महाराष्ट्र में वीआईपी सुरक्षा की समीक्षा के बाद शिवसेना (शिंदे गुट), BJP और अजित गुट के विधायकों की Y दर्जे की सुरक्षा हटा दी है। अब इन विधायकों को केवल एक ही सुरक्षा गार्ड मिलेगा। समीक्षा में उन नेताओं की सुरक्षा कम करने का निर्णय लिया गया है, जिनकी जान को कोई खतरा नहीं है। जिन विधायकों की सुरक्षा में कमी की गई है, उनमें शिंदे गुट के विधायकों की संख्या सबसे ज्यादा है। राज्य सरकार ने बीजेपी नेता रवींद्र चव्हाण और प्रताप चिखलीकर समेत कई नेताओं की भी सुरक्षा व्यवस्था कम करने का निर्णय लिया है। Security of over 20 Eknath Shinde MLAs cut.
तो इसलिए महाराष्ट्र के विधायकों की सुरक्षा घटाई गयी
हालांकि सरकार के सुरक्षा घटाने के फैसले में सभी पार्टियों के नेता शामिल है लेकिन सबसे ज्यादा प्रभावित एकनाथ शिंदे है। शिवसेना के विधायक और नेताओं की सुरक्षा कमी कर दी है गई है, जिससे शिवसेना में नाराजगी है। शिवसेना विधायक और नेताओं को वाई कैटेगरी की सुरक्षा थी। वहीं अब शिवसेना विधायकों की सुरक्षा के लिए सिर्फ एक ही पुलिस कर्मचारी रहेगा। बदले हुए राजनीतिक परिदृश्य में, अधिकांश राजनीतिक नेताओं को पहले की तरह समान खतरे की धारणा नहीं है इसलिए उनके सुरक्षा कवर को कम कर दिया गया है। Eknath Shinde Security
खतरे को देखते हुए बढ़ाई गई थी सुरक्षा
बता दें कि साल 2022 में एकनाथ शिंदे गुट के खेमे में शामिल होने वाले कुछ बागी शिवसेना विधायकों को उनके लिए खतरे को देखते हुए बढ़ी हुई सुरक्षा प्रदान की गई थी। शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार (जून 2022-नवंबर 2024) में मंत्रियों के रूप में, उनमें से कुछ को ‘वाई’ कैटेगरी की सुरक्षा मिली हुई थी। प्रमुख राजनीतिक हस्तियों की खतरे की धारणा का आकलन करना राज्य पुलिस का एक नियमित अभ्यास है और उन्हें खुफिया रिपोर्ट के आधार पर सुरक्षा प्रदान की जाती है।