Home Top Stories Ahmedabad-Mumbai ट्रेन के स्लीपर कोच में बहने लगा टॉइलेट का गंदा पानी,...

Ahmedabad-Mumbai ट्रेन के स्लीपर कोच में बहने लगा टॉइलेट का गंदा पानी, कोई नहीं था शिकायत सुनने वाला

305
0
SHARE
indian railway
railway in worst conditions
 
Ahmedabad-Mumbai ट्रेन के स्लीपर कोच में Toilet Tank का गंदा पानी बहने से यात्रियों का सफर दुश्वार हो गया। कई शिकायतों और Help Numbers पर Complaint करने के बाद भी कोई सुनने-देखने वाला नहीं था। यात्रियों ने 139 और ‘Rail Madad’ पर शिकायत भी की,  मगर शिकायत अटेन्ड करने के लिए ट्रेन में कोई स्टाफ नहीं था।

Ahmedabad से Mumbai का सफर हुआ दुश्वार

हवाई सफर से आप अब कितनी भी लंबी दूरी घंटों या मिनटों में तय कर सकते हैं। लेकिन आज भी परिवार से साथ ट्रेन से मौज-मस्ती का सफर बहुतों को लुभाता है। लेकिन Ahmedabad से मुंबई का सुहाना सफर कुछ लोगों के लिए सज़ा बन कर रह गया। Ahmedabad से रात 22.45 को मुंबई की ओर चली ट्रेन संख्या 12902 के स्टेशन से रवाना होने के कुछ ही देर बाद स्लीपर कोच में Toilet Tank का गंदा पानी बहने लगा। परेशान यात्रियों ने TC से शिकायत की। TC ने Control Room से संपर्क कर परेशानी से अवगत कराया। ट्रेन के Vadodara पहुंचने पर कुछ सफाईकर्मियों ने आकर कोच को साफ़ किया और टॉइलेट का दरवाजा लॉक कर चले गए।

घंटों गंदे बहते पानी में खड़े रहकर यात्रा पूरी की लोगों ने

 सफाई के कुछ ही देर बाद गंदा पानी फिर कोच में फैलने लगा। कुछ ही मिनटों में गंदी बदबू पूरे कोच में फैल गई। परेशान यात्रियों ने खुद ही अखबार और ट्रेन की चद्दरों से पानी को रोकने की नाकाम कोशिश की। अपना सामान सीट पर रखकर गंदे पानी में खड़े होकर किसी तरह यात्रा पूरी की।

कई शिकायतों के बाद भी कोई सुनने वाला नहीं था

लोगों ने Ahmedabad के Public Domain में उपलब्ध DRM को फोन लगाया,लेकिन उन्होंने कॉल रीसीव नहीं की। एक यात्री बस्तिमल के अनुसार ,इस तरह की दुर्व्यवस्था से नाराज होकर उन्होंने Chairman Railway Board को फोन पर पूरा वाकया बताया। Chairman के जवाबतलब करने पर DRM ने अनजान नंबर देखकर कॉल न लेने का बहाना बताया। बस्तिमल ने एक  सरकारी अधिकारी या कर्मचारी के अनजान नंबर देखकर फोन न उठाने की दलील पर हैरानी जताई।

Railway के झूठे दावे

आए दिन ट्रेन यात्रियों को होने वाली असुविधाओं को देखकर देखकर रेल्वे के सभी दावे झूठे साबित हो रहे हैं। Railway ट्रेनों में ऑनबोर्ड शिकायत के माध्यम से यात्रियों को होने वाली परेशानियां दूर करने के दावे करती है, लेकिन लोगों की माने तो ट्रेन में Railway का स्टाफ, RPF स्टाफ, और कई बार तो TC तक मौजूद नहीं होता।