर्ष की आयु में अचानक कार्डिएक अरेस्ट के कारण निधन हो गया। Fitness Freak सिद्धार्थ शुक्ला ने निधन ने फ़िल्म इंडस्ट्री और आम जनता के बीच एक बहस को जन्म दिया कि शुक्ला जैसे संतुलित खानपान और फिटनेस पर ध्यान देने वाले सेहतमंद व्यक्ति का दिल यदि धोखा दे गया तो हम सब कितने सुरक्षित हैं?
अभिनेता पुनीत राजकुमार: एक कन्नड़ अभिनेता और समाजसेवी, पुनीत राजकुमार का 29 अक्टूबर, 2021 को 46 वर्ष की आयु में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया।
गायक केके (कृष्णकुमार कुन्नाथ): प्रशंसित गायक का 31 मई, 2022 को 53 वर्ष की आयु में कोलकाता में एक संगीत कार्यक्रम के बाद दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया।
निर्देशक/निर्माता राज कौशल: निर्देशक और निर्माता, राज कौशल का 30 जून, 2021 को 50 वर्ष की आयु में कार्डिएक अरेस्ट के कारण निधन हो गया।
हास्य अभिनेता राजू श्रीवास्तव: प्रसिद्ध हास्य अभिनेता राजू श्रीवास्तव को अगस्त 2022 में दिल का दौरा पड़ा और 21 सितंबर, 2022 को 58 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया।
अभिनेता/निर्देशक सतीश चंद्र कौशिक: भारतीय सिनेमा में एक बहुमुखी व्यक्ति, सतीश कौशिक का 9 मार्च, 2023 को 66 वर्ष की आयु में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया।
अभिनेता सिद्धांत वीर सूर्यवंशी: टेलीविज़न अभिनेता का 19 मई, 2022 को 46 वर्ष की आयु में जिम में वर्कआउट करते समय दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया।
अभिनेता चिरंजीवी सरजा: दक्षिण भारतीय अभिनेता, चिरंजीवी सरजा, का 7 जून, 2020 को 35 वर्ष की आयु में कार्डिएक अरेस्ट के कारण निधन हो गया।
अभिनेत्री मधुबाला: बॉलीवुड की किंवदंती मधुबाला का 36 साल की उम्र में 1969 में दिल से संबंधित जटिलताओं के कारण निधन हो गया।

दिल के दौरे की शिकार अंतरराष्ट्रीय हस्तियां

Michael Jackson: ‘The King Of Pop’ का 25 जून, 2009 को 50 साल की उम्र में कार्डिएक अरेस्ट के कारण निधन हो गया।
Brittany Murphy: अभिनेत्री और गायिका का 20 दिसंबर, 2009 को 32 वर्ष की आयु में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया।
Christopher Reeve: एक अमेरिकी अभिनेता और कार्यकर्ता, क्रिस्टोफर रीव का 10 अक्टूबर, 2004 को 52 वर्ष की आयु में दिल की विफलता के कारण निधन हो गया।
Jim Morrisson: द डोर्स के प्रतिष्ठित मुख्य गायक, मॉरिसन का जीवन 1971 में दिल की विफलता के कारण 27 साल की उम्र में छोटा हो गया था, जिसमें आकस्मिक ओवरडोज की कुछ अटकलें थीं।
Regi Lewis: एक प्रतिभाशाली पेशेवर बास्केटबॉल खिलाड़ी, लुईस को 1993 में 27 साल की उम्र में एक घातक दिल का दौरा पड़ा।
Cass Elliot: (Mama Cass): प्रिय गायिका, कैस इलियट, की 1974 में 32 वर्ष की आयु में दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई, संभवतः मोटापे के साथ उसके संघर्षों से बढ़ गई।
Deryl Kyle: एक मेजर लीग बेसबॉल पिचर, काइल का जीवन 2002 में 33 साल की उम्र में कोरोनरी हृदय रोग के कारण दुखद रूप से समाप्त हो गया था।
Lisa Marie Presley: संगीत के दिग्गज एल्विस प्रेस्ली की बेटी, लिसा मैरी प्रेस्ली का 2023 में 54 वर्ष की आय में एक स्पष्ट कार्डिएक अरेस्ट से निधन हो गया।

क्या है कार्डिएक अरेस्ट

कार्डिएक अरेस्ट का मतलब है कि दिल की धड़कन रुक जाना, या फिर इतनी तेज धड़कना कि ब्लड पंप होना बंद हो जाए। इसे एक मेडिकल इमर्जेंसीस के रूप में जाना जाता है। एक समय तक इस तरह की समस्या बुजुर्गों में ज्यादा देखी जाती रही है। जैसे-जैसे वक्त बीत रहा है, वैसे-वैसे युवा भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। हैरानी की बात तो ये है कि कई जगहों पर बच्चे भी Sudden Cardiac Arrest का शिकार हो रहे हैं। आपको बता दें कि अगर Sudden Cardiac Arrest के बाद मरीज को तुरंत मेडिकल ट्रीटमेंट न मिले, तो उसकी मृत्यु हो जाती है। इसी बात से आप सडेन कार्डिएक अरेस्ट की गंभीरता का अंदाजा लगा सकते हैं। पिछले साल हमारे देश में कई ऐसे मामले सामने आए थे, जब व्यक्ति किसी फंक्शन, पार्टी में शामिल मस्ती कर रहा है और अचानक कार्डिएक अरेस्ट के कारण मौके में ही मृत्यु हो गई। ऐसा किसी और के साथ न हो, इसके लिए बहुत जरूरी है कि युवास्था से अपनी सेहत की ओर विशेष ध्यान दिया जाए।

क्यूं बढ़ रहे हैं युवाओं में कार्डिएक अरेस्ट के मामले

Sudden Cardiac Arrest का ख़तरा 30-35 साल की उम्र के बाद किसी को भी हो सकता है। आमतौर पर जिन लोगों की हार्ट पंपिंग कैपेसिटी (हृदय की खून को पंप करने की क्षमता) 40 प्रतिशत से कम होती है, उन्हें इसका खतरा बहुत ज्यादा होता है। युवाओं में इन दिनों इसके मामले काफी बढ़े हैं और इसका एक कारण तनाव है। कोविड के समय में सडेन कार्डियक अरेस्ट के मामले अचानक बढ़े हैं क्योंकि कोविड के मरीजों को भी हार्ट से जुड़ी परेशानियां आ रही हैं।
डॉक्टर्स का कहना है कि अचानक आने वाले कार्डिएक अरेस्ट के लिए की सबसे बड़ी वजह अनहेल्दी लाइफस्टाइल है। गलत खानपान, जरूरत से ज्यादा स्ट्रेस और स्मोकिंग भी सडेन कार्डिएक अरेस्ट के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार हैं। स्ट्रेस आजकल तेजी से बढ़ती एक समस्या है। किसी चीज को लेकर जब ज्यादा तनाव लेते हैं तो शरीर में ऐसे हार्मोंस रिलीज होने लगते हैं, जो हार्ट और वेसल्स को कमजोर बना देते हैं। इससे दिल की सेहत बिगड़ने लगती है, इसकी वजह से अचानक से हार्ट को ब्लड की सप्लाई नहीं हो पाती है और कार्डिएक अरेस्ट का जोखिम बढ़ जाता है।

सालाना लगभग 17 करोड़ लोग होते हैं कार्डिएक अरेस्ट के शिकार

वैश्विक स्तर पर, लगभग 11 करोड़ पुरुष और आठ करोड़ महिलाएं कोरोनरी हृदय रोग (CAD) से पीड़ित हैं, जो मृत्यु का एक प्रमुख कारण है, जो हर साल अनुमानित 17.9 करोड़ लोगों की जान लेता है। दुनिया भर में हर साल 70 लाख से ज़्यादा लोग दिल के दौरे से पीड़ित होते हैं। 2019 के एक अध्ययन में पाया गया कि 19,781 CAD रोगियों में दिल के दौरे की व्यापकता लगभग 23.3 प्रतिशत है। आम राय के बावजूद कि कार्डिएक अरेस्ट और हार्ट अटैक एक ही हैं, जिन्हें अक्सर एक दूसरे के लिए इस्तेमाल किया जाता है, यह वास्तविकता से बहुत दूर है। इसलिए, इन स्थितियों के बीच अंतर को समझना सबसे महत्वपूर्ण है। विविधताओं को जानना और पहचानना जीवन रक्षक साबित हो सकता है, अगर तुरंत कार्रवाई की जाए।

अचानक आने वाले कार्डिएक अरेस्ट को कैसे पहचानें

अचानक से आ रहा अरेस्ट यानी Sudden Cardiac Arrest ऐसी कंडीशन है, जिसमें हार्ट अचानक से ब्लड पंप करना ही बंद कर देता है, जिससे शरीर और ब्रेन के ज्यादातर हिस्सों में खून की सप्लाई बंद हो जाती है। इससे इंसान बेहोश हो जाता है और हार्टबीट बेहद कम हो जाती है। अचानक हुई इस कंडीशन में अगर कुछ मिनट में इलाज न मिले तो मौत हो जाती है। आजकल हार्ट अटैक से युवाओं में हो रही मौत का कारण सडेन कार्डिएक अरेस्ट ही होता है।
आम हार्ट अटैक आने के पहले शरीर में कई तरह के संकेत दिखते हैं। सीने में दर्द या बेचैनी होने लगती है लेकिन सडेन कार्डिएक अरेस्ट में कोई लक्षण नहीं दिखते हैं। यह एकदम अचानक से होता है। ज्यादातर मरीज अस्पताल पहुंचने से पहले ही जान गंवा देते हैं।

फैमिली हिस्ट्री के बारे में जानें

 Cardiac Arrest  से बचने के लिए बहुत जरूरी है कि आपको अपनी फैमिली की मेडिकल हिस्ट्री पता हो। कार्डियक अरेस्ट जैसी गंभीर मेडिकल कंडीशन ही नहीं, बल्कि किसी भी तरह की बीमारी से बचने के लिए जरूरी है कि आपको अपनी फैमिली की मेडिकल हिस्ट्री पता हो। इससे आपको यह पता चल जाएगा कि किस तरह की बीमारियों का रिस्क आपको ज्यादा है और बचाव के लिए उपयोगी कदम उठा सकेंगे।

रेगुलर चेकअप करवाएं

ज्यादातर विशेषज्ञ यह सलाह देते हैं कि हर व्यक्ति को नियमित रूप से रूटीन चेकअप करवाते रहना चाहिए। इससे किसी भी तरह की बीमारी को पहले से डायग्नॉस करने में मदद मिलती है। इसके अलावा, समय रहते सही ट्रीटमेंट मिलने से रिकवरी के चांसेस भी बढ़ जाते हैं। खराब जीवनशैली का हिस्सा होने के कारण युवाओं को इस ओर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।

नशीले पदार्थों से दूर रहें

नशीले पदार्थ, धूम्रपान का हमारे ओवर ऑल हेल्थ पर बहुत असर पड़ता है। खासकर, हार्ट हेल्थ बहुत ज्यादा प्रभावित होता है। जो लोग रेगुलर स्मोकिंग करते हैं, सामान्य लोगों की तुलना में उन्हें कार्डिएक अरेस्ट का रिस्क अधिक होता है। इस तरह की कंडीशन से बचने के लिए आवश्यक है कि आप धूम्रपान न करें और हर तरह के नशीले पदार्थ से दूर रहें। हालांकि, धूम्रपान छोड़ना आसान नहीं होता है। जरूरी हो, तो इसके लिए एक्सपर्ट की मदद लें।

हेल्दी डाइट फॉलो करें

हेल्दी डाइट फॉलो करने से हर तरह की बीमारियों से बचे रहने में मदद मिलती है। ध्यान रखें कि शरीर को जितने पोषक तत्व मिलेंगे, शरीर के लिए हेल्दी रहना उतना ही आसान होगा। आज की तारीख में युवाओं में डाइट में ज्यादा रेडी टू ईट फूड शामिल हो गए हैं। इस तरह की चीजें स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाती हैं और दिल पर बुरा असर डालती है। इसलिए, कोशिश करें कि हमेशा घर का बना खाना खाएं। डाइट में मौसमी फल, सब्जियां आदि शामिल करें।

एक्सरसाइज को नेसेसिटी में शामिल करें

आजकल ज्यादातर युवा कामकाजी हैं। आज की तारीख में डेस्क जॉब ज्यादा हो गए हैं। नतीजतन, युवाओं की फिजिकल एक्टिविटी बिल्कुल खत्म हो गई है। यह बिल्कुल सही नहीं है। रोजाना 8 से 10 घंटे एक ही जगह बैठकर काम करने की वजह से हार्ट पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। इससे बचने के लिए आवश्यक है कि आप रोजाना एक्सरसाइज करें। एक्सरसाइज करने से कोलेस्ट्रॉल लेवल को बैलेंस करने, ब्लड प्रेशर को मैनज करने में भी मदद मिलती है। हार्ट हेल्थ में सुधार के लिए, इन सबका सही होना बहुत जरूरी है।

तनाव से दूर रहें

आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में युवाओं पर काम का दबाव, पारिवारिक जिम्मेदारियां और भविष्य की चिंताएं बहुत अधिक होती हैं। लगातार तनाव और डिप्रेशन से ब्लड प्रेशर बढ़ता है, जिससे हृदय पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। इसलिए कोशिश करें कि तनाव देने वाली बातों से जितना हो सके, बचा जाए।

सावधान रहें, स्वस्थ रहें

विशेषज्ञों के अनुसार, जबकि इस तरह की दुखद मौतों के लिए किसी एक कारण को दोष देना चुनौतीपूर्ण है, उन्होंने तनाव के स्तर में वृद्धि, उच्च उम्मीदें, कोविड के बाद के प्रभाव, अस्वास्थ्यकर जीवन शैली और धूम्रपान जैसे कारकों पर ज़ोर दिया। हृदय रोग विशेषज्ञ संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, तनाव प्रबंधन और नियमित जांच सहित स्वस्थ जीवन शैली बनाए रखने के महत्व पर ज़ोर देते हैं। दिल के दौरे के चेतावनी संकेतों को पहचानना भी जरूरी है, जैसे कि सीने में दर्द, सांस की तकलीफ़, या असामान्य थकान, और तत्काल चिकित्सा ध्यान देना महत्वपूर्ण है।

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